दिल्ली मेट्रो परिसर में रील बनाने वालों की खैर नहीं... DMRC ने 1600 से अधिक लोगों पर की कार्रवाई

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दिल्ली मेट्रो के अजीबोगरीब रील्स आए दिन सोशल मीडिया पर वायरल होते रहते हैं. कभी कोई नागिन डांस करता दिखता है तो कभी कोई मेकअप करते. DMRC ने ऐसी ऊटपटांग हड़कत करने वाले 1600 लोगों पर मामला दर्ज किया है. पिछले साल भी DMRC ने बड़ी कार्रवाई की थी, लेकिन इस बार पिछले साल के मुकाबले तीन फीसदी ऐसे मामले बढ़े हैं.

1,647 लोगों पर लगाया गया जुर्माना
दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा- सिर्फ रील्स बनाने वाले लोगों का डेटा अलग से उपलब्ध नहीं था. अभी जिन लोगों कार्रवाई की गई है, उनमें उपद्रव पैदा करने, ट्रेन के फर्श पर बैठना और ट्रेन के अंदर खाना खाने जैसे अपराध भी शामिल हो सकते हैं. आंकड़ों के अनुसार, मेट्रो रेलवे (संचालन और रखरखाव) अधिनियम की धारा 59 के तहत उपद्रव पैदा करने के लिए 1,647 जुर्माना जारी किए गए.

पिछले साल 1600 लोगों पर मामले दर्ज
DMRC ने पिछले साल, ऐसी घटना के लिए करीब 1600 लोगों पर मामला दर्ज किया था. DMRC के मुताबिक, अप्रैल में 610, मई में 518 और जून में 519 मामले दर्ज किए गए हैं. डीएमआरसी के प्रबंध निदेशक विकास कुमार ने बताया कि मेट्रो क्षेत्र में उपद्रव करने वाले लोगों को दंडित किया है. उन्होंने कहा, "हम अपनी मशीनरी का उपयोग करते हैं ताकि मेट्रो परिसर में इस तरह की घटनाएं न हों. हमारे पास दंड का प्रावधान है, अगर कोई मेट्रो परिसर में उपद्रव करता है और हम उन्हें दंडित करते हैं. लेकिन मुद्दा यह है कि हमारे पास हर कोने की जांच करने के लिए पर्याप्त जनशक्ति नहीं है. अगर हमारे पास एक दिन में 67 लाख यात्री हैं, तो इतनी बड़ी संख्या में लोगों की निगरानी करना आसान नहीं है. हमारे पास सीसीटीवी निगरानी है, जिसके माध्यम से हम परिसर में कुछ भी होने पर पता लगा सकते हैं.

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कई तरह से चलाए जा रहे अभियान
डीएमआरसी ने यात्रियों को रील बनाने और असुविधा पैदा करने से रोकने के लिए कई मेट्रो स्टेशनों पर पोस्टर भी लगाए हैं. अप्रैल में, डीएमआरसी ने दिल्ली पुलिस से एक ट्रेन के अंदर दो महिलाओं द्वारा एक-दूसरे पर रंग लगाने का वीडियो ऑनलाइन सामने आने के बाद जांच करने को कहा था. होली से पहले सामने आए इस वीडियो की यात्रियों के एक बड़े वर्ग ने आलोचना की थी. डीएमआरसी ने उस समय कहा था कि वह यात्रियों को किसी भी ऐसी गतिविधि में शामिल होने से रोकने के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह के अभियान चला रहा है, जिससे अन्य यात्रियों को असुविधा हो सकती है. अनुचित मानी जाने वाली गतिविधियों की जांच के लिए कई बार मोबाइल चेकिंग टीमभी तैनात किए जाते हैं.

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मनोज शर्मा

मनोज शर्मा (जन्म 1968) स्वर्णिम भारत के संस्थापक-प्रकाशक , प्रधान संपादक और मेन्टम सॉफ्टवेयर प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं।

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