बागियों और कमजोर पकड़ वाले विधायकों से तौबा, महाराष्ट्र चुनाव के लिए कांग्रेस की कुछ ऐसी है तैयारी

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महाराष्ट्र के कांग्रेस नेता दिल्ली में आलाकमान के साथ इस बात पर मंथन कर रहे हैं कि विधायकों के खिलाफ एंटी-इनकम्बेंसी और पार्टी विरोधी गतिविधियों से कैसे निपटा जाए. जहां तक ​​एंटी-इनकम्बेंसी की बात है तो 12 सीटों पर इसका प्रभाव है और इनमें से 7 सीटें ज्यादा प्रभावित हैं. इनमें से कुछ सीटों की मांग शिवसेना यूबीटी और एनसीपीएसपी कर रहे हैं. उन कुछ सीटों की अदला-बदली पर चर्चा होने की संभावना है, जहां कांग्रेस विधायकों के खिलाफ एंटी-इनकम्बेंसी ज्यादा है.

कुछ कांग्रेस विधायकों पर दो विधान परिषद चुनावों के दौरान क्रॉस वोटिंग करने का आरोप है.एक बार 2022 में और फिर 2024 में. वरिष्ठ कांग्रेस नेता चंद्रकांत हंडोरे 2022 में क्रॉस वोटिंग के कारण हार गए थे. हंडोरे वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं के संपर्क में हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि क्रॉस वोटिंग करने वालों को इस बार टिकट नहीं मिले. कांग्रेस नेताओं के मुताबिक, 7 विधायकों को क्रॉस वोटिंग के लिए चिन्हित किया गया है. इनमें से जीशान सिद्दीकी, जितेश अंतापुरकर और हीरामन खोसकर ने पार्टी छोड़ दी है. चार अन्य विधायक फिलहाल पार्टी में बने हुए हैं.

क्रॉस वोटिंग करने वालों की हो गई है पहचान:चव्हाण

देखने वाली बात यह होगी कि क्या कांग्रेस क्रॉस वोटिंग करने वाले विधायकों को टिकट देगी या नहीं. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व सीएम पृथ्वीराज चव्हाण का एक वीडियो वायरल है जिसमें वह बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे हैं. इसमें वह कह रहे हैं कि क्रॉस वोटिंग करने वालों की पहचान कर ली गयी है और बता दिया गया है कि इस बार उन्हें टिकट नहीं मिलेगा. इस बीच महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए सीट-बंटवारे को लेकर महा विकास अघाड़ी में सहमति नहीं बन पा रही है.

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उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना यूबीटी और कांग्रेस कुछ सीटों को लेकर अड़ गई हैं. ट्राइडेंट होटल में 10 घंटे की मैराथन बैठक के बावजूद कोई समाधान नहीं निकल सका है. गतिरोध इस कदर बढ़ गया है कि ठाकरे गुट के नेता महाराष्ट्र कांग्रेस नेताओं संग बातचीत करने की बजाय सीधा दिल्ली में आलाकमान से संपर्क कर रहे हैं. विवाद के केंद्र में विदर्भ, मुंबई और नासिक जैसे क्षेत्रों में महत्वपूर्ण सीटों का आवंटन है. जैसे नासिक पश्चिम सीट पर ठाकरे गुट सुधाकर बडगुजर की उम्मीदवारी पर जोर दे रहा है. हालांकि, कांग्रेस अपना उम्मीदवार उतारने पर अड़ी हुई है.

MVAमेंसीट बंटवारे पर उद्धव गुट और कांग्रेस में रार

ट्राइडेंट होटल में 19 अक्टूबर की देर रात हुई बैठक के दौरान स्थिति तब और बिगड़ गई, जब कांग्रेस नेता नाना पटोले के नासिक पश्चिम सीट पर जोर देने के कारण शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने मीटिंग से वॉकआउट कर दिया. यह प्रकरण महा विकास अघाड़ी के भीतर बढ़ती खींचतान का संकेत देता है. इसी तरह ठाकरे गुट ने विदर्भ की 12 सीटों पर दावा किया है, जिनमें अरमोरी, चिमूर और रामटेक जैसे प्रमुख निर्वाचन क्षेत्र शामिल हैं. विदर्भ की इन 12 सीटों पर वर्तमान में या तो भाजपा या निर्दलीय विधायक हैं.

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उद्धव ठाकरे गुट का तर्क है कि चूंकि ये सीटें वर्तमान में एमवीए के किसी दल के पास नहीं हैं, इसलिए उनका दावा उचित है. हालांकि, कांग्रेस इनमें से कई सीटें देने को तैयार नहीं है. विदर्भ और नासिक पश्चिम के अलावा, अन्य विवादास्पद सीटों में दक्षिण नागपुर शामिल है, जहां कांग्रेस उम्मीदवार गिरीश पांडव टिकट के लिए प्रयास कर रहे हैं. लेकिन ठाकरे गुट ने भी इस सीट पर रुचि व्यक्त की है. यवतमाल में कांग्रेस और शरद पवार गुट की एनसीपी दोनों सीट के लिए प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं, जिससे बातचीत में और जटिलताएं पैदा हो रही हैं. इसी तरह, अकोला पश्चिम निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस चुनाव लड़ती थी, लेकिन ठाकरे गुट यहां भी दावा ठोक रहा है.

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मनोज शर्मा

मनोज शर्मा (जन्म 1968) स्वर्णिम भारत के संस्थापक-प्रकाशक , प्रधान संपादक और मेन्टम सॉफ्टवेयर प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं।

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