दिल्ली पुलिस ने लग्जरी कार चोरी करने वाले गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है. जिसमें चोरी की गाड़ियों को पहुंचाने के बाद संदेह से बचने के लिए हवाई यात्रा का इस्तेमाल करने वाला सरगना भी शामिल है. पुलिस उपायुक्त (अपराध) भीष्म सिंह ने एक न्यूज एजेंसी को बताया कि अपराध शाखा के एंटी-रॉबरी एंड स्नैचिंग सेल (एआरएससी) ने 'हाई फ्लाइंग गैंग' के नाम से मशहूर गिरोह का भंडाफोड़ किया और चोरी की चार गाड़ियां बरामद कीं.
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पुलिस उपायुक्त ने बताया कि गिरफ्तार किए गए लोगों में सरगना हरेंद्र उर्फ हनी भी शामिल है. वह कई राज्यों में लग्जरी कारों की चोरी और बिक्री करता था. पुलिस ने एक गुप्त सूचना के आधार पर जाल बिछाया कि एक टोयोटा फॉर्च्यूनर यमुना विहार की ओर जा रही है. इस दौरान आरोपियों में से एक आस मोहम्मद (39) ने भागने की कोशिश की, लेकिन दिल्ली-जयपुर हाईवे पर अलवर तिराहा पर पीछा करने के बाद उसे पकड़ लिया गया.
सिंह ने बताया कि पूछताछ के दौरान मोहम्मद ने गिरोह के काम करने के तरीके का खुलासा किया और गाजियाबाद व दिल्ली से बरामद मारुति ब्रेज़ा, मारुति बलेनो सहित अन्य चोरी की गाड़ियों का खुलासा किया. डीसीपी ने बताया कि उसने हरेंद्र को सरगना के रूप में भी पहचाना है.
पुलिस के अनुसार मोहम्मद की गिरफ्तारी के बाद हरेंद्र गिरफ्तारी से बचने के लिए अंडर ग्राउंड हो गया था. उसके खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया गया था और व्यापक ट्रैकिंग के बाद उसे गाजियाबाद के राजनगर एक्सटेंशन के पास 100 किलोमीटर तक पीछा करने के बाद गिरफ्तार किया गया. हरेंद्र के कब्जे से एक चोरी की मारुति ब्रेज़ा भी बरामद की गई.
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खजुरिन खास का हरेंद्र डकैती, वाहन चोरी और धोखाधड़ी सहित 20 आपराधिक मामलों में शामिल रहा है. पुलिस ने बताया कि वह शुरू में ड्राइवर के रूप में काम करता था, लेकिन बाद में जल्दी पैसे कमाने के लिए ऑटो-लिफ्टिंग करने लगा. उसका साथी, सीलमपुर का मोहम्मद गिरोह में शामिल होने से पहले टैक्सी ड्राइवर था. दोनों संदेह से बचने के लिए हवाई यात्रा करते थे.
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