अहमदाबाद नगर निगम द्वारा संचालित नगर प्राथमिक शिक्षण समिति ने साल 2025-26 के लिए अपना वार्षिक बजेट पेश किया है.शासक पक्ष ने 1155 करोड़ रुपये के बजेट को मंजूरी दी है. इस बजट में से 7.46% यानी 86.10 करोड़ रुपये अहमदाबाद की सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के विकास, शिक्षा और शिक्षकों के लिए खर्च किए जाएंगे, जबकि 2.32% यानी 26.84 करोड़ रुपये स्कूलों और उनके इंफ्रास्ट्रक्चर पर खर्च होंगे.
प्राइवेट छोड़ सरकारी स्कूल पहुंचे हजारों छात्र
नगर प्राथमिक शिक्षण समिति, अहमदाबाद के चेयरमैन सुजय मेहता ने कहा कि अहमदाबाद नगर निगम के स्कूल बोर्ड में वर्तमान में 450 स्कूलों में 1,70,586 बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं.इन स्कूलों में बच्चों को चार भाषाओं में शिक्षा दी जाती है.पिछले 10 सालों में 55,605 विद्यार्थियों ने प्राइवेट स्कूल छोड़कर नगर निगम की सरकारी स्कूलों में प्रवेश लिया है.इस बार जो बजट मंजूर किया गया है, उसे NEP 2020 और विकसित भारत 2047 को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है.
इस बजट में मिशन स्कूल ऑफ एक्सीलेंस के तहत 20 स्कूलों में 169 कक्षाओं और 22 स्कूलों में 247 कक्षाओं की मरम्मत की जाएगी.इसके अलावा 12 नई स्कूल बनाए जाएंगे.अहमदाबाद नगर निगम की स्टैंडिंग कमिटी द्वारा लिए गए निर्णय के अनुसार, 1 से 5 कक्षा में पढ़ने वाले 93,307 बच्चों को दूध संजीवनी योजना के तहत 200 मिली दूध दिया जाएगा। सरकारी स्कूलों के बच्चों को यूनिफार्म, बैग, किट, जूते-मोजे और सप्लीमेंट्री फूड भी दिए जाएंगे.
अहमदाबाद नगर निगम के चेयरमैन सुजय मेहता ने यह भी बताया कि शहर के विभिन्न हेरिटेज स्थलों के लिए सरकारी स्कूलों में 1,000 बेस्ट लॉकगाइड तैयार किए जाएंगे.बच्चों में साइबर अवेयरनेस बढ़ाने के लिए वर्कशॉप आयोजित की जाएंगी.2036 में ओलंपिक अहमदाबाद में हो सकता है, इसलिए बच्चों को विभिन्न खेलों के लिए तैयार किया जाएगा और इसके लिए जरूरी इन्फ्रास्ट्रक्चर और कोच भी उपलब्ध करवाए जाएंगे.
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