सीरिया- दमिश्क में गरज रही है विद्रोहियों की तोपें, कब्जे के लिए हो रही खूनी जंग, विशेष विमान से भागे राष्ट्रपति अशद

4 1 23
Read Time5 Minute, 17 Second

सीरिया में हालाात विस्फोटक हो चले है. सीरियाई सेना कमजोर पड़रही है और लड़ाके एक के बाद एक शहरों पर कब्जा करते चले जा रहे है और अब प्रमुख शहर होम्स पर कब्जा कर लिया है और अब दमिश्क की तरफ बढ़ गए हैं. खबर है कि दमिश्क पर भी विद्रोही सेना का कब्जा हो गया है. दमिश्क में विद्रोही कमांडर अपने तोप और साजो-समान सहित पहुंच गये हैं. स्थानीय शहरियों ने दावा किया है कि कई स्थानों पर कब्जे के लिए भीषण जंग चल रही है. कई जगह गन फायरिंग हो रही है.

समाचार एजेंसीरॉयटर्स ने दावा किया है किराष्ट्रपति बशर अल-असद विशेषविमान में सवार होकर किसी अज्ञात स्थान के लिए रवाना हो गए हैं.

वहीं दमिश्क अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर दहशत और अराजकता का माहौल है. राष्ट्रपति बशर अल-असद की सत्ता जाने से आशंकित उनके वफादार देश से भागने की जद्दोजेहद में लगे हुए हैं.

हमा, अलेप्पो और दरा पर कब्जा करने के बाद होम्स चौथा प्रमुख शहर है जहां विद्रोहियों ने कब्जा जमा लिया है.जो वीडियो सामने आए हैं वो शहर पर कब्जे की कहानी को बयां कर रहे हैं. एक वीडियो भी सामने आया है जिसमें प्रमुख शहर होम्स पर नियंत्रण के लिए सरकारी बलों से लड़ रहे सीरियाई विद्रोहियों के बीच गोलीबारी की आवाज़ें सुनाई दे रही हैं और विद्रोही लड़ाके सड़कों पर दिख रहे हैं.

यह भी पढ़ें: सीरिया में तख्तापलट की कोशिश! कई शहरों पर विद्रोहियों ने किया कब्जा... सत्ता बचा पाएंगे राष्ट्रपति अल-असद?

Advertisement

विद्रोहियों ने गोलियां चलाकर मनाया जश्न
केंद्रीय शहर से सेना के हटने के बाद हजारों होम्स निवासी सड़कों पर उतर आए और "असद चला गया, होम्स आजाद है" और "सीरिया अमर रहे, बशर अल-असद मुर्दाबाद" के नारे लगाते हुए जश्न मनाया. विद्रोहियों ने जश्न में हवा में गोलियां चलाईं, जबकि उत्साहित युवकों ने सीरियाई राष्ट्रपति के पोस्टर फाड़ दिए. समाचार एजेंसी एपी के अनुसार, जब विपक्षी लड़ाके राजधानी के उपनगरीय इलाकों में पहुंचे, तब 24 वर्षों तक देश के शासक रहे बशर असद का पता नहीं चल पाया था.

असद और रूस के झटका है होम्स पर कब्जा
विद्रोही होम्स सडकों पर सरेआम गोलियां बरसा रहे हैं जिनके कब्जे में अब तक चार प्रमुख शहर आ चुके हैं. होम्स पर कब्जा असद के लिए संभावित रूप से सबसे बड़ा झटका है. अब ये विद्रोही राजधानी दमिश्क की तरफ बढ रहे है.

सीरिया के तटीय प्रांतों लताकिया और टार्टस के बीच स्थित होम्स शहर, दमिश्क को भूमध्यसागरीय तट से जोड़ने वाला एक महत्वपूर्ण शहर है, जो अब विद्रोहियों के नियंत्रण में है. शहर पर कब्जा करने के बाद इसका राजधानी के तटीय क्षेत्रों संपर्क कट गया है जहां असद के अलावी समुदाय के लोग रहते हैं और यहां से रूस अपना प्रमुख नौसेना अड्डे को भी संचालित करता है.

Advertisement

सरकार के कब्जे में महज तीन प्रांतीय राजधानियां
अब दमिश्क के आसपास विद्रोहियों की गतिविधियां बढ़ गई हैं. एपी के मुताबिक, सीरियाई सेना के देश के दक्षिणी हिस्से से हटने के बाद अब विद्रोहियों के कब्जे में प्रांतीय राजधानियों सहित कई क्षेत्र आ चुके हैं. देश के लंबे समय से चल रहे गृहयुद्ध में पहली बार, सरकार के पास अब 14 प्रांतीय राजधानियों में से केवल तीन पर नियंत्रण है जिनमें दमिश्क, लताकिया और टार्टस शामिल हैं.

यह भी पढ़ें: अमेरिका को सीरियाई संघर्ष में शामिल नहीं होना चाहिए: डोनाल्ड ट्रंप

बाजार में जरूरी सामान की हुई किल्लत
दमिश्क में रहने वाले लोग अब जरूरत के खानपान की चीजों को स्टॉक करने लगे हैं. वहीं हजारों लोग देश छोड़ने की कोशिश में लेबनान से सटी सीरिया की सीमा पर चले गए हैं. एक निवासी ने एसोसिएटेड प्रेस को बताया कि राजधानी में कई दुकानें बंद हो गई हैं और जो खुली हैं उनमें चीनी जैसी ज़रूरी चीज़ें खत्म हो गई हैं. कुछ दुकानें सामान्य कीमत से तीन गुना ज़्यादा कीमत पर सामान बेच रही हैं. एक शख्स ने बताया, "स्थिति बहुत अजीब है. हमें इसकी आदत नहीं है." लोगों को डर है कि कहीं उन्हें बदला न ले लिया जाए.

असद का हटना तय

Advertisement

दमिश्क में कई उपनगरों में विरोध प्रदर्शन हुए, प्रदर्शनकारियों ने असद के शासन के प्रतीकों को हटा दिया है. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि कुछ सैनिक अपनी वर्दी उतारकर प्रदर्शनकारियों में शामिल हो गए हैं. विद्रोही सेना अब राजधानी के 30 किलोमीटर के भीतर है, जिससे सरकार की सत्ता पर पकड़ और भी ख़तरे में पड़ गई है. विदेशी अधिकारियों ने नाम न बताने की शर्त पर कहा कि असद की सरकार कुछ ही दिनों में गिर सकती है. एक अमेरिकी अधिकारी ने अनुमान लगाया कि यह समय सीमा पांच से दस दिन है, जबकि दूसरे ने कहा कि असद को एक सप्ताह में सत्ता से हटाया जा सकता है.

यह भी पढ़ें: दमिश्क के दक्षिण में बमबारी में कम से कम 30 लोगों की मौत

साल 2011 में सीरिया में शुरू हुए सिविल वॉर के दौरान भी होम्स पर विद्रोहियों का कब्जा नहीं हो पाया था लेकिन इस बार विद्रोहियों ने इस शहर पर कब्जा कर लिया सीरिया में तीन बड़े शहरों पर विद्रोहियों का कब्जा हो चुका है और अब वो राजधानी दमिश्क की तरफ बढ़ रहे हैं. विद्रोही गुट हयात तहरीर अल-शाम (HTS)के इरादे खतरनाक लग रहे है. हाफ वीटी सीरिया में 27 नवंबर को सेना और विद्रोही गुटों के बीच संघर्ष शुरू हुआ था.

Advertisement

1 दिसंबर को विद्रोहियों ने उत्तरी शहर अलेप्पो पर कब्जा कर लिया. इसके 4 दिन बाद विद्रोही गुटों ने एक और बड़े शहर हमा पर भी कब्जा कर लिया. विद्रोहियों ने दक्षिणी शहर दारा पर कब्जा करने के बाद राजधानी दमिश्क को दो दिशाओं से घेर लिया है. आउट जाहिर तौर पर सीरिया में हालात काफी खतरनाक है. भारतीय विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार देर रात सीरिया की यात्रा और वहां रहने वाले भारतीय मूल के लोगों के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं.

Live TV

\\\"स्वर्णिम
+91 120 4319808|9470846577

स्वर्णिम भारत न्यूज़ हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं.

मनोज शर्मा

मनोज शर्मा (जन्म 1968) स्वर्णिम भारत के संस्थापक-प्रकाशक , प्रधान संपादक और मेन्टम सॉफ्टवेयर प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Laptops | Up to 40% off

अगली खबर

Manmohan Singh: जब SAD से बगावत कर सुखदेव ने बचाई थी मनमोहन सरकार, NDA में अकाली दल की हो गई थी किरकिरी

राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। वर्ष 2008 में परमाणु संधि को लेकर जब वामपंथी दलों ने प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह की सरकार से समर्थन वापस ले लिया तो सरकार संकट में आ गई। ऐसे मौके पर शिरोमणि अकाली दल जो एनडीए का हिस्सा था के पास आठ सांसद थे।

आपके पसंद का न्यूज

Subscribe US Now