राजस्थान के टोंक में नरेश मीणा द्वारा एसडीएम को थप्पड़ मारने को लेकर बवाल बढ़ गया है. एक ओर नरेश मीणा ने एसडीएम पर फर्जी वोटिंग कराने का आरोप लगाया है, वहीं दूसरी ओर पुलिस नरेश मीणा के खिलाफ एक्शन के लिए तैयार है. उन्हें गिरफ्तार करने के लिए पुलिस पहुंच चुकी है. इस दौरान किसी तरह की हिंसा या तोड़फोड़ न हो, इसलिए पूरे इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया गया है.
पुलिस पूरी तैयारी के साथ नरेश मीणा को गिरफ्तार करने के लिए गांव में घुस रही है. पूरी फोर्स को लेकर टोंक के एसपी विकास सांगवान नरेश मीणा की गिरफ्तारी के लिए पहुंच रहे हैं. बताया जा रहा है कि नरेश मीणा अपने समर्थकों के साथ धरने पर बैठे हुए हैं. किसी तरह की हिंसा न हो, इसके लिए भारी पुलिस फोर्स तैनात की गई है.
नरेश मीणा ने एसडीएम पर आरोप लगाते हुए कहा था कि गांव के लोग वोटिंग का बहिष्कार कर रहे थे, लेकिन एसडीएम बीजेपी कैंडिडेट को जिताने के लिए वहां फर्जी वोटिंग करा रहे थे. इतना ही नहीं एसडीएम ने आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, उसके पति और एक टीचर को धमकाया कि अगर वोट नहीं डाला तो उनकी सरकारी नौकरी चली जाएगी.
राजस्थान की इन सीटों पर हुए उपचुनाव
राजस्थान की 7 विधानसभा सीटों- झुंझुनू, दौसा, देवली-उनियारा, खींवसर, चौरासी, सलूंबर और रामगढ़ के लिए 13 नवंबर को वोटिंग हुई. इसके नतीजे 23 नवंबर को नतीजे घोषित किए जाएंगे. सूबे में जिन सात सीटों पर उपचुनाव हुए, उनमें से चार कांग्रेस के पास थीं और एक-एक बीजेपी, बीएपी आरएलपी के पास थी. दो सीटों पर उपचुनाव मौजूदा विधायकों- कांग्रेस के जुबैर खान (रामगढ़) और बीजेपी के अमृतलाल मीना (सलूंबर) के निधन के कारण हो रहे हैं.
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