क्या अग्निवीर की मृत्यु होने पर परिवार को मुआवजा देती है सरकार? जानिए क्या हैं अग्निपथ स्कीम के नियम

4 1 20
Read Time5 Minute, 17 Second

Agniveer Shaheed: नेता प्रत‍िपक्ष राहुल गांधी ने अग्न‍िपथ स्कीम को लेकर कहा कि अग्न‍िवीर को शहीद होने पर कुछ नहीं मिलता. इसके बाद सरकार ने भी अपना जवाब दिया. ऐसे में आइए जानते हैं कि आख‍िर मोदी सरकार द्वारा शुरू की गई अग्न‍िपथ स्कीम में क्या प्रावधान हैं. अग्न‍िवीर की सैलरी, नियुक्त‍ि, पेंशन और मुआवजा से संबंध‍ित नियमों के बारे में जानते हैं.

अग्न‍िवीर की भर्ती

भारतीय सेना में शामिल होने के इच्छुक उम्मीदवार साल 2022 में भारत सरकार द्वारा लॉन्च हुईअग्निपथ स्कीम का हिस्सा बनसकते हैं. इसके तहत भर्ती होने वाले उम्मीदवारों को अग्निवीर कहाजाता है, लेकिन इसयोजना के तहत सेना में नौकरी करने वाले उम्मीदवारों को सिर्फ 4 साल के लिए ही देश सेवा का मौका मिलता है. चार साल के आखिर में, ज्यादातर सैनिकों को ड्यूटी से मुक्त कर दिया जाएगा और उन्हें आगे के रोजगार के अवसरों के लिए सशस्त्र बलों से सहायता मिलती है. हालांकि, कुछ अग्निवीरों को सेना में स्थायी तौर पर भर्ती भी किया जाता है.

कितनी है अग्निवीरों की सैलरी और क्या है पेंशन का प्रावधान?

इस भर्ती में पेंशन जैसी कोई स्कीम नहीं है, लेकिनसैलरी में से निधि फंड (Sewa Nidhi Fund) के लिए हर महीने पैसे काटे जाते हैं,जो 4 साल की सर्विस केबाद अग्निवीरों को दिए जाएंगे. अग्निवीर स्कीम के तहत भर्ती होने वाले उम्मीदवारों को नौकरी के पहले सालहर महीने इन हैंड 21 हजार रुपये सैलरी देने का प्रावधान है. पहले साल अग्निवीरों की टोटल सैलरी (Agniveer Total Salary) 30 हजार रुपये है. इसमें से सेवा निधि फंड (Sewa Nidhi Fund) के लिए 30 फीसदी यानी 9 हजार रुपये काटे जाते हैं.हर साल अग्निवीरों को सैलरी बढ़ाई जाती है, इसके साथ ही सेवा निधि फंड का अमाउंट भी बढ़ जाता है.

Advertisement

चार साल में कितनी बढ़ जाती है अग्निवीरों की सैलरी?

एक साल की नौकरी पूरी करने के बाद अगले साल अग्निवीरों की सैलरी में 10 फीसदी का इजाफा किया जाएगा, जिसके बाद सर्विस के दूसरे साल में टोटल सैलरी 33 हजार रुपये मिलेगी. इसमें से 9,900 रुपये सेवा निधि फंड में जाएंगे और अग्निवीरों को हर महीने 23,100 रुपये ही मिलेंगे. दूसरे साल की तरह तीसरे साल में भी अग्निवीरों की सैलरी बढ़ा दी जाएगी. सर्विस के तीसरे साल में टोटल सैलरी 36 हजार 500 हो जाएगी. इसमें से सेवा निधि फंड के लिए 10 हजार 950 रुपये काटे जाएंगे. तीसरे साल में इन-हैंड सैलरी 25,550 रुपये हो जाएगी. इसके बाद चौथे यानी किआखिरी साल में सैलरी बढ़कर 40 हजार कर दी जाएगी. इस दौरानसेवा निधि फंड में 12 हजार रुपये जमा किए जाएंगे. अबइन-हैंड 28 हजार तक पहुंच जाएगी.

