कंचन किशोर,आरा। Ara News:महात्मा गांधी का भोजपुर से खास जुड़ाव था। सत्य और अहिंसा के रास्ते पूरी दुनिया को नई दिशा दिखाने वाले गांधी जी शाहाबाद में अपने जीवनकाल में चार बार आए और गुलामी के खिलाफ शांतिपूर्ण प्रतिकार की अलख जगाई। चार सितंबर 1920 को असहयोग आंदोलन को धार देने के लिए महात्मा गांधी पहली बार पटना से पैसेंजर ट्रेन से आरा आए थे।
इनके साथ अन्य नेताओं में शौकत अली, मौलाना अब्दुल कलाम आजाद, स्वामी सत्यदेव भी थे। आयोजन को सफल बनाने में शाहाबाद जिला कमेटी शाहाबाद जिला कांग्रेस कमेटी के तत्कालीन अध्यक्ष विंध्यवासिनी सहाय, चौधरी करामत हुसैन, मंडीला दास, मुनमुन हलवाई उर्फ नंदा गुप्ता, डा. कैप्टन अरुन्जय सहाय वर्मा आदि की सराहनीय भूमिका रही। इसी दिन पंजाब मेल से गांधीजी पटना वापस चले गए थे।
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