दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) आज सुबह 11 बजे 281 तक पहुंच गया, जो "खराब" श्रेणी में आता है. विशेषज्ञों के अनुसार, आज रात तक AQI 250 से ऊपर रहने की संभावना है. हालांकि, रात के बाद प्रदूषण स्तर में कुछ कमी हो सकती है, लेकिन यह 200 से ऊपर रहने की संभावना है, जो अभी भी "खराब" श्रेणी में आता है. इससे पहले भी सोमवार से दिल्ली की हवा खराब स्तर की बनी हुई है.
गुरुवार को बढ़े प्रदूषण स्तर का मुख्य कारण हवा की कम रफ्तार थी, जो लगभग 6 किलोमीटर प्रति घंटा रही. रात से हवा की रफ्तार में इजाफा होने की उम्मीद है और शुक्रवार को यह 10-12 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंच सकती है. हवा की रफ्तार के साथ ही हवा की दिशा भी प्रदूषण के स्तर को प्रभावित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. फिलहाल, पूर्व दिशा से आ रही हवा प्रदूषण को कुछ हद तक कम कर रही है. अगले कुछ दिनों तक हवा की दिशा पूर्व से ही बने रहने की संभावना है.
दिल्ली-NCR में वायु प्रदूषण का क्या है हाल, देखें खास कवरेज
हालांकि, अगर हवा उत्तर पश्चिम दिशा से आती है, तो पराली जलाने के कारण बढ़ा प्रदूषण पंजाब और हरियाणा से दिल्ली की तरफ आ सकता है. किसी भी क्षेत्र का वेंटीलेशन इंडेक्स हवा की रफ्तार, दिशा और प्रदूषण के तत्वों की मिक्सिंग हाइट के अनुसार तय होता है. 18 अक्तूबर यानी शुक्रवार को इस इंडेक्स के थोड़ा बेहतर रहने का पूर्वानुमान है. हालांकि, शनिवार से वेंटीलेशन इंडेक्स में कमी देखने को मिल सकती है, जिसके साथ ही प्रदूषण का स्तर भी बढ़ सकता है.
कैसे मापी जाती है एयर क्वालिटी?
अगर किसी क्षेत्र का AQI जीरो से 50 के बीच है तो AQI ‘अच्छा’ माना जाता है, 51 से 100 AQI होने पर ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’माना जाता है, अगर किसी जगह का AQI 201 से 300 के बीच हो तो उस क्षेत्र का AQI ‘खराब’ माना जाता है. अगर AQI 301 से 400 के बीच हो तो ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच AQI होने पर ‘गंभीर’ श्रेणी में माना जाता है. वायु प्रदूषण से कई तरह की बीमारियां हो सकती हैं.
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