सर्विस के बाद कैसे मिलेगा इक्ट्ठा पैसा?

नौकरी के पहले महीने से आखिरी महीने तक,सैलरी का जो पैसा सेवा निधि फंड में काटा गया है, वह 4 साल की सर्विस के बाद मिलेगा. इस तरह पूरे चार साल के दौरान सेवा निधि पैकेज में हर अग्निवीर का कंट्रीब्यूशन 5.02 लाख रुपये होंगे. सरकार फंड में अपनी ओर से भी 5.02 लाख रुपये जमा करेगी. इस तरह चार साल का कार्यकाल समाप्त होने के बाद अग्निवीरों को एकमुश्त 10.04 लाख रुपये मिलेंगे.

Advertisement

ऑन ड्यूटी जान जाने पर कितना पैसा मिलेगा?

अगर ड्यूटी के दौरान किसी अग्निवीर की मृत्यु हो जाती है तो सरकार द्वारा परिवारजनों को मुआवजा भी दिया जाता है. आर्मी की वेबसाइट के अनुसार,ऑन ड्यूटी मृत्यु होने पर शहीद हुए अग्निवीर के परिवार को 48 लाख रुपए का बीमा कवर, 44 लाख रुपए की अनुग्रह राशि, चार साल के कार्यकाल में बचे समय का पूर्ण वेतन और सेवा निधि दी जाती है. इसके अलावा सेवा निधि कोष में जमा राशि और अग्निवीर कॉर्पस फंड से ब्याज सहित सरकारी योगदान भी दिए जाने का प्रावधान है.

अगर ड्यूटी के दौरान मृत्यु नहीं होती है तो क्या मिलता है?

अगर अग्निवीर की मृत्यु ड्यूटी के दौरान नहीं होती है तो परिवारजनों को 48 लाख रुपयेका बीमा कवर दिया जाता है लेकिन उसे 44 लाख रुपए की अनुग्रह राशि नहीं दी जाएगी. इसके अलावा अग्निवीर के परिवार को सेवा निधि कोष में जमा राशि और अग्निवीर कॉर्पस फंड से ब्याज सहित सरकारी योगदान मिलेगा.

अगर अग्निवीर ड्यूटी के दौरान विकलांग हो जाता है तो क्या मिलेगा?

अगर कोई अग्निवीर ड्यूटी के दौरान विकलांग हो जाता है, तब भी उसे सरकार की तरफ से राशि दीजाती है. आर्मी की वेबसाइट के मुताबिक, विकलांग होने पर अग्निवीर को विकलांगता के आधार पर राशि दी जाएगी. अगर युवा 100 प्रतिशत विकलांग हो जाता है तो उसे ₹44 लाख, 50 प्रतिशत पर 75 लाख और 25प्रतिशत की विकलांगता पर 15 लाख की अनुग्रह राशि दी जाएगी. इसके अलावा चार साल तक का पूर्ण वेतन और सेवा सेवा निधि कोष में जमा राशि और सरकार का योगदान मिलेगा.

\\\"स्वर्णिम
+91 120 4319808|9470846577

स्वर्णिम भारत न्यूज़ हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं.

मनोज शर्मा

मनोज शर्मा (जन्म 1968) स्वर्णिम भारत के संस्थापक-प्रकाशक , प्रधान संपादक और मेन्टम सॉफ्टवेयर प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Laptops | Up to 40% off

अगली खबर

Maharashtra: आगनवाड़ी केंद्र के खाने के पैकेट में मिला मरा हुआ सांप, मचा हड़कंप; बच्चे के पिता ने उठाया ये कदम

पीटीआई, सांगली। महाराष्ट्र के सांगली जिला स्थित एक आंगनवाड़ी केंद्र के भोजन के पैकेट में छोटा मरा हुआ सांप पाए जाने से हड़कंप मच गया। मामला संज्ञान में आने के बाद इसकी जांच शुरू कर दी गई है।

आपके पसंद का न्यूज

Subscribe US Now