LAC पर डिसइंगेजमेंट और वेरिफिकेशन लगभग पूरा, जानिए कब से पेट्रोलिंग पर निकलेंगी भारत और चीन की सेनाएं

नई दिल्ली: ईस्टर्न लद्दाख में एलएसी पर देपसांग और डेमचॉक में डिसइंगेजमेंट और वेरिफिकेशन की प्रक्रिया साथ साथ चल रही है। फाइनल वेरिफिकेशन पेट्रोलिंग के जरिए ही होगा। सूत्रों के मुताबिक मंगलवार या बुधवार तक इन दोनों जगहों पर डिसइंगेजमेंट और बेसिक

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नई दिल्ली: ईस्टर्न लद्दाख में एलएसी पर देपसांग और डेमचॉक में डिसइंगेजमेंट और वेरिफिकेशन की प्रक्रिया साथ साथ चल रही है। फाइनल वेरिफिकेशन पेट्रोलिंग के जरिए ही होगा। सूत्रों के मुताबिक मंगलवार या बुधवार तक इन दोनों जगहों पर डिसइंगेजमेंट और बेसिक वेरिफिकेशन पूरा हो जाएगा। जिसके बाद 30 या 31 अक्टूबर को पहली पेट्रोलिंग पार्टी (गश्ती दल) निकलेगी, और इस पेट्रोलिंग के जरिए फाइनल वेरिफिकेशन भी हो जाएगा।
ईस्टर्न लद्दाख में एलएसी पर देपसांग और डेमचॉक पर डिसइंगेजमेंट की प्रक्रिया अंतिम पड़ाव में हैं। सूत्रों के मुताबिक जैसे जैसे टेंट और टेंपरेरी स्ट्रक्चर हट रहे हैं वैसे वैसे वेरिफिकेशन भी हो रहा है। यानी डिसइंगेजमेंट और वेरिफिकेशन की प्रक्रिया साथ साथ ही चल रही है।

निकलने से पहले एक दूसरे को देंगे सूचना
सूत्रों के मुताबिक जहां पर सैनिकों को पीछे होना है वहां पर री-लोकेशन की प्रक्रिया चल रही है। मंगलवार या बुधवार तक यह पूरा जाएगा। जब दोनों देशों के लोकल मिलिट्री कमांडर को इस बात का यकीन हो जाएगा कि बनी सहमति के हिसाब से सब कुछ हट गया तब पेट्रोलिंग शुरू की जाएगी। सूत्रों के मुताबिक ऐसा कोई फिक्स फॉर्मूला नहीं बनाया गया है कि सैनिक कितनी बार और कितने अंतराल में पेट्रोलिंग (गश्ती) करेंगे। बस यह तय किया गया है कि जब भी भारतीय सैनिक पेट्रोलिंग के लिए जाएंगे तो उससे पहले वह दिन, वक्त और एरिया के बारे में चीनी सेना को बताएंगे और इसी तरह चीनी सैनिक पेट्रोलिंग पर निकलने से पहले भारतीय सेना को बताएंगे।

पहले ऐसा नहीं होता था
अप्रैल 2020 से पहले जब पेट्रोलिंग होती थी, तब ऐसा नहीं होता था। इसलिए तब फेसऑफ भी होते थे। अब फेसऑफ से बचने के लिए यह किया गया है। सूत्रों के मुताबिक वैसे तो डिसइंगेजमेंट के साथ साथ ही वेरिफिकेशन भी हो रहा है लेकिन जब पेट्रोलिंग पार्टी जाएगी तब फाइनल वेरिफिकेशन हो जाएगा। पेट्रोलिंग पर कितने सैनिक जाएंगे, इस सवाल पर सूत्रों ने बताया कि आम तौर पर पेट्रोलिंग में 10 से 25 सैनिक जाते हैं। जब पेट्रोलिंग ज्यादा दूर जाती तो करीब 25 सैनिक होते हैं और जब पेट्रोलिंग कम दूरी की होती है तो 10 से 15 सैनिक उसमें होते हैं। अब भी ऐसा ही होगा।

कब से शुरू होगी पेट्रोलिंग?
सूत्रों के मुताबिक अगर बुधवार यानी 30 अक्टूबर को डिसइंगेजमेंट पूरा हो गया तो उसी दिन पेट्रोलिंग हो सकती है। 30 या 31 अक्टूबर को पेट्रोलिंग शुरू हो जाएगी। चीनी सैनिकों और भारत के सैनिकों की पेट्रोलिंग की या तो टाइमिग अलग होगी या फिर दिन अलग होगा। सूत्रों के मुताबिक उनका किसी एरिया में पहला पेट्रोल जा सकता है, हमारा किसी और एरिया में जा सकता है। शर्त बस ये है कि पहले बताना होगा। दोनों देशो के सैनिक उन सभी जगहों पर पेट्रोलिंग कर सकेंगे जहां अप्रैल 2020 से पहले करते रहे हैं। इसके साथ ही देपसांग और डेमचॉक में अप्रैल 2020 से पहले वाली स्थिति की बहाली हो जाएगी।

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मनोज शर्मा

मनोज शर्मा (जन्म 1968) स्वर्णिम भारत के संस्थापक-प्रकाशक , प्रधान संपादक और मेन्टम सॉफ्टवेयर प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं।

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