दिल्ली के वसंत कुंज में जिन हीरा लाल शर्मा और उनकी चार बेटियों का शव संदिग्ध परिस्थितियों में किराए के घर में बरामद हुआ था, वो बढ़ई का काम करते थे, लेकिन करीब नौ महीने से उन्होंने काम पर जाना बंद कर दिया था. उनकी पत्नी की पिछले साल अगस्त महीने में मौत हो गई थी, जिसके बाद वो वैरागी बन गए थे. इसके अलावा पूरी फैमिली इमोशनली और फाइनेंशियल क्राइसिस से जूझ रही थी.
46 वर्षीय हीरा लाल शर्मा पिछले 28 सालों से वसंत कुंज में इंडियन स्पाइनल इंजरी सेंटर में बढ़ई के रूप में काम करते थे, लेकिन इसी साल जनवरी महीने से काम पर जाना बंद कर दिया था. हीरा लाल और उनकी चार बेटियों का शव संदिग्ध परिस्थितियों में किराए के घर में शुक्रवार की दोपहर मिला है. उनके नाम नीतू (26), निक्की (24), नीरू (23) और निधि (20) हैं.
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, फैमिली से जुड़े लोगों ने बताया कि परिवार बहुत धार्मिक था और वो हर दिन पूजा-पाठ करते थे. हीरा लाल भगवान हनुमान के भक्त थे और हर मंगलवार को व्रत रखते थे.बीते 24 सितंबर की शाम का एक सीसीटीवी फुटेज सामने आया है जिसमें शर्मा को इमारत के अंदर जाते देखा जा सकता है, जहां उनका घर तीसरी मंजिल पर है. वह अपने साथ मिठाई का पैकेट भी ले जा रहे थे. पुलिस को शक है कि हीरा लाल और उनकी बेटियों ने एक ही दिन जहरीला पदार्थ और मिठाई खाई थी. प्रथम दृष्टया पुलिस को यह आत्महत्या का मामला लग रहा है लेकिन अभी तक घर से कोई नोट नहीं मिला है.
क्या तंत्र-मंत्र की वजह से परिवार ने किया सुसाइड?
जब एक पुलिस अधिकारी से पूछा गया कि क्या उन्हें शक है कि किसी तांत्रिक अनुष्ठान के कारण आत्महत्या हुई है, तो उन्होंने कहा, "हम सभी पहलुओं पर गौर कर रहे हैं." अधिकारी ने कहा कि अब तक किसी भी तरह की गड़बड़ी का कोई सबूत नहीं मिला है और शवों पर कोई चोट का निशान नहीं है.
एक कमरे में बेटियों, दूसरे में पिता का शव मिला
चारों महिलाओं के शव एक कमरे में बिस्तर पर पड़े मिले, जबकि उनके पिता दूसरे कमरे में मृत पाए गए. पुलिस को घर से सेल्फॉस जहर के तीन पैकेट, पांच गिलास और एक चम्मच में संदिग्ध तरल पदार्थ मिला है. हीरा लाल शर्मा की भाभी गुड़िया शर्मा ने पीटीआई को बताया कि चारों बेटियां बहुत प्यारी स्वभाव की और पढ़ाई में अच्छी थीं.उन्होंने बताया, "चारों लड़कियां ग्रेजुएट थीं. एक ने होम साइंस, दूसरे ने कॉमर्स में और दो अन्य ने आर्ट्स में ग्रेजुएशन किया था. मुझे अब भी विश्वास नहीं हो रहा है कि वे अब नहीं रहे."
इसके अलावा हीरा लाल की बड़ी बेटी नीरू की साल 2016 में कुछ मेडिकल वजहों से आंखों की रोशनी चली गई थी और वो पूरी तरह से अपने पिता पर निर्भर हो गई थी. उन्होंने कहा, "मैं वास्तव में नहीं जानती कि हीरा लाल ने काम पर जाना क्यों बंद कर दिया, लेकिन नीरू अक्सर उससे न जाने का अनुरोध करती थी."
हनुमान भक्त, लहसुन-प्याज नहीं खाते थे
गुड़िया ने कहा, "हीरा लाल शर्मा भगवान हनुमान के भक्त थे और बहुत धार्मिक थे. परिवार कभी भी भोजन में लहसुन और प्याज का इस्तेमाल नहीं करता था." उन्होंने कहा, शर्मा की पत्नी कांता देवी की मृत्यु के बाद से परिवार ने किसी भी तरह की बातचीत बंद कर दी है.
उन्होंने कहा, "वे तनाव में थे और उनकी बेटियों ने भी हमारा फोन उठाना बंद कर दिया था. हमने हीरा लाल को दो हफ्ते पहले एक सब्जी बाजार में देखा था. हमने उससे बात करने की कोशिश की लेकिन उसने हमें नजरअंदाज कर दिया."
घर में एक ही टीवी, एक ही मोबाइल
उन्होंने कहा, "घर में एक टीवी है लेकिन किसी भी बेटी को टीवी देखने में कोई दिलचस्पी नहीं थी. उनके पास एक मोबाइल फोन था जिसे चारों बेटियां इस्तेमाल करती थीं." हीरा लाल की भाभी ने कहा, "मुझे यह भी नहीं पता कि भैया क्यों नहीं चाहते थे कि उनकी बेटियां बाहर जाकर काम करें. हमें उनकी कमाई के बारे में नहीं पता, लेकिन हीरा लाल अपनी बेटी की सभी मांगों को पूरा करने की कोशिश करते थे."
किसी से बात नहीं करते थे हीरा लाल शर्मा
पुलिस ने कहा कि वे हीरा लाल शर्मा की फाइनेंशियल स्थिति और बैंक खातों की जांच कर रहे थे और घर से दो मोबाइल फोन जब्त किए थे. एक पड़ोसी अमरजीत सिंह ने कहा कि शर्मा मुश्किल से किसी से बात करते थे.उन्होंने कहा कि यहां बहुत से लोगों को यह भी नहीं पता था कि उनकी चार बेटियां हैं. उनकी सबसे छोटी बेटी कभी-कभी घर के बाहर देखी जाती थी, लेकिन उनकी अन्य बेटियां मुश्किल से ही घर से बाहर निकलती थीं. उन्होंने बताया कि शर्मा को अक्सर अपनी बेटी के कपड़े धोते और अन्य घरेलू काम करते देखा जाता था. इस मामले में पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है और आगे की जांच कर रही है.
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