जेब में नहीं थे पैसे, पर हौसले में थी जान... जीरो से खड़ा कर दिया 84 करोड़ का स्‍टार्टअप, कैसे?

नई दिल्‍ली: संदीप जैन आईआईटी रुड़की के पूर्व छात्र रहे हैं। वह गीक्सफॉरगीक्स के संस्‍थापक हैं। यह एक एडटेक प्लेटफॉर्म है। इस स्‍टर्टअप की वैल्‍यू आज की तारीख में 1 करोड़ डॉलर यानी लगभग 84 करोड़ रुपये के आसपास है। जैन ने 2008 में एक ब्लॉग के रूप

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नई दिल्‍ली: संदीप जैन आईआईटी रुड़की के पूर्व छात्र रहे हैं। वह गीक्सफॉरगीक्स के संस्‍थापक हैं। यह एक एडटेक प्लेटफॉर्म है। इस स्‍टर्टअप की वैल्‍यू आज की तारीख में 1 करोड़ डॉलर यानी लगभग 84 करोड़ रुपये के आसपास है। जैन ने 2008 में एक ब्लॉग के रूप में गीक्सफॉरगीक्स की शुरुआत की थी। अपनी मेहनत और कड़ी लगन से उन्होंने इसे सफल वेंचर में बदल दिया है। आइए, यहां संदीप जैन की सफलता के सफर के बारे में जानते हैं।

आसान नहीं था सफर

आसान नहीं था सफर

आईआईटी की सफलता की कहानियां हजारों में हैं। लेकिन, जहां इनमें से ज्‍यादातर मोटी तनख्वाह वाली कॉर्पोरेट नौकरी पाने के साथ खत्म होती हैं। वहीं, कुछ ऐसी भी हैं जो कॉर्पोरेट रास्ते पर न जाकर आंत्रप्रेन्‍योरशिप की तरफ बढ़ती हैं। ऐसा ही एक उदाहरण हैं संदीप जैन। वह आईआईटी रुड़की के पूर्व छात्र हैं। उन्‍होंने गीक्सफॉरगीक्स की स्थापना की है। यह एक एडटेक प्लेटफॉर्म है। आज भले यह करोड़ों का स्‍टार्टअप बन चुका है। लेकिन, संदीप जैन के लिए यहां तक पहुंचना कभी आसान नहीं था।

मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ जन्‍म

मध्यमवर्गीय परिवार  में हुआ जन्‍म

उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद शहर में एक मध्यमवर्गीय परिवार में जन्मे संदीप जैन ने अपनी स्कूली शिक्षा गृहनगर में पूरी की। फिर 2004 में लखनऊ के ए.पी.जे. अब्दुल कलाम तकनीकी विश्वविद्यालय से बी.टेक की डिग्री हासिल की। इसके बाद संदीप ने प्रतिष्ठित आईआईटी रुड़की से इंजीनियरिंग में एम.टेक किया। अपनी शिक्षा पूरी करने के बाद संदीप जैन ने 2007 से 2010 तक एक प्रमुख यूएस-बेस्‍ड सॉफ्टवेयर फर्म के लिए काम किया। इसके बाद कॉर्पोरेट नौकरी छोड़कर शिक्षा के क्षेत्र में अपना करियर बनाना शुरू किया। जैन को जेपी इंस्टीट्यूट ऑफ इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी में एसिस्‍टेंट प्रोफेसर नियुक्त किया गया। शिक्षक के रूप में अपने छोटे कार्यकाल के दौरान ही उन्हें यह अहसास हुआ कि संसाधनों की कमी और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा भारत और दुनिया भर में लाखों छात्रों को प्रभावित करती है।

2008 में ब्लॉग के रूप में शुरुआत

2008 में ब्लॉग के रूप में शुरुआत

इसके बाद संदीप जैन ने गीक्सफॉरगीक्स नाम के एडटेक प्लेटफॉर्म की स्थापना की दिशा में अपनी कठिन यात्रा शुरू की। इसे उन्होंने शुरू में 2008 में एक ब्लॉग के रूप में शुरू किया था। इससका उद्देश्य इंजीनियरिंग के छात्रों को प्लेसमेंट की तैयारी में मदद करना था। यह ब्‍लॉग कंप्यूटर साइंस के कॉम्‍प्लेक्‍स कॉन्‍सेप्‍ट को स्पष्ट करने के लिए डेडिकेटेड था। जल्द ही यह ब्लॉग व्यापक ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफॉर्म के रूप में विकसित हुआ। यह छात्रों को शैक्षिक संसाधन प्रदान करता है।

दुनियाभर में करोड़ों यूजर

दुनियाभर में करोड़ों यूजर

आज, गीक्सफॉरगीक्स एडटेक क्षेत्र में एक प्रमुख नाम बन गया है। इसके दुनियाभर में 2 करोड़ से ज्‍यादा रजिस्‍टर्ड यूजर हैं। नोएडा, बेंगलुरु और पुणे में इसके कार्यालय हैं। गीक्सफॉरगीक्स ने वर्ष 2023 में 1 करोड़ डॉलर का वार्षिक कारोबार दर्ज किया था। इसने Google डेवलपर्स, अमेजन और माइक्रोसॉफ्ट जैसी तकनीकी दिग्गजों के साथ समझौते किए हैं। इच्छुक इंजीनियरों को इन कंपनियों में आकर्षक पदों पर लगाने में भी मदद की है।

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मनोज शर्मा

मनोज शर्मा (जन्म 1968) स्वर्णिम भारत के संस्थापक-प्रकाशक , प्रधान संपादक और मेन्टम सॉफ्टवेयर प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं।

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