UK Election 2024- ब्रिटेन के चुनावी मैदान में उतरे भारतवंशी हारे या जीते? जानें ऋषि सुनक सहित इन 10 लोगों का रिजल्ट

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UK 2024 Election: ब्रिटेन के आम चुनावों में किएर स्टार्मर की लेबर पार्टी ने प्रचंड जीत हासिल की है. 14 साल विपक्ष में बैठने के बाद लेबर पार्टी की सत्ता में वापसी हुई है. हाउस ऑफ कॉमंस की 650 सीटों के लिए हुए चुनाव में से 641 सीटों के नतीजे आ चुके हैं. किएर स्टार्मर की अगुवाई में चुनाव मैदान में उतरी मुख्य विपक्षी पार्टी लेबर पार्टी को इन 641 में से 410 सीटों पर जीत मिली है.

वहीं प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की अगुवाई में चुनाव लड़ी कंजर्वेटिव पार्टी 119 सीटें ही जीत सकी है. प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने हार स्वीकार करते हुए आम चुनाव में पार्टी के खराब प्रदर्शन की जिम्मेदारी ली है. इस चुनाव में भारतीय मूल के भी कई उम्मीदवार मैदान में थे जिनमें एक नाम खुद ऋषि सुनक का है. आइए जानते हैं कि भारतीय मूल के ये 10 कैंडिडेट अपनी सीट बचा पाए या नहीं.

ऋषि सुनक

ब्रिटेन के निवर्तमान प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की कंजर्वेटिव पार्टी भले चुनाव हार गई हो लेकिन सुनक अपनी सीट बचाने में कामयाब रहे. रिचमंड एंड नॉर्थएलर्टन सीट से चुनाव लड़ रहे ऋषि सुनक को 47.5 प्रतिशत वोट मिले. उन्हें 23,059 वोट मिले. दूसरे नंबर पर रहे लेबर पार्टी के टॉम विल्सन को 10,874 यानी 22.4 प्रतिशत वोट मिले.

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प्रीत कौर गिल

बर्मिंघम एजबेस्टन सीट से लेबर पार्टी की प्रीत कौर गिल ने जीत हासिल की है. प्रीत कौर गिल ने 16,599 यानी 44.3 प्रतिशत वोट हासिल किए. दूसरे नंबर पर रहे कंजर्वेटिव उम्मीदवार अश्विर संघा को 8,231 वोट मिले. दोनों के बीच हार-जीत का अंतर 8 हजार से अधिक वोटों का रहा.

प्रीती पटेल

प्रीती पटेल ने अपनी सीट विथम (एसेक्स) सफलतापूर्वक बचा ली. उन्होंने 37.2 प्रतिशत वोट हासिल किए और लेबर पार्टी के उम्मीदवार को पीछे छोड़ दिया. गुजराती मूल की राजनेता 2019 से 2022 तक ब्रिटेन की गृह मंत्री रह चुकी हैं.

गगन मोहिंदरा

लेबर पार्टी की बंपर जीत के बावजूद साउथ वेस्ट हर्ट्स ने कंजर्वेटिव उम्मीदवार गगन मोहिंदरा को एक बार फिर से चुना है. गगन मोहिंदरा ने 16,458 वोटों के साथ जीत हासिल की जबकि लिबरल डेमोक्रेट सैली सिमिंगटन 12,002 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहीं. लेबर पार्टी के एलेक्स सुफिट 9,637 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहे.

कनिष्क नारायण

लेबर पार्टी के कनिष्क नारायण अलुन केर्न्स को हराकर अल्पसंख्यक बैकग्राउंड से आने वाले वेल्श के पहले सांसद बने हैं. नारायण का जन्म भारत में हुआ था और जब वह 12 साल के थे तब कार्डिफ चले गए थे. वह स्कॉलरशिप पर ईटन चले गए और सिविल सर्वेंट बनने से पहले उन्होंने ऑक्सफोर्ड और फिर स्टैनफोर्ड में पढ़ाई की.

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नवेन्दु मिश्रा

स्टॉकपोर्ट से लेबर पार्टी का प्रतिनिधित्व करने वाले मौजूदा सांसद नवेंदु मिश्रा ने अपनी सीट से जीत हासिल की है. नवेंदु मिश्रा को 21,787 वोट मिले. 2019 में पहली बार स्टॉकपोर्ट सीट जीतने के बाद उन्हें इस निर्वाचन क्षेत्र का दोबारा प्रतिनिधित्व करने का एक और अवसर दिया गया था.

लिसा नंदी

लेबर पार्टी की सदस्य लिसा नंदी ने 19,401 वोटों के साथ अपनी विगन सीट बरकरार रखी, जो 2014 से उनके पास है. रिफॉर्म यूके के उम्मीदवार एंडी डॉबर 9,852 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहे. कंजर्वेटिव उम्मीदवार हेनरी मिटसन को सिर्फ 4,310 वोट मिले.

सुएला ब्रेवरमैन

भारतीय मूल की सुएला ने फरेहम एंड वाटरलूविले सीटों से जीत हासिल की है. उन्होंने लंदन की पुलिस पर फिलिस्तीन समर्थक होने का आरोप लगाया था जिसके बाद ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने उन्हें गृहमंत्री के पद से बर्खास्त कर दिया था.

शिवानी राजा

शिवानी राजा ने लेबर पार्टी से लीसेस्टर ईस्ट सीट जीतकर ब्रिटेन के आम चुनावों में जीत हासिल की है. मुकाबले में पूर्व सांसद क्लाउड वेब्बे और कीथ वाज़ जैसे दमदार उम्मीदवार भी थे, जो निर्दलीय मैदान में थे.

तनमनजीत सिंह ढेसी

सिख नेता तनमनजीत सिंह को स्लो (Slough) से दोबारा सांसद चुना गया है. उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर कर स्लो के लोगों को उन्हें फिर से चुनने के लिए धन्यवाद दिया. तनमनजीत सिंह ढेसी ब्रिटिश संसद के पहले पगड़ी पहनने वाले सिख सांसद हैं.

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मनोज शर्मा

मनोज शर्मा (जन्म 1968) स्वर्णिम भारत के संस्थापक-प्रकाशक , प्रधान संपादक और मेन्टम सॉफ्टवेयर प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं।

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