होटल, डायरी और पैसे लहराते लोग... मतदान से पहले विनोद तावड़े पर लगे कैशकांड के आरोप की पूरी कहानी

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महाराष्ट्र में कल विधानसभा चुनाव होना है. ऐसे में आज यानी मंगलवार को बस एक ही खबर की चर्चा है कि बीजेपी के महासचिव होटल में नोट बांटते हुए मिले हैं. ऐसा आरोप बहुजन विकास अघाड़ी की ओर से विनोद तावड़े पर लगाया गया है. तमाम तस्वीरें सामने आ चुकी हैं जिसमें नालासोपारा के विवांत होटल में बहुजन विकास अघाड़ी के लोग हाथों में नोट की गड्डियां लहरा रहे हैं. नालासोपारा से बीवीए उम्मीदवार क्षितिज ठाकुर ने वो डायरी भी बरामद करने का दावा किया है जिसमें पैसे पाने वाले लोगों का नाम है.

कई घंटे तक चले इस हंगामे के बाद चुनाव आयोग ने विनोद तावड़े और राजन नाइक के खिलाफ केस दर्ज करा दिया है. लेकिन उसके बाद ही विनोद तावड़े पर आरोप लगाने वाले क्षितिज ठाकुर और हितेंद्र ठाकुर ने साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस की और नोट कांड को लेकर शंका समाधान और सफाइयां पेश की हैं.

विपक्ष को मिला मुद्दा

लेकिन इस खबर के सामने आते ही पूरे विपक्ष को बड़ा मुद्दा मिल गया है. शिवसेना यूबीटी से लेकर एनसीपी और कांग्रेस तक सबने बीजेपी पर चुनावी भ्रष्टाचार को लेकर हमले किए हैं. विपक्षी नेताओं ने कहा है कि चुनाव आयोग उनके थैले चेक करता रहा और बीजेपी महासचिव के पास 5 करोड़ रुपये मिल गए. फिलहाल इस मामले की जांच होगी, सच सामने आएगा लेकिन तब तक सियासत को बड़ा मुद्दा मिल गया है.

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सबसे जरूरी सवाल...

ऐसे में सवाल है कि ठीक मतदान से पहले सामने आए इस नोटकांड से क्या महाराष्ट्र में होने वाली वोटिंग के रुख पर असर पड़ेगा? क्या नोटकांड के आरोपों पर विनोद तावड़े की सफाई से वोटर संतुष्ट हो जाएंगे?

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शोर के बीच क्या कर रहे थे विनोद तावड़े?

इस मुद्दे पर मचे शोर शराबे के बीच विनोद तावड़े कभी कुछ कहने की कोशिश करते हैं, कभी हालात पर सफाई देने की कोशिश करते हैं तो कभी सामने रखी बोतल से पानी के दो घूंट पी लेते हैं. वीडियो में देखा जा सकता है कि काफी देर तक ये शोर होता रहा. आसपास खड़े लोग कभी लिफाफे से नोट निकाल कर लहरा रहे थे. कभी डायरी दिखा रहे थे. तो कभी काले रंग का बैग दिखा रहे थे. मुंबई के नालासोपारा में विवांता होटल के अंदर ये हंगामा जब शुरू हुआ तो थमा ही नहीं. लोग बढ़ते गए. होटल के हॉल से लेकर बाहर तक बहुजन विकास अघाड़ी के कार्यकर्ताओं की भीड़ लगी रही.

मामला क्या है?

दरअसल यह मामला चुनावी भ्रष्टाचार का है और आरोप मतदान से पहले नकदी पैसे बांटने का. तस्वीरों में जो कुछ दिख रहा है उसमें बहुजन विकास अघाड़ी के कार्यकर्ताओं के हाथों में करेंसी लहरा रही है और उनके नेता के हाथ में वो डायरी है, जिसके बिनाह पर आरोप लगाया गया है कि बीजेपी के महासचिव विनोद तावड़े ने मतदान से पहले 5 करोड़ रुपये बांटने की कोशिश में पकड़े गए.

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बीवीए नेता क्षितिज ठाकुर ने मौके से बरामद डायरी के पन्नों में वो सबूत भी दिखाए कि पैसे किस-किस को दिए गए.

सफाई क्या है?

विनोद तावड़े लगातार अपनी सफाई दे रहे हैं. चुनाव आयोग से जांच की मांग कर रहे हैं. सीसीटीवी तस्वीरें और तमाम सबूतों का हवाला दे रहे हैं लेकिन तावड़े होटल से निकल न सकें, इसके लिए उनकी कार के टायर की हवा निकाल दी गई. उधर पुलिस ने पूरे होटल को सील कर दिया और आखिरकार विनोद तावड़े के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज हो गया.

चुनाव आयोग ने बीजेपी महासचिव विनोद तावड़े और उम्मीदवार राजन नाइक के खिलाफ नालासोपारा में पैसे बांटने के आरोप में जनप्रतिनिधि कानून के तहत एफआईआर दर्ज करा दी.

सियासत में बवाल

जिस राज्य में अगले दिन मतदान होना है, जिस राज्य में सुशासन और विकास के दावे पर बीजेपी चुनाव मैदान में उतरी है. वहां ठीक वोटिंग से एक दिन पहले वोटर्स के बीच डायरेक्ट कैश बेनिफिट का दाग लगा तो बीजेपी के लिए सफाई देना मुश्किल हो गया है.

शिकायतकर्ता के साथ तावड़े की प्रेस कॉन्फ्रेंस

जहां वोट से पहले नोट कांड को लेकर एक तरफ चुनावी हमले हो रहे थे. विपक्षी दलों के नेताओं के हेलिकॉप्टर से लेकर बैगों-थैलों की जांच का मसला उठाया जा रहा था. दूसरी ओर नोट कांड का आरोप झेल रहे विनोद तावड़े शिकायतकर्ता हितेंद्र और क्षितिज ठाकुर के साथ साझा पीसी कर रहे थे.

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चंद घंटों के अंदर पूरा मामला ये सामने आया कि 5 करोड़ रुपये मौके से नहीं मिले हैं. बहुजन वंचित अघाड़ी के नेताओं ने दावा किया कि उन्हें पैसे बांटने की खबर पता चली थी. अब वोट से पहले नोट कांड में जांच एजेंसी दूध का दूध और पानी का पानी करेगी और चुनाव में मतदाता.

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इस मामले में कुल 3 FIR दर्ज की गई है. दो मामलों में बीजेपी उम्मीदवार का नाम भी शामिल है. जबकि विनोद तावड़े का नाम एक एफआईआर में शामिल है. एक एफआईआर में BVA का नाम भी है.

9 लाख से ज्यादा की रकम मिली

जानकारी के अनुसार, इस दौरान 9 लाख 53 हजार 900 रुपये चुनाव अधिकारियों द्वार जब्त किए गए हैं. इस मामले में महाराष्ट्र के अतिरिक्त मुख्य चुनाव अधिकारी किरण कुलकर्णी ने कहा, 'नालासोपारा में, सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची. आचार संहिता के पालन के लिए गठित चुनाव मशीनरी का फ्लाइंग स्क्वाड भी मौके पर पहुंचा. फ्लाइंग स्क्वाड ने परिसर का जायजा लिया और कुछ जब्ती भी की. सभी चीजें नियंत्रण में हैं और जो भी आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करेगा उसके खिलाफ कानून के अनुसार कार्रवाई की जाएगी.'

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महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर 20 नवंबर को वोटिंग होनी है. नतीजे 23 नवंबर को आएंगे.

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मनोज शर्मा

मनोज शर्मा (जन्म 1968) स्वर्णिम भारत के संस्थापक-प्रकाशक , प्रधान संपादक और मेन्टम सॉफ्टवेयर प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं।

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