मछली की आंख की तरह दिल्ली चुनाव पर बीजेपी की नजर, खोल दिए हैं सारे घोड़े, क्या तोड़ पाएगी AAP का तिलिस्म?

नई दिल्ली : दिल्ली की सत्ता से करीब ढाई-तीन दशक से दूर बीजेपी इस बार के विधानसभा चुनाव में एड़ी-चोटी का जोर लगाती दिख रही है। लक्ष्य है सत्ता से वनवास को खत्म करना। पार्टी भ्रष्टाचार के मुद्दे पर सत्ताधारी आम आदमी पार्टी की घेरेबंदी तो कर ही रही

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नई दिल्ली : दिल्ली की सत्ता से करीब ढाई-तीन दशक से दूर बीजेपी इस बार के विधानसभा चुनाव में एड़ी-चोटी का जोर लगाती दिख रही है। लक्ष्य है सत्ता से वनवास को खत्म करना। पार्टी भ्रष्टाचार के मुद्दे पर सत्ताधारी आम आदमी पार्टी की घेरेबंदी तो कर ही रही है, उसकी मुफ्त की योजनाओं की काट के लिए एक से बढ़कर एक लोकलुभावन वादों की बौछार भी कर रही है। बीजेपी दिल्ली चुनाव के लिए अपने मैनिफेस्टो, जिसे वह संकल्प पत्र कहती है, को 3 हिस्सों में जारी कर रही है। अबतक दो हिस्से जारी हो चुके हैं और दोनों में ही 'मुफ्त की रेवड़ियों' की भरमार है। दिल्ली चुनाव को लेकर पार्टी कितनी गंभीर है, इसका अंदाजा इसी से लगा सकते हैं कि केंद्रीय नेताओं की फौज उतार दी गई है और उन्हें 2-2 विधानसभा सीटों की जिम्मेदारी दी गई है। दिल्ली चुनाव पर उसकी नजर वैसे ही है, जैसे महान धनुर्धर अर्जुन की नजर 'मछली की आंख' पर थी।
बिना सीएम फेस के पूरे दमखम से चुनाव में उतरने की रणनीति
दिल्ली विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने अपने सारे घोड़े खोल दिए हैं। चुनाव से पहले सीएम फेस का ऐलान करने के बजाय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे को केंद्र में रखकर चुनाव लड़ने की रणनीति अपनाई हुई है। इससे न सिर्फ गुटबाजी की आशंका खत्म होगी बल्कि सामूहिकता का लाभ भी मिलेगा। आम आदमी पार्टी बीजेपी को दिल्ली में अपना सीएम फेस घोषित करने की चुनौती दे रही है लेकिन बीजेपी की रणनीति सामूहिक नेतृत्व वाली है।

24-25 से ज्यादा केंद्रीय नेताओं को दी गई 2-2 सीटों की जिम्मेदारी
बीजेपी ने केंद्रीय मंत्रियों समेत अपने 24-25 से ज्यादा केंद्रीय नेताओं की फौज को दो-दो सीटों की जिम्मेदारी के साथ जमीनी चुनाव प्रचार में उतार दिया है। ये नेता संबंधित सीटों पर राजनीतिक और चुनाव प्रबंधन की रणनीति तय करेंगे और देखेंगे। इन नेताओं में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, भूपेंद्र यादव, धर्मेंद्र प्रधान, मनसुख मांडविया, गजेंद्र सिंह शेखावत जैसे नेता हैं। इनके अलावा बीजेपी ने अपने 4 राष्ट्रीय महासचिवों- विनोद तावड़े, सुनील बंसल, तरुण चुग और अरुण सिंह को भी दिल्ली विधानसभा की 2-2 सीटों की जिम्मेदारी दी है। राष्ट्रीय सचिव सुरेंद्र सिंह नागर, पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर और संजीव बालियान को भी भूमिकाएं दी गई हैं। धर्मेंद्र प्रधान को मालवीय नगर और ग्रेटर कैलाश जबकि भूपेंद्र यादव को महरौली और बिजवासन की जिम्मेदारी दी गई है।

AAP सरकार की मुफ्त की योजनाओं की काट में चुनावी वादों की बौछार
दिल्ली में आम आदमी पार्टी लगातार दो चुनाव से प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में रही। इसके पीछे बड़ा श्रेय मुफ्त बिजली-पानी जैसी योजनाओं का हाथ है। AAP सरकार ने बाद में डीटीसी बसों में महिलाओं का सफर भी मुफ्त कर दिया। चुनाव से पहले आखिरी क्षणों में महिलाओं के लिए हर महीने 1000 रुपये वाली स्कीम को भी लागू कर दिया, हालांकि अबतक किसी लाभार्थी को इसका लाभ नहीं मिला है। अरविेंद केजरीवाल ने ये वादा किया है कि चुनाव बाद महिलाओं के लिए मुफ्त रकम को बढ़ाकर 2100 रुपये कर दिया जाएगा। इसके अलावा बुजुर्गों के मुफ्त इलाज, पुजारियों-ग्रंथियों को हर महीने 18000 रुपये सैलरी, ऑटो चालकों के लिए बीमा, छात्रों के लिए सरकारी बसों में मुफ्त यात्रा सरीखे कई वादे किए हैं। अब इनकी काट के लिए बीजेपी ने भी 'मुफ्त की रेवड़ियों' वाले एक से बढ़कर एक वादे किए हैं। BJP दिल्ली में आम आदमी पार्टी का तिलिस्म तोड़ने के लिए हर जतन कर रही है।

बीजेपी अपने मैनिफेस्टो के दो पार्ट जारी कर चुकी है, तीसरा अभी आने वाला है। अबतक जारी हुए दोनों ही पार्ट में लोकलुभावन वादों की भरमार है। पहले पार्ट में बीजेपी ने 10 लाख रुपये तक के मुफ्त इलाज, महिलाओं के लिए हर महीने 2500 रुपये, बुजुर्गों के लिए 2500 से 3000 रुपये हर महीने पेंशन, गैस सिलिंडर पर 500 रुपये सब्सिडी, होली-दिवाली पर मुफ्त सिलिंडर, गर्भवती महिलाओं को 21000 रुपये जैसे लोकलुभावन वादे किए हैं। इसके अलावा, आम आदमी पार्टी सरकार की तरफ से चल रहीं मुफ्त बिजली-पानी जैसी योजनाओं को जारी रखने का वादा किया है।

मंगलवार को बीजेपी ने अपने संकल्प पत्र का दूसरा हिस्सा जारी किया और उसमें भी इस तरह के कई वादों की जगह दी। इसमें पार्टी ने 'जरूरतमंद' छात्रों के लिए दिल्ली सरकार के संस्थानों में प्री-स्कूल से पोस्ट-ग्रैजुएट डिग्री तक की मुफ्त पढ़ाई, प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए युवाओं को 15 हजार रुपये की वित्तीय सहायता, 2 बार की यात्रा और आवेदन शुल्क के री-इंबर्समेंट का भी वादा किया है।

ऑटो चालकों पर बीजेपी की नजर
दिल्ली में ऑटो चालक आम आदमी पार्टी के मजबूत वोट बैंक रहे हैं। उनको साधने के लिए बीजेपी ने ऑटो चालकों और टैक्सी ड्राइवरों के लिए 10 लाख रुपये के मुफ्त जीवन बीमा, 5 लाख रुपये के वाहन बीमा का ऐलान किया है। इतना ही नहीं, डोमेस्टिक वर्कर्स के लिए भी 10 लाख रुपये के जीवन बीमा, 5 लाख रुपये का एक्सीडेंट इंश्योरेंस और उनके बच्चों के लिए स्कॉलरशिप का वादा किया है।

दलित समुदाय को साधने के लिए बीजेपी ने एससी स्टूडेंट्स के लिए हर महीने 1000 रुपये स्टाइपेंड का ऐलान किया है। कुल मिलाकर बीजेपी इस बार दिल्ली विधानसभा चुनाव को जीतने के लिए कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रही है। 70 सीटों वाली दिल्ली विधानसभा के लिए 5 फरवरी को वोट डाले जाएंगे। नतीजे 8 फरवरी को आएंगे। चुनाव में AAP, बीजेपी और कांग्रेस तीनों ने ही लोकलुभावन वादों की झड़ी लगा रखी है।

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मनोज शर्मा

मनोज शर्मा (जन्म 1968) स्वर्णिम भारत के संस्थापक-प्रकाशक , प्रधान संपादक और मेन्टम सॉफ्टवेयर प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं।

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