Read Time5
Minute, 17 Second
मुंबई: महाराष्ट्र चुनावों में महायुति की प्रचंड जीत के मुख्यमंत्री पद पर मंथन के बीच सीएम एकनाथ शिंदे सांकेतिक शक्ति प्रदर्शन किया है। चुनाव परिणाम आने के बाद एक दिन बार रविवार को वर्षा बंगले पर लाडली बहनों को संबोधित किया। इस मौके पर उन्होंने महायुति की प्रचंड जीत और जबरदस्त बहुमत मिलने का श्रेय लाडली बहन योजना को दिया। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर लाडली बहनों के साथ सेल्फी भी ली। लोकसभा चुनावों के बाद राज्य में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे लाडली बहन योजना लेकर आए थे। लाडली बहन योजना में अभी 1500 रुपये हर महीने मिलते हैं। सीएम शिंदे ने महायुति के चुनाव घोषणापत्र में इस राशि को 2100 रुपये करने का वादा किया है।
लाडली बहन योजना को दिया श्रेय
वर्षा बंगले पर लाडली बहनों के बीच में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे काफी कांफिडेंस में दिखे। महायुति की जीत के बाद अभी साफ नहीं हुआ है कि नई सरकार का मुखिया कौन होगा? बीजेपी की तरफ देवेंद्र फडणवीस को प्रबल दावेदार माना जा रहा लेकिन अभी बीजेपी ने इस बारे में कुछ नहीं कहा है। इस बीच जीत का बड़ा श्रेय लाडली बहन योजना को देने को शक्ति प्रदर्शन के तौर पर देखा जा रहा है। वर्षा बंगले पर लाडली बहनों से मुलाकात से पहले शिंदे को शिवसेना विधायक दल का नेता चुना गया। शिवसेना नेता उदय सामंत ने पार्टी की बैठक के दौरान एकनाथ शिंदे को पार्टी का ग्रुप लीडर चुनने का प्रस्ताव पेश किया। सभी प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित हुए। शिंदे एक लाख से अधिक वोटों से खुद जीते हैं।
57 सीटों पर मिली है जीत
बीजेपी ने जब एकनाथ शिंदे को महाराष्ट्र का सीएम बनाया था। तब उनके पास करीब 40 विधायक थे। 2024 के विधानसभा चुनावों में शिंदे की शिवसेना का स्ट्राइक रेट काफी अच्छा रहा है। उन्होंने 85 सीटों पर कैंडिडेट खड़े किए थे। इनमें पार्टी को 57 सीटों पर जीत हासिल हुई। अजित पवार की एनसीपी को 41 सीटों पर जीत मिली है। बीजेपी ने 132 सीटें जीती हैं। महाराष्ट्र विधानसभा में कुल सीटों की संख्या 288 है। महायुति को 236 सीटों पर जीत हासिल हुई है। एमवीए 50 सीटों से नीचे रह गया है।
30 जून को सीएम बने थे शिंदे
एकनाथ शिंदे 30 जून 2022 को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बने थे। वह पिछले दो साल 147 दिनों से मुख्यमंत्री की कुर्सी पर हैं। उनके सहयोगी देवेंद्र फडणवीस ने दो बार सीएम पद की शपथ ली है एक बार वह पांच साल 12 दिन तक सीएम रहे। दूसरी बार वह सिर्फ पांच दिन सीएम रह पाए थे। अजित पवार पांच बार डिप्टी सीएम बन चुके हैं।
लाडली बहन योजना को दिया श्रेय
वर्षा बंगले पर लाडली बहनों के बीच में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे काफी कांफिडेंस में दिखे। महायुति की जीत के बाद अभी साफ नहीं हुआ है कि नई सरकार का मुखिया कौन होगा? बीजेपी की तरफ देवेंद्र फडणवीस को प्रबल दावेदार माना जा रहा लेकिन अभी बीजेपी ने इस बारे में कुछ नहीं कहा है। इस बीच जीत का बड़ा श्रेय लाडली बहन योजना को देने को शक्ति प्रदर्शन के तौर पर देखा जा रहा है। वर्षा बंगले पर लाडली बहनों से मुलाकात से पहले शिंदे को शिवसेना विधायक दल का नेता चुना गया। शिवसेना नेता उदय सामंत ने पार्टी की बैठक के दौरान एकनाथ शिंदे को पार्टी का ग्रुप लीडर चुनने का प्रस्ताव पेश किया। सभी प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित हुए। शिंदे एक लाख से अधिक वोटों से खुद जीते हैं।
57 सीटों पर मिली है जीत
बीजेपी ने जब एकनाथ शिंदे को महाराष्ट्र का सीएम बनाया था। तब उनके पास करीब 40 विधायक थे। 2024 के विधानसभा चुनावों में शिंदे की शिवसेना का स्ट्राइक रेट काफी अच्छा रहा है। उन्होंने 85 सीटों पर कैंडिडेट खड़े किए थे। इनमें पार्टी को 57 सीटों पर जीत हासिल हुई। अजित पवार की एनसीपी को 41 सीटों पर जीत मिली है। बीजेपी ने 132 सीटें जीती हैं। महाराष्ट्र विधानसभा में कुल सीटों की संख्या 288 है। महायुति को 236 सीटों पर जीत हासिल हुई है। एमवीए 50 सीटों से नीचे रह गया है।
30 जून को सीएम बने थे शिंदे
एकनाथ शिंदे 30 जून 2022 को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बने थे। वह पिछले दो साल 147 दिनों से मुख्यमंत्री की कुर्सी पर हैं। उनके सहयोगी देवेंद्र फडणवीस ने दो बार सीएम पद की शपथ ली है एक बार वह पांच साल 12 दिन तक सीएम रहे। दूसरी बार वह सिर्फ पांच दिन सीएम रह पाए थे। अजित पवार पांच बार डिप्टी सीएम बन चुके हैं।
+91 120 4319808|9470846577
स्वर्णिम भारत न्यूज़ हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं.