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झांसी: उत्तर प्रदेश के झांसी मेडिकल कॉलेज के निओ नैटल इंटेंसिव केयर यूनिट (नीकू) में लगी आग की जांच के लिए गठित दो सदस्यीय जांच टीम ने अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंप दी है। जांच में यह बात सामने आई है कि अग्निकांड एक हादसा था, कोई साजिश नहीं थी। स्विच बोर्ड में शॉर्ट सर्किट के चलते आग लगी। सूत्रों के मुताबिक स्विच बोर्ड में कोई मैटेरियल काफी ज्वलनशील था। एक नर्स ने जब बोर्ड को जमीन पर गिराकर पैर से आग बुझाने की कोशिश की, तो आग और भड़क गई और नर्स का पैर झुलस गया। वहीं, दूसरी ओर रविवार को वॉर्ड से सुरक्षित निकाले गए एक और बच्चे की मौत हो गई। अब तक इस हादसे में 11 बच्चों की मौत हो चुकी हैं।
स्विच बोर्ड में शॉर्ट सर्किट के चलते हुए स्पार्क से आग लगी थी। स्विच बोर्ड में लगी आग से वॉर्ड में लगी मशीनों के ऊपर प्लास्टिक कवर ने इसे पकड़ लिया और प्लास्टिक कवर से आग टपक कर नीचे गिरने लगी, जिसके बाद वॉर्ड में तेजी से आग फैलने लगी।
दो सदस्यीय समिति की जांच में रिपोर्ट में घटना के पीछे किसी तरह की साजिश की बात सामने नहीं आई है। आशंका जताई जा रही है कि ओवरलोड के चलते स्विच बोर्ड में शॉर्ट सर्किट हुआ था।
कमिश्नर-डीआईजी की जांच रिपोर्ट
हादसे के बाद सरकार ने झांसी के कमिश्रर विपुल दुबे और डीआईजी कलानिधि नैथानी की दो सदस्यीय कमिटी गठित कर 24 घंटे के अंदर रिपोर्ट मांगी थी। दो सदस्यीय समिति ने अपनी रिपोर्ट शासन को सौंप दी है। जांच में सामने आया है कि आग रात करीब 10.26 मिनट पर लगी थी। घटना के वक्त NICU वार्ड में छह नर्स, अन्य स्टाफ और 2 लेडी डॉक्टर मौजूद थे।स्विच बोर्ड में शॉर्ट सर्किट के चलते हुए स्पार्क से आग लगी थी। स्विच बोर्ड में लगी आग से वॉर्ड में लगी मशीनों के ऊपर प्लास्टिक कवर ने इसे पकड़ लिया और प्लास्टिक कवर से आग टपक कर नीचे गिरने लगी, जिसके बाद वॉर्ड में तेजी से आग फैलने लगी।
तीन मिनट तक स्टाफ ने किया प्रयास
मेडिकल कॉलेज स्टाफ ने आग लगने के बाद करीब तीन मिनट तक आग बुझाने का प्रयास किया। लेकिन बात नहीं बनी। इसी दौरान आग बुझाते हुए एक नर्स झुलस गई। तीन मिनट के बाद फायर ब्रिगेड को फोन किया गया। आठ मिनट में फायर ब्रिगेड की गाड़ियां और करीब नौ मिनट में 112 यूपी की पीआरवी भी घटनास्थल पर पहुंच गई।दो सदस्यीय समिति की जांच में रिपोर्ट में घटना के पीछे किसी तरह की साजिश की बात सामने नहीं आई है। आशंका जताई जा रही है कि ओवरलोड के चलते स्विच बोर्ड में शॉर्ट सर्किट हुआ था।
मृतकों की संख्या पहुंची 11
रविवार को वॉर्ड से सुरक्षित निकाले गए एक और बच्चे की मौत हो गई। अब तक मृत बच्चों की संख्या 11 हो गई है। हालांकि डीएम अविनाश सिंह का कहना है कि बच्चे की मौत बर्न इंजरी से नहीं हुई है। डीएम ने बताया कि जिन भी नवजात बच्चों की मौत हुई थी। उनके शव उनके परिजन को सौंप दिए गए हैं। शनिवार तक तीन बच्चों की पहचान नहीं हो सकी थी।चार सदस्यीय समिति की आज जांच
झांसी मेडिकल कॉलेज में लगी आग के कारणों का पता लगाने के लिए महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा एवं प्रशिक्षण किंजल सिंह की अध्यक्षता में बनी समिति सोमवार से अपनी जांच शुरू करेगी। सोमवार सुबह समिति के सभी सदस्य झांसी पहुंचेंगे। यह समिति आग के प्राथमिक कारणों का पता लगाने के साथ-साथ लापरवाही या दोष की पहचान करेगी। साथ ही भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं के बचाव हेतु सिफारिशें की जाएंगी।
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