Snowfall in Kashmir: कश्मीर में सबसे कठोर सर्दियों का मौसम चिल्लई कलां कुछ दिन पहले शुरू हुआ था, जिसमें सुबह और शाम के समय हाड़ कंपा देने वाली ठंड थी. लेकिन आखिरकार यह सूखा खत्म हो गया. कश्मीर, लद्दाख और चिनाब घाटी में शुक्रवार दोपहर मैदानी और ऊपरी इलाकों में बर्फबारी शुरू हो गई, जिससे स्थानीय लोगों को राहत मिली और पर्यटकों में खुशी की लहर दौड़ गई.
टूरिस्ट्स के खिल गए चेहरे
लंबे समय तक सूखे की वजह से तालाब और कुएं जैसे जल स्रोत सूख गए थे, जबकि भीषण ठंड ने लोगों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डाला था. बर्फबारी ने निवासियों में उम्मीद और राहत की भावना जगाई है, जिससे पानी की कमी और ठंड के मौसम के कठोर प्रभावों दोनों से निजात मिली है. लोग गिरती बर्फ के टुकड़ों का आनंद ले रहे हैं और इस बहुप्रतीक्षित उपहार के लिए भगवान का शुक्रिया अदा कर रहे हैं.
कई जगहों पर यातायात बंद
स्थानीय रहने वाले मजीद ने कहा, 'शुक्र है कि खुदा का उसने हमारी सुनी और बर्फ हुई.' पहले यहां सूखी ठंड थी. अब बर्फ पड़ने से स्थिति बदल गई. हालांकि बर्फबारी के साथ कुछ समस्याएं भी आती हैं. इसने अधिकारियों को बर्फ और फिसलन की स्थिति के कारण मुगल रोड, सिंथन किश्तवाड़ रोड, श्रीनगर लद्दाख रोड और कई सीमावर्ती इलाकों की सड़कों पर यातायात बंद करने के लिए मजबूर किया है.
हालांकि जम्मू कश्मीर राजमार्ग पर यातायात बहुत धीमी गति से चल रहा है क्योंकि वाहनों को फिसलन की स्थिति का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि सड़कों को साफ करने के लिए लोगों और मशीनों को तैनात किया गया है.
मैदानी इलाकों में भी जमकर पड़ी बर्फ
इससे पहले मौसम विभाग ने दक्षिण कश्मीर के कुछ इलाकों और चिनाब घाटी में बर्फबारी का अनुमान लगाया था, लेकिन ऐसा लगता है कि पश्चिमी विक्षोभ अनुमान से कहीं अधिक मजबूत है. कश्मीर के सभी हिस्सों में मैदानी इलाकों से लेकर पहाड़ियों तक बर्फबारी हुई.
एक मौसम विशेषज्ञ ने कहा, 'मौसम मॉडल की तरफ से शुरुआत में की गई उम्मीद से मौजूदा सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ अधिक तीव्र प्रतीत होता है. वर्तमान जमीनी अवलोकन और भविष्य के पूर्वानुमान के आधार पर, कुछ ज्यादा ऊंचाई वाले क्षेत्रों में महत्वपूर्ण बर्फबारी की उम्मीद है, जिसमें 12 से 18 इंच के बीच जमाव हो सकता है.
शनिवार को ऐसा रहेगा मौसम
दक्षिण कश्मीर के कुछ मैदानी इलाकों में भी अच्छी बर्फबारी दर्ज की जा सकती है, हालांकि अलग-अलग इलाकों में अलग-अलग मात्रा में जमाव हो सकता है.
यह मौसम प्रणाली शनिवार दोपहर तक सक्रिय रहने की उम्मीद है. हालांकि, यह ध्यान रखना ज़रूरी है कि इस दौरान बारिश और बर्फबारी लगातार नहीं होगी. बीच-बीच में बारिश रुकने की उम्मीद है और कुछ इलाकों में आज देर शाम मौसम में सुधार देखने को मिल सकता है.
जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग बंद
ताजा बर्फबारी के कारण अधिकारियों को जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग बंद करना पड़ा. श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर करीब 300 छोटे-बड़े वाहन फंस गए हैं. हालांकि छोटे वाहनों को निकालने की कोशिश जारी है.
खराब मौसम की वजह से अधिकारियों को श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात निलंबित करना पड़ा क्योंकि भारी बर्फबारी के कारण सड़क बहुत फिसलन भरी थी और दुर्घटना की आशंका बनी हुई थी.
यातायात अधिकारियों ने कहा, "दक्षिण कश्मीर में भारी बर्फबारी के कारण राजमार्ग पर यातायात निलंबित कर दिया गया है और सड़कें बहुत फिसलन भरी हो गई हैं. अनंतनाग से नवयुग सुरंग के बीच करीब 300 छोटे बड़े वाहन फंसे हुए हैं."
छोटे वाहनों को निकाला जा रहा है और उधमपुर और श्रीनगर से किसी भी नए यातायात को जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है. मौसम में सुधार होने और सड़क की स्थिति में सुधार होने पर यातायात फिर से शुरू हो जाएगा. अधिकारियों ने यात्रियों को सलाह दी है कि वे मौसम में सुधार होने और सड़क साफ होने तक राजमार्ग पर यात्रा करने से बचें.
अधिकारियों ने पहले ही मुगल रोड , श्रीनगर किश्तवाड़ रोड , श्रीनगर लद्दाख रास्ता यातायात के लिए बंद कर दिया था. इसके इलावा सभी सीमावर्ती रास्ते भी फिसलन के कारण यातायात के लिए बंद कर दिया गए हैं. मौसम विभाग ने शनिवार दोपहर के बाद मौसम में सुधार का अनुमान जताया है.
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