मियां-बीवी में क्या बात हुई, अब शायद न जान पाएंगे शहबाज शरीफ, फैसले को HC में चुनौती

Pakistan govts surveillance order challenged in Lahore HC: पाकिस्तान की शहबाज शरीफ सरकार के एक कथित तुगलकी फैसले को लाहौर हाई कोर्ट (Lahore High Court) में चुनौती दी गई है. एक्सप्रेस ट्रिब्यून में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक शरीफ सरकार ने ISI को र

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Pakistan govts surveillance order challenged in Lahore HC: पाकिस्तान की शहबाज शरीफ सरकार के एक कथित तुगलकी फैसले को लाहौर हाई कोर्ट (Lahore High Court) में चुनौती दी गई है. एक्सप्रेस ट्रिब्यून में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक शरीफ सरकार ने ISI को राष्ट्रीय सुरक्षा के नाम पर दूसरों की निजी जिंदगी में ताकाझांकी की जो छूट दी थी उसे चैलेंज किया गया है. फहाद शब्बीर नाम के शख्स ने सरकार के फैसले को चुनौती दी है. आपको बताते चलें कि शहबाज शरीफ ने अपनी जासूसी एजेंसी ISI को ये अधिकार दे दिया था जिसके जरिये ISI के अधिकारी मियां-बीवी की फोन की बातें सुनने के साथ उनके पर्सनल मैसेज पढ़ सकेंगे. अब उसी सरकारी नोटिफिकेशन को अदालत में चुनौती दी गई है. आम लोगों की जिंदगी में झांकने के पीछे आखिर शहबाज शरीफ का प्लान आखिर क्या है. आइए आपको बताते हैं.

दरअसल आने वाले वक्त में पाकिस्तान में किसी मियां-बीवी के जोड़े के बीच क्या बात हुई, शहबाज शरीफ को सब पता होगा. किसने किसको क्या मैसेज किया, मुनीर को जानकारी मिलेगी. ऐसे में अब वहां पर लोग ये सवाल पूछ रहे हैं कि क्या 24 करोड़ पाकिस्तानियों को गुलाम बनायेंगे शहबाज शरीफ? अब ये सवाल हर पाकिस्तानी के जेहन में कौंध रहा है. क्योंकि, शहबाज शरीफ ने ISI को वो शक्ति दे दी है, जिसके जरिये अब ISI आम पाकिस्तानी की निजी जिंदगी में झांक सकेगी.

पाकिस्तान में चौंकाने वाला फैसला

भड़क गया विपक्ष

शरीफ सरकार के इस फैसले को लेकर पाकिस्तान के विपक्षी नेता भड़क गए हैं, इमरान की पार्टी के नेता उमर अयूब ने तंज कसते हुए कहा है, कि ISI को कॉल इंटरसेप्ट की इजाजत देकर शहबाज ने अपना गला खुद ही काट लिया है. प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने खुद अपना ब्लेड लेकर अपना गला खुद काटा है, ये खुद फांसी के फट्टे पर चढ़कर इन्होंने फंदा अपना गले में डाला है. ये बात याद रखिएगा, जितने MNA हैं. वो काले कानून के तहत आ रहे होंगे.

अवाम का रुख देखने लायक होगा

शरीफ सरकार का कहना है कि ऐसा राष्ट्रीय सुरक्षा के मद्देनज़र किया गया है, लेकिन जानकारों का मानना है कि सरकार का मकसद सिर्फ आम लोगों की कॉल सुनना नहीं होगा, बल्कि इसके पीछे कोई बड़ा खेल होगा. शहबाज के इस कदम का रिएक्शन भी हो सकता है, बहुत मुमकिन है कि शरीफ की तानाशाही के खिलाफ पाकिस्तान की अवाम सड़कों पर उतर आए.

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मनोज शर्मा

मनोज शर्मा (जन्म 1968) स्वर्णिम भारत के संस्थापक-प्रकाशक , प्रधान संपादक और मेन्टम सॉफ्टवेयर प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं।

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