संवाद सूत्र, रजौली (नवादा)।
शनिवार को नवरात्रि के तीसरे दिन मां चंद्रघंटा की पूजा अर्चना होगी। देवी का स्वरूप अति रमणीय और भव्य है। ब्रह्म का अर्थ है तप यानी ये तप करने वाली देवी हैं। नारद जी के कहने पर इन्हों
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संवाद सूत्र, रजौली (नवादा)।
शनिवार को नवरात्रि के तीसरे दिन मां चंद्रघंटा की पूजा अर्चना होगी। देवी का स्वरूप अति रमणीय और भव्य है। ब्रह्म का अर्थ है तप यानी ये तप करने वाली देवी हैं। नारद जी के कहने पर इन्होंने कई हजार वर्षों तक भगवान शिव के लिए तपस्या की थी। तपोमय आचरण करने के फलस्वरूप इनका नाम ’ब्रह्मचारिणी’ हो गया।
माता के एक हाथ में कमण्डल और एक में जप करने हेतु माला है। वह प्रत्येक काम में सफलता प्रदान करती हैं।
नवरात्रि के तीसरे दिन मां दुर्गा के तीसरे स्वरूप
देवी चंद्रघंटा
की आराधना की जाएगी। पूजा पर बैठे श्रद्धालु राहुल कुमार ने बताया कि देवी चंद्रघंटा पार्वती माता का विवाहित रूप हैं।
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मनोज
शर्मा (जन्म 1968) स्वर्णिम भारत के संस्थापक-प्रकाशक , प्रधान
संपादक और मेन्टम सॉफ्टवेयर प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य
कार्यकारी अधिकारी हैं।