नेपाल में बदलाव से चीन की चांदी, केपी ओली को ली कियांग का BRI पर जल्दी का मैसेज

China- Nepal Belt and Road Cooperation: चीन के प्रधानमंत्री ली कियांग ने ‘चीन-नेपाल बेल्ट एंड रोड कोऑपरेशन’ के तहत सहयोग करने के लिए पूर्व में शीर्ष नेताओं और दोनों देशों के बीच बनी सहमति को लागू करने पर जोर दिया है. उन्होंने चीन-नेपाल द्विपक्षीय

4 1 57
Read Time5 Minute, 17 Second

China- Nepal Belt and Road Cooperation: चीन के प्रधानमंत्री ली कियांग ने ‘चीन-नेपाल बेल्ट एंड रोड कोऑपरेशन’ के तहत सहयोग करने के लिए पूर्व में शीर्ष नेताओं और दोनों देशों के बीच बनी सहमति को लागू करने पर जोर दिया है. उन्होंने चीन-नेपाल द्विपक्षीय संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए अन्य क्षेत्रों में भी सहयोग को बढ़ावा देने की अपनी इच्छा जताई है. नेपाल के नव नियुक्त प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली को दिए संदेश में ली ने उन्हें चीन सरकार और अपनी ओर से हार्दिक बधाई दी.

बेल्ट एंड रोड पहल के जरिए क्या-क्या चाहता है चीन और नेपाल

नेपाल और चीन ने ‘बेल्ट एंड रोड पहल’ (बीआरआई) पर समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं. यह चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की महत्वाकांक्षी पहल है. इसके तहत, दोनों देशों द्वारा अर्थव्यवस्था, पर्यावरण, प्रौद्योगिकी और संस्कृति सहित अन्य क्षेत्रों में सहयोग के लिए कनेक्टिविटी, व्यापार, विकास रणनीतियों और नीति संवाद पर ध्यान केंद्रित करने की उम्मीद है.

ली ने कहा कि वह विकास और समृद्धि हासिल करने के लिए हमेशा नेपाल-चीन के अनुकूल रणनीतिक साझेदारी में नई तरक्की देखना चाहते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि दोनों देशों के बीच संबंध शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व, समानता और सभी के हितों पर आधारित है.

चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की 2019 में नेपाल यात्रा से बदले समीकरण

स्थानीय मीडिया में आयी खबरों के अनुसार, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की 2019 में नेपाल यात्रा के दौरान नेपाल और चीन के बीच द्विपक्षीय संबंध रणनीतिक स्तर तक बढ़े थे. दोनों देशों ने नेपाल-चीन संबंधों को ‘‘स्थायी मित्रता की विशेषता वाली व्यापक सहयोग साझेदारी’’ से ‘‘विकास और समृद्धि के लिए रणनीतिक साझेदारी’’ में बदलने पर सहमति व्यक्त की थी. हालांकि, इसके बाद से नेपाल में राजनीतिक समीकरणों में लगातार बदलाव दर्ज किया जा रहा है.

काठमांडू में नए पीएम ओली से मिले भारत, अमेरिका और चीन के राजदूत

काठमांडू में प्रधानमंत्री कार्यालय के सूत्रों के अनुसार, मंगलवार को नेपाल में भारत के राजदूत नवीन श्रीवास्तव, अमेरिकी राजदूत डी आर थॉम्पसन और चीनी राजूदत चेन सोंग ने प्रधानमंत्री ओली से सिंहदरबार में उनके कार्यालय में अलग-अलग मुलाकात की थी. सबने उन्हें बधाई और शुभकामनाएं दीं. कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल-यूनीफाइड मार्क्सिस्ट लेनिनिस्ट (सीपीएन-यूएमएल) के अध्यक्ष और चीन समर्थक नेता माने जाने वाले ओली को 14 जुलाई को नेपाल का प्रधानमंत्री चुना गया था.

ये भी पढ़ें - Kargil Vijay @25: 35 साल बाद संयोग! कारगिल में जिसने छुड़ाए थे पाकिस्तान के छक्के, अब उनका बेटा संभाल रहा वही टुकड़ी

हिमालयी देश नेपाल में बड़ी चुनौती बनी है राजनीतिक स्थिरता

नेपाल में अब केपी शर्मा ओली नई गठबंधन सरकार का नेतृत्व कर रहे हैं. सरकार के सामने इस हिमालयी देश में राजनीतिक स्थिरता प्रदान करने की चुनौती है. ओली ने पुष्प कमल दाहाल ‘प्रचंड’ की जगह ली है. प्रचंड पिछले सप्ताह नेपाल की प्रतिनिधि सभा में विश्वास मत हासिल नहीं कर पाये थे. इसके बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया और नई गठबंधन सरकार का गठन हुआ. तब चीन के नेपाल की अंदरूनी राजनीति में ज्यादा दिलचस्पी लेने की खबर भी सामने आई थी.

ये भी पढ़ें - Tibet China talks: पर्दे के पीछे तिब्बत-चीन की बातचीत जारी.. बाइडन पहले ही दे चुके हैं जिनपिंग को झटका

\\\"स्वर्णिम
+91 120 4319808|9470846577

स्वर्णिम भारत न्यूज़ हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं.

मनोज शर्मा

मनोज शर्मा (जन्म 1968) स्वर्णिम भारत के संस्थापक-प्रकाशक , प्रधान संपादक और मेन्टम सॉफ्टवेयर प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Laptops | Up to 40% off

अगली खबर

IND vs BAN Test, Stats Records: 13 टेस्ट, 8 सीरीज, 23 साल...भारत का बांग्लादेश के ख‍िलाफ टेस्ट में तूफानी रिकॉर्ड, आंकड़े चौंकाने वाले

आपके पसंद का न्यूज

Subscribe US Now