Read Time5
Minute, 17 Second
नई दिल्ली: पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के स्मारक की मांग को लेकर धीरे-धीरे देश का सियासी पारा चढ़ रहा है। सबसे पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह किया कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार ऐसे स्थान पर किया जाए जहां उनका स्मारक बन सके। उन्होंने प्रधानमंत्री से टेलीफोन पर बात करके और पत्र लिखकर यह आग्रह किया। उधर सरकार ने फैसला किया है कि सिंह का अंतिम संस्कार निगम बोध घाट पर किया जाएगा। गृह मंत्रालय ने एक बयान में यह भी कहा कि सरकार ने निर्णय लिया है कि डॉ. मनमोहन सिंह का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा।
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि सरकार की ओर से पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अंत्येष्टि और स्मारक के लिए स्थान नहीं ढूंढ पाना भारत के पहले सिख प्रधानमंत्री का जानबूझकर किया गया अपमान है। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने एक्स पर पोस्ट किया, 'आज सुबह कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर सुझाव दिया था कि पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार ऐसे स्थान पर किया जाए जहां उनकी विरासत का सम्मान करने के लिए एक स्मारक बनाया जा सके।'
उन्होंने आगे कहा, 'हमारे देश के लोग यह समझने में असमर्थ हैं कि भारत सरकार उनके दाह संस्कार और स्मारक के लिए कोई ऐसा स्थान क्यों नहीं खोज सकी जो उनके वैश्विक कद, उत्कृष्ट उपलब्धियों के रिकॉर्ड और दशकों से राष्ट्र के लिए अनुकरणीय सेवा के अनुरूप हो।' रमेश ने आरोप लगाया कि यह भारत के पहले सिख प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का जानबूझकर किया गया अपमान है।
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि सरकार की ओर से पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अंत्येष्टि और स्मारक के लिए स्थान नहीं ढूंढ पाना भारत के पहले सिख प्रधानमंत्री का जानबूझकर किया गया अपमान है। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने एक्स पर पोस्ट किया, 'आज सुबह कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर सुझाव दिया था कि पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार ऐसे स्थान पर किया जाए जहां उनकी विरासत का सम्मान करने के लिए एक स्मारक बनाया जा सके।'
उन्होंने आगे कहा, 'हमारे देश के लोग यह समझने में असमर्थ हैं कि भारत सरकार उनके दाह संस्कार और स्मारक के लिए कोई ऐसा स्थान क्यों नहीं खोज सकी जो उनके वैश्विक कद, उत्कृष्ट उपलब्धियों के रिकॉर्ड और दशकों से राष्ट्र के लिए अनुकरणीय सेवा के अनुरूप हो।' रमेश ने आरोप लगाया कि यह भारत के पहले सिख प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का जानबूझकर किया गया अपमान है।
खरगे ने पीएम को लेटर में क्या लिखा?
खरगे ने प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में कहा, 'मैं यह पत्र भारत के पूर्व प्रधान मंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के दुखद निधन के संदर्भ में लिख रहा हूं। टेलीफोन पर बातचीत में मैंने डॉ. मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार, जो कल यानी 28 दिसंबर 2024 को होगा, उनके अंतिम विश्राम स्थल पर करने का अनुरोध किया। यह भारत के महान सपूत के स्मारक के लिए एक पवित्र स्थल होगा।' उन्होंने कहा कि यह आग्रह राजनेताओं और पूर्व प्रधानमंत्रियों के अंतिम संस्कार के स्थान पर ही उनके स्मारक रखने की परंपरा को ध्यान में रखते हुए है।'अंतिम संस्कार ऐसे स्थान पर किया जाए जहां...'
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, 'डॉ. मनमोहन सिंह देश और इस देश के लोगों के मानस में एक अत्यंत सम्मानित स्थान रखते हैं। हालांकि उनका योगदान और उपलब्धियां अभूतपूर्व हैं। मैं यहां उनकी कुछ अत्यंत महत्वपूर्ण उपलब्धियों पर ध्यान देना चाहूंगा।' उन्होंने कहा, 'विश्व नेताओं के मन में डॉ. मनमोहन सिंह के प्रति आदर और सम्मान था...वैश्विक आर्थिक वित्तीय संकट को कम करने में उनकी विद्वतापूर्ण सलाह, नेतृत्व और योगदान को अच्छी तरह से स्वीकार किया जाता है। जैसा कि मुझे याद है, अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान राष्ट्रपति ओबामा ने डॉ. सिंह का उल्लेख किया था और टिप्पणी की थी कि 'जब भी भारतीय प्रधान मंत्री बोलते हैं, तो पूरी दुनिया उन्हें सुनती है।' उन्होंने आग्रह किया कि अंतिम संस्कार ऐसे स्थान पर किया जाए जहां उनका स्मारक बन सके।'केंद्र ने अंतिम संस्कार स्थल का अनुरोध खारिज किया'
शिरोमणि अकाली दल के नेता सुखबीर सिंह बादल ने शुक्रवार को दावा किया कि केंद्र सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार ऐसे किसी स्थान पर करने के उनके परिवार के अनुरोध को अस्वीकार कर दिया है, जहां कोई स्मारक बनाया जा सके। सरकार ने घोषणा की है कि सिंह का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा और यह शनिवार को निगमबोध घाट पर सुबह 11.45 बजे किया जाएगा।'यह अत्यंत निंदनीय है कि...'
बादल ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में लिखा, ‘स्तब्ध करने वाला और अविश्वसनीय। यह अत्यंत निंदनीय है कि केंद्र सरकार ने डॉ मनमोहन सिंह जी का अंतिम संस्कार ऐसे किसी स्थान पर करने के उनके परिवार के अनुरोध को मानने से इंकार कर दिया है, जहां राष्ट्र के प्रति उनके बेमिसाल योगदान को याद करने के लिए उनका उचित और ऐतिहासिक स्मारक बनाया जा सके।’'सरकार महान नेता के प्रति इतना अनादर क्यों दिखा रही है?'
उन्होंने कहा, 'यह अतीत में अपनाई गई स्थापित परंपरा के अनुरूप होगा।' बादल ने कहा कि यह बात समझ में नहीं आती कि सरकार एक महान नेता के प्रति इतना अनादर क्यों दिखा रही है, जो प्रधानमंत्री पद पर पहुंचने वाले सिख समुदाय के एकमात्र सदस्य हैं। बादल ने लिखा कि फिलहाल अंतिम संस्कार निगम बोध घाट में किया जाना है। उन्होंने कहा कि उन्हें यकीन नहीं हो रहा कि भाजपा सरकार इस हद तक पूर्वाग्रह रखेगी कि डॉ मनमोहन सिंह जी जैसे वैश्विक कद वाले नेता का इतना अनादर किया जाएगा।निगमबोध घाट पर होगा अंतिम संस्कार
पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का पूरे सैन्य सम्मान के साथ शनिवार को नई दिल्ली के निगमबोध घाट पर अंतिम संस्कार किया जाएगा। दिल्ली एम्स में गुरुवार रात को उनका निधन हो गया था। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने घोषणा की है कि डॉ. मनमोहन सिंह का पूरे राजकीय अंतिम संस्कार किया जाएगा। उनका अंतिम संस्कार 28 दिसंबर 2024 (शनिवार) को सुबह 11.45 बजे निगमबोध घाट पर किया जाएगा। रक्षा मंत्रालय से अनुरोध किया गया है कि वह पूर्ण सैन्य सम्मान के साथ राजकीय अंतिम संस्कार की व्यवस्था करे।
+91 120 4319808|9470846577
स्वर्णिम भारत न्यूज़ हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं.