इजरायल ने शनिवार तड़के ईरान पर भीषण हमला बोला. इजरायली सेना ने इस हमले की पुष्टि करते हुए बताया कि ईरान के सैन्य ठिकानों समेत तेहरान और आसपास के शहरों पर बमबारी की गई है. इजरायल की लोकल मीडिया के अनुसार ईरान पर हमला करने के लिए इजरायली सेना ने 100 से अधिक लड़ाकू विमानों का इस्तेमाल किया. इजरायल की इस कार्रवाई को ईरान की तरफ से 1 अक्टूबर को किए गए हमलों के जवाब के रूप में देखा जा रहा है.
यरुशलम पोस्ट के अनुसार, ईरान में सैन्य ठिकानों पर शनिवार के हमलों में 100 से अधिक इजरायली विमानों ने हिस्सा लिया. 2000 किमी दूर से किए गए इस हमले में एफ-35 फाइटर जेट का इस्तेमाल किया गया है. एक अमेरिकी अधिकारी ने न्यूज एजेंसी रॉयटर्स को बताया कि ईरान में सैन्य ठिकानों पर हमले से पहले अमेरिका को इसकी जानकारी दे दी गई थी लेकिन वह ऑपरेशन में शामिल नहीं है.
'परमाणु ठिकानों और तेल क्षेत्रों पर हमले नहीं'
टाइम्स ऑफ इजरायल के अनुसार, एनबीसी ने एक अज्ञात इजरायली अधिकारी के हवाले से कहा कि इजरायल ईरानी परमाणु ठिकानों या तेल क्षेत्रों पर हमला नहीं कर रहा है. उसका फोकस सैन्य लक्ष्यों पर है. इजरायली सेना ने भी पुष्टि की है कि वह सैन्य ठिकानों को टारगेट कर रहे हैं.
अधिकारी के हवाले से कहा गया, 'हम उन चीजों को निशाना बना रहे हैं जिनसे हमें अतीत में खतरा था या भविष्य में खतरा हो सकता है.' ईरान के बैलिस्टिक मिसाइल हमले के खिलाफ इजरायल की कार्रवाई का समर्थन करते हुए बाइडेन प्रशासन इजरायल से ऐसे लक्ष्यों पर हमला नहीं करने का आग्रह करता रहा है.
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