धड़कनें बढ़ीं..सिर्फ 20 घंटे बाकी, महाराष्ट्र एग्जिट पोल के आंकड़ों में कितना दम, महायुति या अघाड़ी ?

मुंबई: महाराष्ट्र चुनाव के लिए शनिवार सुबह 7 बजे वोटों की गिनती शुरु हो जाएगी। पहला नतीजा करीब 11 बजे आने की संभावना जताई जा रही है। दोपहर एक बजे तक महाराष्ट्र की तस्वीर साफ हो जाएगी और पता चल जाएगा कि सरकार किसकी बनेगी। महायुति या महाविकास अघाड

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मुंबई: महाराष्ट्र चुनाव के लिए शनिवार सुबह 7 बजे वोटों की गिनती शुरु हो जाएगी। पहला नतीजा करीब 11 बजे आने की संभावना जताई जा रही है। दोपहर एक बजे तक महाराष्ट्र की तस्वीर साफ हो जाएगी और पता चल जाएगा कि सरकार किसकी बनेगी। महायुति या महाविकास अघाड़ी। इसके साथ ही एग्जिट पोल करने वाली एजेंसियों के दावों का सच भी सामने आ जाएगा। इस चुनाव में सर्वेक्षण करने वाली एजेंसियों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। लोकसभा चुनाव और हरियाणा विधानसभा चुनाव में तमाम एग्जिट पोल ध्वस्त हो गए थे। कांग्रेस को बहुमत का दावा भी धराशायी हो गया था और बीजेपी ने एग्जिट पोल के आंकड़ों को धत्ता बताकर हरियाणा में हैट्रिक लगाई थी। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में अधिकतर सर्वे एजेंसियों ने एग्जिट पोल में बीजेपी के नेतृत्व वाली महायुति पर दांव खेला है।

जानिए किस एग्जिट पोल में किसकी सरकार

सर्वे एजेंसीमहायुति (BJP+)महाविकास अघाड़ीअन्य
एक्सिस माय इंडिया178-20082-1026-12
सी-वोटर11210461 पर सस्पेंस
टुडेज चाणक्य175 (+-11)100 (+-11)13
पी मार्क137-157126-1462-8
मैट्रिज150-170110-1308-10
चाणक्या स्ट्रैटिज152-160130-1386-8
पोल डायरी122-18669-12112-29
टाइम्स नाऊ15911613
दैनिक भास्कर125-140135-15020-25

सर्वे एजेंसियों ने फूंक-फूंककर रखे कदम

हरियाणा विधानसभा चुनाव में एग्जिट पोल को जबर्दस्त पटखनी मिली थी। इसके बाद ऐसे सर्वे पर सवाल भी उठ खड़े हुए। महाराष्ट्र चुनाव में सर्वेक्षण एजेंसियों ने फूंक-फूंककर कदम रखे और ऐहतियात के साथ एग्जिट पोल के नतीजों को जारी किया। अधिकतर सर्वेक्षणों में महायुति की भारी बहुमत से जीत का दावा किया गया है। दो एजेंसियों ने महायुति की जीत की भविष्यवाणी की है, मगर आंकड़ों में महा विकास अघाड़ी को भी बहुमत के करीब पहुंचा दिया है। शनिवार को पता चलेगा कि एग्जिट पोल पर भरोसा कायम रख पाता है या नहीं।

गलत सैपलिंग से फेल होते हैं एग्जिट पोल

एग्जिट पोल से जुड़े कई एक्सपर्ट का मानना है कि चुनाव से पहले भविष्यवाणी का इस तरीके को पूरी तरह फेल नहीं घोषित किया जा सकता है। उनका मानना है कि सटीक नतीजे सर्वे में सवालों का चयन, सैंपल साइज और सैंपल लेने के तरीके पर निर्भर होते हैं। अगर किसी भी स्तर पर खामी हुई तो एग्जिट पोल के नतीजे चुनाव रिजल्ट के अलग ही होंगे। अधिकतर मामलों में सैंपल लेने में दिक्कत आती है। उदाहरण के लिए अगर सर्वे एजेंसी ने तय किया है कि वह रैंडम पद्धति से ही वोटरों को चुनेंगे तो इसे सख्ती से फॉलो करना होता है। अगर सर्वे इग्जेक्युटिव ने जल्दबाजी में रैंडम पद्धति को दरकिनार किया तो एग्जिट पोल का फेल होना तय है।

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मनोज शर्मा

मनोज शर्मा (जन्म 1968) स्वर्णिम भारत के संस्थापक-प्रकाशक , प्रधान संपादक और मेन्टम सॉफ्टवेयर प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं।

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