टेंशन में जेलेंस्की! अमेरिका के भरोसे रूस से युद्ध लड़ रहा था यूक्रेन! अब ट्रंप की जीत बढ़ाएगी परेशानी?

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अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की जीत ने यूक्रेन को चिंतित कर दिया है. दरअसल, रूस के खिलाफ करीब तीन वर्षों से चल रहे युद्ध में यूक्रेन विदेशी सैन्य सहायता पर निर्भर है- विशेष रूप से अमेरिका पर. ट्रंप अपने चुनाव अभियान के दौरान इस मुद्दे को बार-बार उठाते रहे कि बाइडेन प्रशासन अमेरिकी नागरिकों के टैक्स का पैसा उन पर खर्च करने की बजाय, युद्ध में दूसरे देशों की सहायता करने पर खर्च कर रहा.

न्यूज एजेंसी एएफपी ने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के नतीजों पर यूक्रेन के लोगों से बातचीत की और उनकी राय जानने की कोशिश की. नतालिया पिचाकी, जो 2022 में रूसी सेना की घेराबंदीके बाद मारियुपोल शहर से पलायन कर गई थीं, उन्होंने कहा कि ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद उन्हे लगता है कि यूक्रेन को मिलने वाली सैन्य मदद कम हो जाएगी. पिचाकी ने कहा, 'यह हमारे लिए चिंता वाली बात है और हम बहुत परेशान हैं.'

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यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने बुधवार को ट्रंप की जीत पर उन्हें बधाई दी और कहा कि उन्हें उम्मीद है कि डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने से यूक्रेन में शांति आएगी. लेकिन अतीत पर नजर डालें तो ट्रंप के सहयोगियों ने यूक्रेन को युद्ध समाप्त करने के लिए विवादित क्षेत्रों को रूस को सौंपने का सुझाव दिया है. ट्रंप के सहयोगी जेडी वेंस अमेरिका के अगले उपराष्ट्रपति होंगे. उन्होंने कुछ समय पहले एक बयान में कहा था कि उन्हें यूक्रेन के भाग्य की परवाह नहीं है. अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के दौरान उन्होंने कई मौकों पर दावा किया कि ट्रंप यूक्रेन युद्ध को समाप्त करवा सकते हैं.

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बंद दरवाजों के पीछे, कुछ यूक्रेनी अधिकारी डोनाल्ड ट्रंप के नेतृत्व वाली आगामी अमेरिकी सरकार को लेकर आशावादी बने हुए हैं और उन्होंने वेट एंड वॉच की नीति अपनाई है. आईटी प्रोफेशनल टेटियाना पोडलेस्का ने कहा कि यूक्रेन के लिए अमेरिकी समर्थन पूरी तरह इस बात पर निर्भर नहीं करता कि राष्ट्रपति कौन है. उन्होंने कहा, 'मुझे नहीं लगता है कि वह चीजों को पूरी तरह बदल देंगे.' हालांकि उन्होंने स्वीकार किया कि ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद रूस के साथ युद्ध में यूक्रेन की बाइडेन प्रशासन से ज्यादा मदद करने की संभावना नहीं है.

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कीव में एक शिक्षक ओल्गा प्राइखोडको ने कहा कि अमेरिकी चुनाव नतीजों ये यह संदेश निकलकर आया है कि यूक्रेन को युद्ध में जीत सुनिश्चित करने के लिए घरेलू स्तर पर और भी अधिक प्रयास करने होंगे. उन्होंने कहा, 'क्योंकि हमारा जीवन, हमारे देश का भविष्य हमारे हाथों में है.' यूक्रेन की राजधानी कीव के 52 वर्षीय निवासी इगोर स्ट्राइजियस ने डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिका का अगला राष्ट्रपति बनने पर कहा, 'यह हर किसी को चिंतित करता है. यह पूरी दुनिया को चिंतित करता है- केवल यूक्रेन को नहीं. हमें इंतजार करना होगा और देखना होगा कि आगे क्या होता है.'

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मनोज शर्मा

मनोज शर्मा (जन्म 1968) स्वर्णिम भारत के संस्थापक-प्रकाशक , प्रधान संपादक और मेन्टम सॉफ्टवेयर प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं।

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