पाकिस्तान में शिया-सुन्नी हिंसा पर 7 दिन का ब्रेक, अब तक हो चुकी है 88 की मौत

Shia-Sunni Ceasefire: पाकिस्तान के उत्तर-पश्चिमी खैबर पख्तूनख्वा प्रांत का कुर्रम जिले बीते कुछ दिनों से हिंसा की आग में झुलस रहा है. यहां हर दिन हत्‍याएं हो रही हैं. आलम यह है कि एक हफ्ते से भी कम समय में इस जिले में सांप्रदायिक हिंसा में मरने वा

4 1 5
Read Time5 Minute, 17 Second

Shia-Sunni Ceasefire: पाकिस्तान के उत्तर-पश्चिमी खैबर पख्तूनख्वा प्रांत का कुर्रम जिले बीते कुछ दिनों से हिंसा की आग में झुलस रहा है. यहां हर दिन हत्‍याएं हो रही हैं. आलम यह है कि एक हफ्ते से भी कम समय में इस जिले में सांप्रदायिक हिंसा में मरने वालों की संख्या बढ़कर 88 हो गई. अस्पताल प्रशासन ने मीडिया को यह जानकारी दी है. सरकार शिया-सुन्‍नी के बीच संघर्ष विराम पर सहमति बनाने की भरसक कोशिश कर रही थी, जो अब कामयाब हो गई है.

यह भी पढ़ें: बांग्लादेश में हिंदू साधु की गिरफ्तारी पर बढ़ी टेंशन, इस्कॉन ने भारत सरकार से मांगी मदद, ताजा अपडेट

7 दिन का संघर्ष विराम, विवाद सुलझाने बना आयोग

सरकारी प्रयासों से पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में जारी संघर्ष के बीच 7 दिन के संघर्ष विराम पर सहमति बन गई है. साथ ही इन दोनों समुदायों के बीच के विवाद को सुलझाने के लिए खैबर पख्तूनख्वा सरकार ने उच्च स्तरीय आयोग बनाने का फैसला भी किया है. खैबर पख्तूनख्वा सरकार के प्रवक्ता मुहम्मद अली सैफ ने बताया कि सरकार ने दोनों समुदायों के नेताओं से बात की है.

यह भी पढ़ें: 8वीं के छात्र को शराब पिलाकर करती थी सेक्‍स, अब अमेरिकी टीचर को हुई 30 साल की जेल

लौटाएंगे शव और बंदी

इसके साथ ही यह भी तय हो गया है कि दोनों समुदाय एक-दूसरे के बंदियों को लौटाएंगे और मारे गए सदस्‍यों के शव भी वापस करेंगे. इससे उम्‍मीद बंधी है कि इस इलाके में अब कुछ शांति आएगी.

समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले गुरुवार को हिंसा उस वक्त भड़की थी, जब शिया मुसलमानों को ले जा रहे यात्री डिब्बों के काफिले पर पाराचिनार क्षेत्र में घात लगाकर हमला किया गया था. इस हमले ने शिया और सुन्नी समुदायों के बीच सांप्रदायिक हिंसा को जन्म दिया, जिसके बाद के दिनों में कई जवाबी हमले हुए, जिससे मरने वालों की संख्या में इजाफा हुआ.

सौहार्दपूर्ण तरीके से हल करने के प्रयास

प्रांतीय सरकार के एक प्रतिनिधिमंडल ने जिले का दौरा किया और दोनों संप्रदायों के बीच सात दिनों के लिए संघर्ष विराम पर सहमति बनी. इस बीच, खैबर पख्तूनख्वा के सूचना मंत्री और प्रांतीय सरकार के प्रवक्ता मुहम्मद अली सैफ ने रविवार को मीडिया को बताया कि सात दिनों के लिए संघर्ष विराम पर सहमति बनी है. इसके अलावा, तनाव कम करने के लिए सभी मुद्दों को सौहार्दपूर्ण ढंग से हल करने के प्रयास चल रहे हैं.

कुर्रम में सांप्रदायिक हिंसा का इतिहास पुराना

उन्होंने कहा कि सरकारी टीम बातचीत को सुविधाजनक बनाने के लिए स्थानीय नेताओं के साथ मिलकर काम कर रही है. दोनों पक्ष एक-दूसरे के बंदियों को वापस करने के लिए भी पूर्ण समझौते पर पहुंच गए हैं. उन्होंने कहा कि बातचीत में सकारात्मक प्रगति हुई है. कुर्रम जिले में सांप्रदायिक हिंसा का इतिहास रहा है. प्रांतीय गवर्नर फैसल करीम कुंडी के अनुसार, इस साल की शुरुआत में सितंबर महीने में अलग-अलग घटनाओं में 60 लोग मारे गए थे. (आईएएनएस)

\\\"स्वर्णिम
+91 120 4319808|9470846577

स्वर्णिम भारत न्यूज़ हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं.

मनोज शर्मा

मनोज शर्मा (जन्म 1968) स्वर्णिम भारत के संस्थापक-प्रकाशक , प्रधान संपादक और मेन्टम सॉफ्टवेयर प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Laptops | Up to 40% off

अगली खबर

नागा चैतन्य से तलाक के बाद सामंथा को झेलनी पड़ी ट्रोलिंग, अब तक क्यों थीं चुप?

Samantha Ruth On Divorce With Naga Chaitanya: साउथ इंडस्ट्री से लेकर बॉलीवुड तक अपनी जबरदस्त पहचान बनाने वाली सामंथा रूथ प्रभु ने हाल ही में 2021 में नागा चैतन्य से तलाक के बाद का अपना अनुभव शेयर किया. उन्होंने बताया कि तलाक के बाद उन्हें काफी ट्र

आपके पसंद का न्यूज

Subscribe US Now