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नई दिल्ली: फ्री वाली स्कीम को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने अपनी ही सरकार की खिंचाई की है। मामला कर्नाटक से जुड़ा है लेकिन इसी बीच बीजेपी को भी मौका मिल गया और खरगे के बयान को हाथों हाथ लपका है। कर्नाटक चुनाव से पहले कांग्रेस की ओर से वहां कई चुनावी वादे किए गए और सरकार बनने के बाद इन योजनाओं को शुरू किया गया। यहां तक तो ठीक था लेकिन अब इसका असर कर्नाटक सरकार के खजाने पर पड़ रहा है। वहीं इस बीच राज्य के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार का एक बयान आता है और उस पर कांग्रेस अध्यक्ष की प्रतिक्रिया ने बीजेपी को कांग्रेस पर तंज कसने का मौका दे दिया है।समीक्षा... कर्नाटक के डिप्टी सीएम का वो बयान
कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने दो दिन पहले कहा था कि सरकार 'शक्ति' योजना पर फिर से विचार करेगी क्योंकि कुछ महिलाओं ने सरकारी बसों में यात्रा के लिए भुगतान करने की इच्छा व्यक्त की है। प्रदेश की कांग्रेस सरकार की इस गारंटी के तहत महिलाओं को मुफ्त बस यात्रा की सुविधा प्रदान की जाती है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने गुरुवार को कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री की उनके इस बयान को लेकर खिंचाई की कि राज्य सरकार 'शक्ति' गारंटी की समीक्षा करेगी।
आप अखबार नहीं पढ़ते क्या
बेंगलुरु में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान खरगे ने कहा कि आपकी 5 गारंटियों को देखते हुए मैंने महाराष्ट्र में 5 गारंटियों की घोषणा की है लेकिन आपने कहा है कि एक गारंटी हटा दी जाएगी। इस पर शिवकुमार ने कहा कि नहीं मेरा मतलब ये नही था। उन्होंने कहा कि आप अखबार नहीं पढ़ते। यह अखबारों में आया है। इस पर मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि हम समीक्षा करेंगे। तब इसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि जब आप समीक्षा कहते हैं तो यह आलोचना का अवसर खोलता है।
ऐसी घोषणा से बचना चाहिए
खरगे ने कहा कि महाराष्ट्र में मैंने कहा है कि 5,10 या 20 गारंटी की घोषणा नहीं करनी चाहिए। बजट के आधार पर घोषणा होनी चाहिए। अन्यथा दिवालियापन हो जाएगा। सड़कों के लिए पैसा नहीं है तो हर कोई आपके खिलाफ हो जाएगा। साथ ही खरगे ने कहा कि आपने (शिवकुमार) जो कुछ भी कहा है, उससे उन्हें (BJP) मौका मिल गया है। बीजेपी ने भी बिना देरी किए कांग्रेस पर निशाना साधा और कहा कि नेताओं को जनता को मूर्ख बनाकर वोट लेने के लिए माफी मांगनी चाहिए।
कांग्रेस पर कुछ ऐसे बीजेपी ने साधा निशाना
पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने खरगे की टिप्पणी का हवाला देते हुए शुक्रवार कहा कि कांग्रेस ने पहली बार स्वीकार किया है कि उसकी चुनावी घोषणाएं, जनता की आंखों में धूल झोंकने के लिए होती हैं। रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने अपने अध्यक्ष के माध्यम से पहली बार स्वीकार किया है कि उसकी चुनावी गारंटी, जनता की आंखों में धूल झोंकने की बात है। कर्नाटक के अलावा तेलंगाना और हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की ओर से घोषित चुनावी गारंटियों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा,घोषणा करके... शुद्ध भाषा में जनता को मूर्ख बनाकर वोट लेना। और बाद में योजना को जमीन पर नहीं उतरना। बस, कागज पर ही रहना। यह कांग्रेस का आज का इतिहास नहीं है। गरीबी हटाओ की घोषणा 1971 में हुई। गरीबी हटी क्या? घोषणा करो, कोई पूछने वाला नहीं है।
कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने दो दिन पहले कहा था कि सरकार 'शक्ति' योजना पर फिर से विचार करेगी क्योंकि कुछ महिलाओं ने सरकारी बसों में यात्रा के लिए भुगतान करने की इच्छा व्यक्त की है। प्रदेश की कांग्रेस सरकार की इस गारंटी के तहत महिलाओं को मुफ्त बस यात्रा की सुविधा प्रदान की जाती है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने गुरुवार को कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री की उनके इस बयान को लेकर खिंचाई की कि राज्य सरकार 'शक्ति' गारंटी की समीक्षा करेगी।
आप अखबार नहीं पढ़ते क्या
बेंगलुरु में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान खरगे ने कहा कि आपकी 5 गारंटियों को देखते हुए मैंने महाराष्ट्र में 5 गारंटियों की घोषणा की है लेकिन आपने कहा है कि एक गारंटी हटा दी जाएगी। इस पर शिवकुमार ने कहा कि नहीं मेरा मतलब ये नही था। उन्होंने कहा कि आप अखबार नहीं पढ़ते। यह अखबारों में आया है। इस पर मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि हम समीक्षा करेंगे। तब इसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि जब आप समीक्षा कहते हैं तो यह आलोचना का अवसर खोलता है।
ऐसी घोषणा से बचना चाहिए
खरगे ने कहा कि महाराष्ट्र में मैंने कहा है कि 5,10 या 20 गारंटी की घोषणा नहीं करनी चाहिए। बजट के आधार पर घोषणा होनी चाहिए। अन्यथा दिवालियापन हो जाएगा। सड़कों के लिए पैसा नहीं है तो हर कोई आपके खिलाफ हो जाएगा। साथ ही खरगे ने कहा कि आपने (शिवकुमार) जो कुछ भी कहा है, उससे उन्हें (BJP) मौका मिल गया है। बीजेपी ने भी बिना देरी किए कांग्रेस पर निशाना साधा और कहा कि नेताओं को जनता को मूर्ख बनाकर वोट लेने के लिए माफी मांगनी चाहिए।
कांग्रेस पर कुछ ऐसे बीजेपी ने साधा निशाना
पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने खरगे की टिप्पणी का हवाला देते हुए शुक्रवार कहा कि कांग्रेस ने पहली बार स्वीकार किया है कि उसकी चुनावी घोषणाएं, जनता की आंखों में धूल झोंकने के लिए होती हैं। रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने अपने अध्यक्ष के माध्यम से पहली बार स्वीकार किया है कि उसकी चुनावी गारंटी, जनता की आंखों में धूल झोंकने की बात है। कर्नाटक के अलावा तेलंगाना और हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की ओर से घोषित चुनावी गारंटियों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा,घोषणा करके... शुद्ध भाषा में जनता को मूर्ख बनाकर वोट लेना। और बाद में योजना को जमीन पर नहीं उतरना। बस, कागज पर ही रहना। यह कांग्रेस का आज का इतिहास नहीं है। गरीबी हटाओ की घोषणा 1971 में हुई। गरीबी हटी क्या? घोषणा करो, कोई पूछने वाला नहीं है।
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