Read Time5
Minute, 17 Second
मुंबई: मुंबई में बुधवार की शाम को गेट ऑफ इंडिया से एलीफेंटा आइलैंड जा रही यात्रियों से भरी निजी कंपनी की नाव (फेरी बोट) नाव पलट गई। यह हादसा नौसेना की एक स्पीड बोट के टकराने के बाद हुआ। इसमें कुल 13 की मौत हो गई। नागपुर में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने देर रात इस घटना का अपडेट साझा किया और कहा कि हादसे में 10 नागरिकों के साथ 3 नेवी के लोगों की मौत हुई है। सीएम ने कहा कि इस घटना की जांच पुलिस के साथ नेवी भी करेगी।
टक्कर के बाद बिगड़ा संतुलन
प्रत्यक्षदर्शियों के जुबानी, पीड़ितों और वीडियो से जो जानकारी सामने आई है उसके अनुसाार बोट पर सवार यात्री फेरी के रवाना होने के बाद काफी खुश थे। फेरी पर म्यूजिक भी बज रहा था। कुछ यात्री सेल्फी और फोटो लेने के साथ और वीडियो रिकॉर्ड कर रहे थे। बच्चे एलीफेंटा केव्स पहुंचने को उत्सुक थे। फेरी बोट वहां पहुंचती। इससे पहले ही टक्कर के बाद बोट का संतुलन बिगड़ गया। इस दौरान बचाने के चीख-पुकार मची। बोट पर बड़ों के साथ करीब 20 बच्चे भी सवार थे।
कब क्या हुआ?
1. शाम 3:55 बजे गेटवे ऑफ इंडिया से नीलकमल कंपनी की फेरी बोट एलीफेंटा के लिए रवाना हुई। मुंबई के करंजा के निकट फेरी बोट नौसेना के स्पीडबोट से टकरा गई। इसके बाद संतुलन बिगड़ा और बोट पलट गई।
2. करंजा के पास बोट पलटने की सूचना पर तटरक्षक और समुद्री पुलिस के समन्वय में नौसेना द्वारा तुरंत खोज और बचाव अभियान शुरू किया गया। चार नौसेना हेलीकॉप्टर, 11 नौसेना के जहाज, एक तटरक्षक नाव और तीन समुद्री पुलिस को लगाया गया।
3. रात साढ़े सात बजे तक कुल 99 लोगों को रेस्क्यू किया गया। इसके बाद उन्हें नौसेना और सिविल क्राफ्ट आसपास के अस्पतालों में भर्ती कराया गया। इस दुर्घटना में कथित तौर पर 13 लोगों की जान चली गई है, जिसमें नौसेना के एक कर्मी और नौसेना के जहाज पर सवार 2 ओईएम शामिल हैं।
4. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस घटना की जानकारी साझा की और कहा कि घटना में मारे गए लोगों के परिवारों को पांच लाख रुपये की मदद दी जाएगी। सीएम ने कहा कि घटना की जांच पुलिस और नौसेना करेगी।
5. शुरुआती जांच में सामने आया है कि फेरी बाेट से टकराए नेवी की स्पीड बोट के इंजन को टेस्ट किया जा रहा था। उसी दौरान संतुलन बिगड़ने से यह हादसा हुआ। स्पीड बोट फेरी से टकरा गई।
6. नाव हादसे में कुल 13 की मौत हुई। एक मौत जेएनपीटी हॉस्पिटल और दूसरी मौत नेवी डॉकयार्ड हॉस्पिटल में उपचार के दौरान हुई, जबकि 11 की मौत करंजा में ही हो गई।
7. गेटवे ऑफ इंडिया से एलीफेंटा आइलैंड के बीच चलने वाली फेरी बोट सवार लोगा केव्स को देखने जा रहे थे। यह भी सामने आया है कि जो स्पीड बोट फेरी से टकराई वह नौसेना की है।
8. नेवी की स्पीड बोट के टकराने के बाद हादसे का शिकार हुई फेरी पर क्षमता से अधिक यात्री सवार थे। फेरी की क्षमता 80 यात्रियों की थी। इस पर 110 के करीब यात्री मौजूद थे। इसमें 20 बच्चे सवार थे।
9. हादसे के बाद नाव मलिक के खिलाफ मामला करने का फैसला लिया है। यह बोट नीलकमल की थी। सीएम ने घटनाा की जांच के आदेश दिए हैं।
10. मुंबई नाव दुर्घटना का पूरा ब्योरा सुबह तक मिलने की उम्मीद है। फडणवीस ने कहा कि पूरी जानकारी आने में अभी कुछ और वक्त लेगी। सीएम ने इस घटना पर दुख भी व्यक्त किया।
बड़ा टूरिस्ट प्वाइंट है एलीफेंटा आइलैंड
गेटवे ऑफ इंडिया और एलीफेंटा के के बीच की कुल दूरी 13 किलोमीटर की है। इसको तय करने में करीब 1 घंटे का समय लगता है। मुंबई में टूरिस्ट को एलीफेंटा केव्स ले जाने के जाने के फेरी सेवा चलती है। इसमें टूरिस्ट और लोगों को नाव से केव्स तक ले जाया जाता है। एलीफेंटा गुफाएं मुख्य रूप से हिंदू भगवान शिव को समर्पित गुफा मंदिरों का एक संग्रह है। इन्हें यूनेस्को ने विश्व धरोहर स्थल नामित किया है।
टक्कर के बाद बिगड़ा संतुलन
प्रत्यक्षदर्शियों के जुबानी, पीड़ितों और वीडियो से जो जानकारी सामने आई है उसके अनुसाार बोट पर सवार यात्री फेरी के रवाना होने के बाद काफी खुश थे। फेरी पर म्यूजिक भी बज रहा था। कुछ यात्री सेल्फी और फोटो लेने के साथ और वीडियो रिकॉर्ड कर रहे थे। बच्चे एलीफेंटा केव्स पहुंचने को उत्सुक थे। फेरी बोट वहां पहुंचती। इससे पहले ही टक्कर के बाद बोट का संतुलन बिगड़ गया। इस दौरान बचाने के चीख-पुकार मची। बोट पर बड़ों के साथ करीब 20 बच्चे भी सवार थे।
कब क्या हुआ?
