अजय जायसवाल, ब्यूरो। सस्ते में बिजली खरीदकर कहीं ज्यादा दरों पर उपभोक्ताओं को बिजली देने पर भी बिजली कंपनियों का घाटा साल-दर-साल यूं ही नहीं बढ़ता जा रहा है। कुछ अभियंताओं-कर्मचारियों की मिलीभगत से बिजली की चोरी तो बड़े पैमाने पर हो ही रही है, आपूर्ति की जा रही बिजली के बिल की वसूली में भी लापरवाही बरती जा रही है। अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि प्रदेशवासियों को बिजली आपूर्ति पर हो रहे कुल खर्चे का एक-तिहाई से ज्यादा कारपोरेशन को नहीं मिल पा रहा है।
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