शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए नींद बहुत ज़रूरी है. अच्छी नींद मस्तिष्क के कार्य, एथलेटिक परफॉर्मेंस और रिकवरी, मूड सुधारने और इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए काफी जरूरी है. हम सभी जानते हैं कि रात में सात घंटे से कम की नींद हमें चिड़चिड़ा बना सकती है और नींद पूरा न होने पर ऐसा लग सकता है कि हम बहुत मुश्किल दौर से गुजरे हैं. हाल ही में मैसाचुसेट्स (अमरीका का एक राज्य) स्थित ओवरऑल मेडिकल प्रैक्टिशनर मैरीबेथ आयर ने सोशल मीडिया पर बताया है कि कौन सोने में कौन सी चीजें बाधा बनती हैं. इन संकेतों को पहचानना काफी आसान है.
मैरीबेथ आयर का सुझाव है, 'शरीर के प्राथमिक तनाव हार्मोन कॉर्टिसोल का अधिक लेवल इसके लिए जिम्मेदार हो सकता है. कॉर्टिसोल के बढ़ने से वजन बढ़ना, हाई ब्लडप्रेशर, मसल्स लॉस, मूड में उतार-चढ़ाव, डायबिटीज का खतरा बढ़ना और नींद की समस्या हो सकती है. होलिस्टिक प्रैक्टिशनर मैरीबेथ आयर 10 खराब नींद की आदतों के बारे में बताया स्ट्रेस हार्मोंस अधिक होने के संकेत हैं. अगर इनमें से 3 संकेत भी आपमें दिखें तो तुरंत डॉक्टर से मिलें.
10 खराब नींद की आदतें
- अधिकतर रातों को 3 से 4 बजे के बीच जागना
- स्ट्रेस वाले सपने आना
- अत्यधिक पसीना आना
- सोने से पहले दिमाग शांत न रहना
- जागने पर कंधे, गर्दन या कलाई में दर्द महसूस होना
- पूरे दिन थका हुआ महसूस करना लेकिन सोने का समय होने पर नींद न आना
- पलटना और घुमाना
- रात में दांत पीसना (आवाज आना)
- सोते समय अत्यधिक गर्मी लगना
- थका हुआ महसूस करना
- नींद खराब हो तो क्या करें?
रोजाना वर्कआउट, कम कैफीन, स्ट्रेस मैनेजमेंट और हेल्दी डाइट कार्टिसोल के स्तर को कम करने में मदद कर सकते हैं. आयर का सुझाव है कि सोने से एक घंटे पहले ग्रीक योगर्ट, पीनट बटर और एक केला खाएं. प्रोटीन से भरपूर एक छोटा नाश्ता ब्लड शुगर के लेवल को कम कर सकता है जिससे बेहतर नींद आती है.
यदि आपको कुशिंग सिंड्रोम है जो कि कार्टिसोल डिसऑर्डर है और वजन बढ़ने, गोल चेहरे और कमजोर मसल्स का कारण बनता है, तो आपको तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए.
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