1. शाम 3:55 बजे गेटवे ऑफ इंडिया से नीलकमल कंपनी की फेरी बोट एलीफेंटा के लिए रवाना हुई। मुंबई के करंजा के निकट फेरी बोट नौसेना के स्पीडबोट से टकरा गई। इसके बाद संतुलन बिगड़ा और बोट पलट गई।
2. करंजा के पास बोट पलटने की सूचना पर तटरक्षक और समुद्री पुलिस के समन्वय में नौसेना द्वारा तुरंत खोज और बचाव अभियान शुरू किया गया। चार नौसेना हेलीकॉप्टर, 11 नौसेना के जहाज, एक तटरक्षक नाव और तीन समुद्री पुलिस को लगाया गया।
3. रात साढ़े सात बजे तक कुल 99 लोगों को रेस्क्यू किया गया। इसके बाद उन्हें नौसेना और सिविल क्राफ्ट आसपास के अस्पतालों में भर्ती कराया गया। इस दुर्घटना में कथित तौर पर 13 लोगों की जान चली गई है, जिसमें नौसेना के एक कर्मी और नौसेना के जहाज पर सवार 2 ओईएम शामिल हैं।
4. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस घटना की जानकारी साझा की और कहा कि घटना में मारे गए लोगों के परिवारों को पांच लाख रुपये की मदद दी जाएगी। सीएम ने कहा कि घटना की जांच पुलिस और नौसेना करेगी।
5. शुरुआती जांच में सामने आया है कि फेरी बाेट से टकराए नेवी की स्पीड बोट के इंजन को टेस्ट किया जा रहा था। उसी दौरान संतुलन बिगड़ने से यह हादसा हुआ। स्पीड बोट फेरी से टकरा गई।
6. नाव हादसे में कुल 13 की मौत हुई। एक मौत जेएनपीटी हॉस्पिटल और दूसरी मौत नेवी डॉकयार्ड हॉस्पिटल में उपचार के दौरान हुई, जबकि 11 की मौत करंजा में ही हो गई।
7. गेटवे ऑफ इंडिया से एलीफेंटा आइलैंड के बीच चलने वाली फेरी बोट सवार लोगा केव्स को देखने जा रहे थे। यह भी सामने आया है कि जो स्पीड बोट फेरी से टकराई वह नौसेना की है।
8. नेवी की स्पीड बोट के टकराने के बाद हादसे का शिकार हुई फेरी पर क्षमता से अधिक यात्री सवार थे। फेरी की क्षमता 80 यात्रियों की थी। इस पर 110 के करीब यात्री मौजूद थे। इसमें 20 बच्चे सवार थे।
9. हादसे के बाद नाव मलिक के खिलाफ मामला करने का फैसला लिया है। यह बोट नीलकमल की थी। सीएम ने घटनाा की जांच के आदेश दिए हैं।
10. मुंबई नाव दुर्घटना का पूरा ब्योरा सुबह तक मिलने की उम्मीद है। फडणवीस ने कहा कि पूरी जानकारी आने में अभी कुछ और वक्त लेगी। सीएम ने इस घटना पर दुख भी व्यक्त किया।
मुंबई शहर के पास अरब सागर में नीलकमल कंपनी की यात्री नाव की दुर्घटना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। शाम सुबह 7.30 बजे तक नाव में सवार कुल यात्रियों में से 101 लोगों को सुरक्षित बचाया गया। नौसेना के वाइस एडमिरल संजय जगजीत सिंह के अनुसार 13 लोगों को मृत घोषित किया गया है। इनमें 3 नौसेना कर्मी और 10 नागरिक हैं। मैं इस त्रासदी में अपनी जान गंवाने वाले लोगों के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं। घटना की जांच नौसेना और राज्य सरकार द्वारा की जाएगी।
बड़ा टूरिस्ट प्वाइंट है एलीफेंटा आइलैंड
गेटवे ऑफ इंडिया और एलीफेंटा के के बीच की कुल दूरी 13 किलोमीटर की है। इसको तय करने में करीब 1 घंटे का समय लगता है। मुंबई में टूरिस्ट को एलीफेंटा केव्स ले जाने के जाने के फेरी सेवा चलती है। इसमें टूरिस्ट और लोगों को नाव से केव्स तक ले जाया जाता है। एलीफेंटा गुफाएं मुख्य रूप से हिंदू भगवान शिव को समर्पित गुफा मंदिरों का एक संग्रह है। इन्हें यूनेस्को ने विश्व धरोहर स्थल नामित किया है।
+91 120 4319808|9470846577
स्वर्णिम भारत न्यूज़ हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं.