धमकी, रेकी, फायरिंग और अब दोस्त का कत्ल... सलमान के इर्द-गिर्द लॉरेंस विश्नोई ने कैसे खौफ कायम किया

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महाराष्ट्र के मुंबई में NCP नेता बाबा सिद्दीकी (66 साल) की हत्या ने सियासत और सिनेमा दोनों को हिलाकर रख दिया है. लॉरेन्स गैंग ने सोशल मीडिया पर जिस तरीके से इस हत्याकांड की जिम्मेदारी ली, उससे साफ है कि इसका बॉलीवुड एक्टर सलमान खान से भी कनेक्शन है. हो सकता है कि सलमान को डराने के लिए ही इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया हो. इसके पीछे वजह भी गिनाई जा रही हैं. लॉरेंस, सलमान को अपना दुश्मन नंबर एक मानता है. वो 6 महीने पहले ही सलमान के घर फायरिंग भी करा चुका है. उससे पहले धमकी भरी चिट्ठियां भी भेज चुका है और अब सलमान के करीबियों को निशाना बना रहा है.

लॉरेंस पिछले 6 साल से सलमान खान को डराने-धमकाने की कोशिश कर रहा है. साल 2018 में लॉरेंस ने ऐलान किया था कि काले हिरण के शिकार के लिए वो सलमान खान से बदला लेकर रहेगा और उन्हें नहीं छोड़ेगा. वो सलमान पर हमला करवा चुका है. उनके पिता सलीम खान को धमकी दे चुका है. मुंबई के बांद्रा इलाके में जिन बाबा सिद्दीकी का मर्डर हुआ है, वो सलमान खान के बेहद करीबी दोस्त माने जाते थे. रविवार को सलमान खान, बाबा सिद्दीकी के घर पहुंचे और परिवार को ढांढस बंधाया. इससे पहले भी कई मौकों पर बाबा सिद्दीकी और सलमान की दोस्ती देखने को मिली है.

सलमान के इर्द-गिर्द लॉरेंस ने कैसे खौफ कायम किया?

सवाल ये है कि सलमान को डरवाने के पीछे बिश्नोई गैंग का मकसद क्या है?क्या सलमान खान से नजदीकी के चलते बाबा सिद्दीकी को मारा गया? क्या वाकई लॉरेंस विश्नोई गैंग ने बाबा सिद्दीकी का कत्ल किया है? या किसी आपसी रंजिश के चलते उनकी हत्या की गई? वजह कोई हो लेकिन इस हत्याकांड ने सियासत से लेकर सिनेमा तक को हिलाकर रख दिया है.

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दरअसल, मुंबई पुलिस को अब तक कॉन्ट्रैक्ट किलिंग का मामला लग रहा है. हत्या का शक लॉरेंस गैंग पर है. हत्या की जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने कथित सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए ली है. पोस्ट में हत्या को सलमान खान से जोड़ा और लिखा, जो सलमान का दोस्त वो हमारा दुश्मन. तो क्या हत्या का ऑर्डर लॉरेंस ने साबरमती जेल से दिया?

लॉरेंस गैंग से जुड़ा है जीशान अख्तर?

बाबा सिद्दीकी मर्डर केस में फरार आरोपी जीशान अख्तर को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है. जानकारी मिली है कि जीशान, लॉरेंस गैंग से जुड़ा हुआ है और वो लगातार अमनोल बिश्नोई के संपर्क में था. जीशान पर पंजाब में हत्या, लूट के कई मामले भी दर्ज हैं. इस हत्याकांड में ऐसे लिंक पाए गए हैं, जिनसे पता चलता है कि शूटर्स, लॉरेंस बिश्नोई गैंग के सदस्य हैं. सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया गया. बाद में उसे डिलीट कर दिया गया. इस पोस्ट में लॉरेंस गैंग द्वारा हत्या की जिम्मेदारी लेने की बात कही गई थी. इस हत्याकांड की वजह अभिनेता सलमान खान को बताया गया था.

बिश्नोई गैंग के निशाने पर सलमान

सलमान खान को बीते कई सालों से बिश्नोई गैंग से खतरा है. लॉरेंस बिश्नोई और भारत-कनाडा से वांटेड गैंगस्टर गोल्डी बराड़ ने कई बार सलमान खान को मारने का ऐलान किया है. बिश्नोई और गोल्डी बराड़ ने कई बार मुंबई में सलमान पर हमले के लिए अपने शूटर भेजे. लॉरेंस का बेहद खास गैंगस्टर संपत नेहरा साल 2018 में सलमान खान के गैलेक्सी अपार्टमेंट की रेकी करने आया था. हमले को अंजाम देने के पहले हरियाणा पुलिस ने नेहरा को गिरफ्तार कर लिया था. उसने पूछताछ में सलमान खान पर हमले की पूरी प्लानिंग का खुलासा किया था.

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इस हत्याकांड के क्या मायने?

बाबा सिद्दीकी हत्याकांड के बाद दो बड़ी वजहें मानी जा रही हैं. पहली- सलमान खान को इस बात का अहसास दिलाना कि वो लॉरेंस बिश्नोई गैंग की पहुंच से ज्यादा दूर नहीं है. दूसरी- सबसे बड़ी वजह मुंबई के दौलतमंदों से मोटी उगाही वसूलना भी है. इससे पहले अप्रैल में सलमान खान के घर के बाहर फायरिंग की गई थी. सोशल मीडिया पर जो पोस्ट किया गया था, उसमें अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम का नाम लिखा गया था. सुरक्षा एजेंसियों को लगता है कि दाऊद का नाम लिखने के पीछे की वजह ये बताने की है कि अब मुंबई में दाऊद का कोई वर्चस्व नहीं है. सलमान के घर पर फायरिंग करवाकर लॉरेंस बिश्नोई गैंग मुंबई को एक्सटॉर्शन के एक बड़ी मार्केट के तौर पर देख रहा है. पुलिस का ये भी मानना है कि इतनी बड़ी वारदात को अंजाम देने के बाद खुलकर स्वीकार करने की वजह आरोपियों का विदेश में होना है.

सूत्रों का कहना है कि ये गैंगस्टर जानते हैं कि सलमान तक आसानी से नहीं पहुंचा जा सकता है. यही वजह है कि वे अक्सर छोटे-मोटे अपराधों में शामिल लड़कों को अपने गैंग में रिक्रूट करते हैं और उनके द्वारा अपने दुश्मनों को ठिकाने लगवाते हैं. बिश्नोई गैंग किसी वारदात को अंजाम देने के लालच में शूटर्स को भरोसा देता है कि काम हो जाने के बाद उन्हें विदेश भेज दिया जाएगा. इस लालच में नौजवान किसी भी बड़ी वारदात को अंजाम देने से नहीं हिचकते है.

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जब सलमान को भेजे गए धमकी भरे पत्र

लॉरेंस बिश्नोई और उसके सहयोगियों ने सलमान खान को पहले भी धमकी दी थी. इससे पहले लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ से धमकी भरा पत्र मिला था. 2022 और 2023 में सलमान और उनके परिवार को कई धमकी भरे पत्र और संदेश मिले हैं, जिसके बाद से सलमान को मुंबई पुलिस द्वारा सभी हथियार और सुरक्षाकर्मी दिए गए हैं. सलमान को एक व्यक्तिगत हथियार लाइसेंस भी दिया गया है, ताकि वो अपनी सुरक्षा कर सकें. उनके घर के आसपास भी तीन शिफ्टों में 24 घंटे पुलिस की कड़ी सुरक्षा रहती है. सलमान खान को जो धमकी भरा पत्र मिला था, उसमें लिखा था कि उनका हश्र भी सिद्धू मूसेवाला जैसा होगा.

लॉरेंस बिश्नोई ने पहले ही यह सार्वजनिक रूप से कहा था कि वो सलमान को मारने का मौका ढूंढ रहा है, क्योंकि उन्होंने कथित काले हिरण का शिकार किया था. मुंबई पुलिस और अन्य एजेंसियां लॉरेंस बिश्नोई गैंग के सदस्यों पर नजर रख रही हैं. लॉरेंस बिश्नोई गैंग का एक अन्य प्रमुख सदस्य गोल्डी बराड़ भी सलमान खान के खिलाफ धमकियों और फायरिंग की योजना में शामिल पाया गया. गोल्डी बरार कनाडा में रहता है और वहां से गैंग की गतिविधियों का संचालन करता है. वो बिश्नोई गैंग के कई अंतरराष्ट्रीय संपर्कों को संभालता है.

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सलमान का दुश्मन क्यों बना गैंगस्टर लॉरेंस?

गैंगस्टर लॉरेंस, बिश्नोई समाज से है. यह समाज जानवरों को खासतौर पर हिरण को भगवान समान मानता है. वे काले हिरण की पूजा करते हैं. ऐसे में जब सलमान खान का नाम काला हिरण शिकार केस में आया तो लॉरेंस ने सलमान को मारने की धमकी दी थी और तभी से लॉरेंस, सलमान के लिए खतरा बना हुआ है. इसी साल जनवरी में सलमान के पनवेल स्थित फार्म हाउस में दो लोगों ने जबरन घुसने की कोशिश की थी. ये दोनों तार तोड़कर अंदर घुसने की फिराक में थे, तभी सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें पकड़ लिया था. दोनों के पास से फर्जी आधार कार्ड मिले थे. बिश्नोई गैंग से खतरे को देखते हुए सलमान को मुंबई पुलिस ने सुरक्षा दी है. एक्टर जहां भी जाते हैं, उनकी सिक्योरिटी हमेशा टाइट रहती है.

26 साल पहले क्या हुआ था?

साल 1998 के सितंबर महीने में फिल्म ‘हम साथ साथ हैं’ की शूटिंग चल रही थी. सलमान से लेकर सैफ अली खान और तब्बू जैसे सितारे राजस्थान के जोधपुर में डेरा डाले थे. 27-28 सितंबर 1998 की रात घोड़ा फार्म हाउस में काले हिरण का शिकार किया गया, जिसका इल्जाम सलमान खान पर लगा. इस केस से जुड़े चश्मदीदों के मुताबिक, जोधपुर के कांकाणी गांव में रात करीब 2 बजे खेत के आसपास अंधेरे में हेडलाइट की रोशनी चमकी. सफेद रंग की जिप्सी एक ही इलाके में लगातार घूम रही थी. गांव के लोगों को समझते देर नहीं लगी कि यहां शिकारी आ धमके हैं. काले हिरण के शिकार की कोशिश में हैं. इसी दौरान गोली चली. गोली की आवाज सुनते ही गांववालों का शक यकीन में बदल गया. सभी गांव वाले जाग गए और लाठी डंडों के साथ उस तरफ दौड़ पड़े जिधर से गोली चलने की आवाज आई थी. जब गांव वाले मौके पर पहुंचे तो देखा दो काले हिरणों का शिकार किया गया है. गांववालों ने एक जिप्सी को वहां से भागते देखा.

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गांव वालों ने की थीसलमान की पहचान?

ग्रामीणों ने उस जिप्सी का पीछा किया जिसमें कुछ नौजवान लड़के-लड़कियां सवार थे. लेकिन वे लोग जिप्सी लेकर वहां से भाग खड़े हुए. वन अधिकारी की शिकायत पर इस मामले में केस दर्ज किया गया. बाद में एक चश्मदीद ने पुलिस को बताया था कि शिकार करने जिप्सी में नौजवानों के बीच मौजूद सलमान खान को लोगों ने फौरन पहचान लिया था. केस दर्ज था, लिहाजा कार्रवाई भी शुरू हो चुकी थी. इस संबंध में वन अधिकारी ललित बोड़ा ने जोधपुर के लूणी पुलिस थाने में 15 अक्टूबर 1998 को सलमान खान के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई थी. कुल मिलाकर इस मामले में 4 अलग-अलग केस दर्ज हुए थे.

बयान से पलट गया था मुख्य गवाह

मामला अब अदालत में पहुंच चुका था. जिसमें फिल्म अभिनेता सलमान खान, सैफ अली खान, अभिनेत्री नीलम, सोनाली और तब्बु को अरोपी बनाया गया था. लेकिन जब अदालत में मामले की सुनवाई शुरू हुई तो चश्मदीद छोगाराम अपने बयान से पलट गया. यहां तक कि बाद में उसने मेडिकल सर्टिफिकेट बनवाकर कोर्ट में अर्जी लगाई कि उसे कुछ याद नहीं रहता लिहाजा, उसे काला हिरण शिकार मामले की गवाही से अलग रखा जाए. इसके बाद यह मामला जोधपुर की सीजेएम कोर्ट में चलता रहा.

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सलमान को जाना पड़ा था जेल

12 अक्टूबर 1998 को इस मामले में पहली बार सलमान खान की गिरफ्तारी हुई. पांच दिन जेल में रहने के बाद 17 अक्टूबर 1998 को सलमान जमानत पर जोधपुर जेल से रिहा हो गए. सीजेएम कोर्ट ने 17 फरवरी 2006 को सलमान को दोषी करार देते हुए 1 साल की सजा सुनाई. हालांकि हाईकोर्ट ने इस मामले में सलमान को बरी कर दिया. दूसरे मामले में सीजेएम कोर्ट ने 10 अप्रैल 2006 को सलमान खान को दोषी करार देते हुए 5 साल की सजा सुनाई. घोड़ा फार्म हाउस शिकार मामले में सलमान को 10 से 15 अप्रैल 2006 तक 6 दिन सेंट्रल जेल में रहना पड़ा. बाद में सलमान हाईकोर्ट से बरी हो गए. सेशन कोर्ट से सजा बरकरार रहने के बाद सलमान को 26 से 31 अगस्त 2007 तक जेल में रहना पड़ा था. बाद में वो जमानत पर रिहा हो गए थे.

तीसरे केस यानी आर्म्स एक्ट के मामले में सलमान पहले ही बरी कर दिए गए थे. आरोप था कि 22 सितंबर 1998 को सलमान खान के कमरे से पुलिस ने एक रिवॉल्वर और राइफल बरामद की थी. चौथे और आखिरी काला हिरण शिकार मामले में जोधपुर कोर्ट ने उन्हें दोषी करार दिया था.

हमलावरों ने बाबा सिद्दीकी हत्याकांड को कैसे दिया अंजाम?

बताया जा रहा है कि आरोपियों ने घटनास्थल की पहले कई बार रेकी की. उसके बाद मौका देखकर बाबा सिद्दीकी की हत्या की. पुलिस को आरोपियों के पास से दो पिस्तौल और 28 कारतूस भी बरामद किए हैं. बाबा सिद्दीकी को रविवार रात सुपुर्द-ए-खाक किया गया है. जिन तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, उनमें धर्मराज कश्यप, गुरमेल सिंह और प्रवीण लोणकर का नाम शामिल है. जिन आरोपियों की तलाश की जा रही है, उनमें शिवकुमार, जीशान अख्तर और पोस्ट करने वाले शुभम लोणकर का नाम शामिल है.

आरोपियोंकी तलाश में जुटीं 15 टीमें

बाबा सिद्दीकी मर्डर के बाद 5 राज्यों तक हलचल देखी जा रही है. मुंबई पुलिस की 15 टीमें फरार आरोपियों को पकड़ने के लिए जुटी हैं. अभी तक 3 आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है जबकि 3 फरार हैं. प्रवीण लोणकर पुणे में डेयरी चला रहा था. अन्य दो आरोपी धर्मराज कश्यप और शिवकुमार उसकी डेयरी के बगल में ही स्क्रैप सेंटर में काम करते थे.

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मनोज शर्मा

मनोज शर्मा (जन्म 1968) स्वर्णिम भारत के संस्थापक-प्रकाशक , प्रधान संपादक और मेन्टम सॉफ्टवेयर प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं।

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