UPSC Mains की परीक्षा में नामुमकिन है चीटिंग, AI कैमरा करेगा निगरानी, ये है आयोग का प्लान

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UPSC AI Camera: नीट और नेट पेपर लीक विवाद के बीच यूपीएससी ने मेन्स के एग्जाम में नकल न हो, इसके लिए पूरी तैयारी कर ली है. यूपीएससीने अपनी परीक्षाओं की शुचिता सुनिश्चित करने के लिए एडवांस्ड टेक्नोलॉजी को अपनाने का फैसला लिया है. अब मेन्स के एग्जाम में छात्रों को चीटिंग करने से रोकने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल किया जाएगा.

टेंडर निकालकर मांगे आवेदन

यूपीएससी मेन्स की परीक्षा 20 सितंबर को आयोजित होनी है. इस दौरान परीक्षा कक्ष में (AI) आधारित सीसीटीवी कैमरा लगाए जाएंगे. इसके लिए यूपीएससी ने टेंडर निकालकर पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग्स से आवेदन मांगे हैं, ताकि वे इस तरह की टेक्नोलॉजी बना पाएं. यूपीएससी ने टेंडर में कहा कि उन्हेंआधार बेस्ड फिंगरप्रिंट, कैंडिडेट्स का फेशियल रिकगनिशन, एडमिट कार्ड स्कैन करने के लिए क्यूआर कोड और एआई बेस्डसीसीटीवीसर्वेलेंस चाहिए. इसके लिए कैंडिडेट्स का डेटा यूपीएससी द्वारा उपलब्ध कराया जाएगा.

3 जून, 2024 को जारी दस्तावेज में कहा गया है, "यूपीएससी अपनी परीक्षाओं को स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से आयोजित करने को बहुत महत्व देता है. इन उद्देश्यों को पूरा करने के अपने प्रयास में, आयोग उम्मीदवारों के बायोमेट्रिक विवरणों का मिलान और क्रॉस-चेक करने और परीक्षा के दौरान उम्मीदवारों की विभिन्न गतिविधियों की निगरानी करने के लिएडिजिटल तकनीक का उपयोग करेगा, ताकि धोखाधड़ी औरअनुचित साधनोंको रोका जा सके."

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परीक्षा के दौरान होगी लाइव मॉनिटरिंग

डॉक्यूमेंट में यह भी साफ किया गया कि फेस रिकगनिशेन में छात्रों की दो फोटो ली जाएंगी, एक तस्वीर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के वक्त की होगी, जो यूपीएससी प्रोवाइड कराएगा और दूसरी फोटो एग्जाम हॉल में परीक्षा देते समय ली जाएगी. इसके अलावा छात्रों की रियल टाइम मॉनिटरिंग भी होगी. परीक्षा कक्षा में छात्र कितनी देर से एग्जाम दे रहा है, इसपर पूरी निगरानी रखी जाएगी. यह पूरी मॉनिटरिंग स्क्रीन पर लाइव रहेगी. अलग-अलग सेंटर्स के अधिकारी भी इस मॉनिटरिंग को देख सकेंगे.

परीक्षा के दौरान चीटिंग को तुरंत डिटेक्ट करेगा एआई कैमरा

डॉक्यूमेंट में आगे बताया कि गया कि जिस कंपनी को टेंडर दिया जाएगा, उसे करीबन 24 छात्रों के एक परीक्षा कक्षा में कम से कम एक कलर सीसीटीवी, एक सीसीटीवी एंट्री गेट पर, एक सीसीटीवी एग्जिट गेट पर और एक सीसीटीवी कंट्रोल रूम में लगाना होगा.अगर सिस्टम को कहीं भी गड़बड़ी नजर आए तो वह तुरंत उसे डिटेक्ट कर लें. इसके लिए जीरो ब्लाइंड स्पॉट, फर्नीचर, ऑफलाइन कैमरा आदि की व्यवस्था करनी होगी.

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मनोज शर्मा

मनोज शर्मा (जन्म 1968) स्वर्णिम भारत के संस्थापक-प्रकाशक , प्रधान संपादक और मेन्टम सॉफ्टवेयर प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं।

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