100 बदमाशों का गैंग, किले में बंकर और लेडी डॉन से इश्क... आनंदपाल सिंह के कुख्यात गैंगस्टर बनने की कहानी

4 1 34
Read Time5 Minute, 17 Second

सिर पर हैट. आंखों पर चश्मा. चमकदार कोट. चारों तरफ पुलिसवालों का पहरा. जीते जी जरायम की दुनिया में राज करने वाला गैंगस्टर आनंदपाल सिंह एक बार फिर सुर्खियों में है. उसके एनकाउंटर मामले में जोधपुर कोर्ट ने सीबीआई की क्लोजर रिपोर्ट खारिज कर दी है. इतना ही नहीं कोर्ट ने एनकाउंटर में शामिल पुलिसकर्मियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 302 के तहत केस चलाने का हुक्म दे दिया है. इस तरह राजस्थान के इस कुख्यात गैंगस्टर का नाम चर्चा में आ गया है. उसकी कहानी जितनी खौफनाक है, उतनी दिलचस्प भी है.

गैंगस्टर आनंदपाल सिंह राजस्थान के नागौर जिले की लाडनूं तहसील के एक सांवराद गांव में पैदा हुआ था. वो बचपन से ही पढ़ने में बहुत होशियार था. उसके पिता का सपना था कि वो पढ़-लिखकर एक टीचर बने. यही वजह है कि उसने ग्रेजुएशन करने के बाद बीएड की ट्रेनिंग भी ली, लेकिन इसी बीच उसका मन सियासत में रमने लगा. साल 2000 में राजस्थान में जिला पंचायत के चुनाव होने वाले थे. आनंदपाल ने भी पंचायत का चुनाव लड़ा और जीत भी गया. लेकिन पंचायत समिति के प्रधान के चुनाव में वो हार गया था.

जरायम की दुनिया में ऐसे आया आनंदपाल

कांग्रेसी नेता हरजी राम बुरड़क के बेटे जगनाथ बुरड़क ने महज दो वोटों से आनंदपाल को हरा दिया. ये बात उसे रास नहीं आई. उसे बहुत गुस्सा आया. गुस्से ने उसके मन में इंतकाम का जहर बो दिया. इंतकाम की आग ने उसे जरायम की दुनिया में धकेल दिया. साल 2006 में उसने डीडवाना में जीवनराम गोदारा नामक शख्स की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी. इस हत्याकांड ने उसे पूरे राजस्थान में कुख्यात कर दिया. उसने धीरे-धीरे शराब के काले कारोबार में हाथ आजमाना शुरू किया और जल्द ही बहुत बड़ा तस्कर बन गया.

Advertisement

100 से अधिक बदमाशों का गैंग चलाता था

आनंदपाल सिंह के खिलाफ लूट, डकैती, गैंगवार, हत्या और हत्या के प्रयास सहित 24 से ज्यादा मामले दर्ज थे. उसे आठ मामलों में कोर्ट ने भगोड़ा घोषित किया था. सीकर के गोपाल फोगावट हत्याकांड को भी उसने ही अंजाम दिया था. साल 2011 में सुजानगढ़ में भोजलाई चौराहे पर सरेआम फायरिंग की थी, जिसमें 3 लोग जख्मी हुए थे. उसके गैंग में 100 से ज्यादा बदमाश शामिल थे, जो उसके एक इशारे पर कुछ भी करने के लिए तैयार रहते थे. राजस्थान के कई नेताओं और अफसरों को उससे खतरा था.

पुलिस उसके सिर रखा था 5 लाख का इनाम

आनंदपाल सिंह के गैंग ने नानूराम नामक एक शख्स की बेरहमी से हत्या की थी. उसके शव को एसिड डालकर जला दिया था. इस हत्याकांड के बाद वो फरार हो गया. उसकी फरारी के 6 साल बाद साल 2012 में पुलिस ने उसको गिरफ्तार किया था. लेकिन साल 2015 में डीडवाना कोर्ट से पेशी से लौटते समय वो पुलिस के चंगुल से भाग निकला. पुलिस उसके सिर पर 5 लाख का इनाम रखा था. उस पर दबाव बनाने के लिए पुलिस-प्रशासन ने उसकी करीब 150 करोड़ से ज्यादा की बेनामी संपत्तियां कुर्क कर ली थी.

Advertisement

crime

खलनायक के किले की तरह था फार्म हाउस

तलाशी अभियान के दौरान पुलिस ने आनंदपाल सिंह का एक ऐसा किला खोज निकाला था, जो किसी फिल्मी खलनायक के किले से कम नहीं था. सुनसान खेतों के बीच बने एक फार्महाउस को उसने किले का रूप दे रखा था. यहां दुश्मनों से लोहा लेने के लिए बंकर बने हुए थे. अंदर से बाहर की तरफ गोली चलाने के लिए दीवारों में छेद भी बनाए गए थे. करीब 9 बीघे जमीन पर बने इस किले के अंदर जाने के बाद पुलिस अधिकारियों के होश फाख्ता हो गए थे. यहां तहखाने के भीतर एक ओर तहखाना मिला, जिसे पिंजरा रखा था.

लोहे के पिंजरे में लोगों को करता था प्रताड़ित

संभवतः आनंदपाल सिंह अपने दुश्मनों को प्रताड़ित करने के लिए इसी पिंजरे में कैद किया करता था. वो ज्यादातर जमीनों पर अवैध कब्जा करवाता था और जबरन लोगों की जमीनें खरीद लेता था. विरोध करने पर उन्हें इसी किले में यातनाएं दी जाती थी. फरारी के दौरान वो अपनी प्रेमिका लेडी डॉन अनुराधा चौधरी के साथ यहां रहा था. बताया जाता है कि यह फार्महाउस सीता देवी नामक एक दलित महिला के नाम पर था. लेकिन पुलिस ने जब उनसे पूछताछ की तो उसने इसकी जानकारी होने से साफ इंकार कर दिया था.

Advertisement

ऐसे पुलिस एनकाउंटर में मारा गया आनंदपाल

साल 2017 में भारी दबाव के बीच राजस्थान के सालासर में पुलिस ने एनकाउंटर के दौरान गैंगस्टर आनंदपाल सिंह को मार गिराया था. इस एनकाउंटर के दौरान आनंदपाल और उसके दो साथियों ने एके-47 से पुलिस पर करीब 100 राउंड फायर किए थे. पुलिस की जवाबी कार्रवाई में आनंदपाल को 6 गोलियां लगी थीं. दो पुलिसकर्मी भी घायल हुए थे. दरअसल, एसओजी ने आनंदपाल के दो भाइयों देवेंद्र उर्फ गुट्‌टू और विक्की को हरियाणा के सिरसा से गिरफ्तार किया था. उनसे पूछताछ में पता चला कि आनंदपाल सालासर में है.

आनंदपाल और अनुराधा चौधरी की प्रेम कहानी

गैंगस्टर आनंदपाल सिंह की प्रेम कहानी भी खूब चर्चित रही है. लेडी डॉन अनुराधा चौधरी उसकी प्रेमिका रह चुकी है. जींस पैंट के साथ टी शर्ट और शर्ट में रहने वाली लंबी कद-काठी की अनुराधा जयपुर की रहने वाली है. वो अजमेर के सोफिया स्कूल की पढ़ी लिखी है और फर्राटे से अंग्रेजी बोलती है. लेकिन जल्दी पैसा कमाने और अय्याशी भरी जिंदगी की चाह ने उसको अपराध की दुनिया में खींच लाया. वो आनंदपाल के गैंग में शामिल हो गई. धीरे-धीरे उसके करीब आई और देखते-देखते गैंग में नंबर दो बन गई. फिलहाल अनुराधा ने गैंगस्टर काला जठेड़ी से शादी कर ली है.

\\\"स्वर्णिम
+91 120 4319808|9470846577

स्वर्णिम भारत न्यूज़ हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं.

मनोज शर्मा

मनोज शर्मा (जन्म 1968) स्वर्णिम भारत के संस्थापक-प्रकाशक , प्रधान संपादक और मेन्टम सॉफ्टवेयर प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Laptops | Up to 40% off

अगली खबर

IND vs BAN Test, Stats Records: 13 टेस्ट, 8 सीरीज, 23 साल...भारत का बांग्लादेश के ख‍िलाफ टेस्ट में तूफानी रिकॉर्ड, आंकड़े चौंकाने वाले

आपके पसंद का न्यूज

Subscribe US Now