Diljit Dosanjh- 150 रुपये ने बदली तकदीर... ये जिगरी दोस्त न होता तो आज इतनी ऊंचाइयों पर नहीं होते दिलजीत दोसांझ
भूपेंदर सिंह भाटिया, जालंधर।,लुधियाना।यह दिलजीत का शहर है। यहीं वह पढ़ा-लिखा और फिर बड़ा होकर यहीं से गायकी की दुनिया में कदम रखा। इस शहर से दिलजीत की कई यादें जुड़ी हैं। कई ऐसे दोस्त बने, जो उसके दिल में बस गए।
भूपेंदर सिंह भाटिया, जालंधर।,लुधियाना।यह दिलजीत का शहर है। यहीं वह पढ़ा-लिखा और फिर बड़ा होकर यहीं से गायकी की दुनिया में कदम रखा। इस शहर से दिलजीत की कई यादें जुड़ी हैं। कई ऐसे दोस्त बने, जो उसके दिल में बस गए।
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