नई दिल्ली: एक समय था जब केएल राहुल विराट कोहली के बाद टीम इंडिया की कप्तानी के प्रबल दावेदारों में से एक थे। टीम के लिए राहुल एक ऐसे खिलाड़ी के रूप में खुद स्थापित किया जो हर जगह उपयोगी था। गेंदबाजी को छोड़ दिया जाए तो राहुल ने टीम इंडिया के लिए
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नई दिल्ली: एक समय था जब केएल राहुल विराट कोहली के बाद टीम इंडिया की कप्तानी के प्रबल दावेदारों में से एक थे। टीम के लिए राहुल एक ऐसे खिलाड़ी के रूप में खुद स्थापित किया जो हर जगह उपयोगी था। गेंदबाजी को छोड़ दिया जाए तो राहुल ने टीम इंडिया के लिए हर वो काम किया जो उनके लिए संभव था। ओपनिंग बल्लेबाजी हो या फिर वन डाउन। जब मध्यक्रम में खेलने की बारी आई तो राहुल वहां भी नहीं हिचके और रन बनाकर खुद एक फिनिशर का रूप दे दिया। टीम को जब विकेटकीपिंग की जरूरत पड़ी उन्होंने वो भी किया।केएल राहुल ने अपनी तरफ से पूरी कोशिश किया कि वह टीम इंडिया के लिए हर रोल में फिट हो जाए। पिछले कुछ सालों में देखा जाए तो टीम इंडिया में शायद ही कोई ऐसा खिलाड़ी हो जिसके साथ राहुल जितना प्रयोग किया जाए। ऐसे में स्वाभाविक है कि एक खिलाड़ी हर भूमिका में खुद को स्थिर और निरंतर रखना मुश्किल होता है। यही कारण है कि राहुल फॉर्म बिगड़ा और उसके नाम अब उनकी बलि चढ़ाई जा रही है।
भारत और न्यूजीलैंड के बीच तीन टेस्ट मैचों की सीरीज खेली जा रही है। सीरीज के शुरू होने से पहले कप्तान रोहित शर्मा और कोच गौतम गंभीर ने राहुल को लेकर एक साफ संदेश दिया था कि वह प्लेइंग इलेवन का हिस्सा रहेंगे। सिर्फ इतना ही नहीं, पुणे टेस्ट से पहले भी यह कहा गया कि सोशल मीडिया प्लेइंग इलेवन को तय नहीं कर सकती है, लेकिन अंतिम-11 घोषित किया गया तो राहुल का नाम उसमें नहीं था। यह लगभग तय भी था कि राहुल प्लेइंग इलेवन में नहीं होंगे।
IND vs NZ: पंत को कुछ पता ही नहीं चला, सरफराज खान की जिद्द पर रोहित ने लिया डीआरएस, भारत को मिल गया विकेट ऐसे में अब यह उठती है कि केएल राहुल क्या सच में खराब बैटिंग कर रहे हैं जिसके कारण उन्हें टीम से बाहर का रास्ता दिखाया गया है। अगर आंकड़ों पर नजर डाले तो हकीकत कुछ ही बयां करती है। केएल राहुल को खराब बैटिंग के लिए जिस तरह से बदनाम किया जा रहा है वह कहीं ना कहीं उनके साथ गलत हो रहा है। पिछले 12 महीने की बात करें तो राहुल टीम इंडिया के लिए 6 टेस्ट मैचों में मैदान पर उतरे हैं जिसमें उन्होंने 37.66 की औसत से 339 रन बनाए जिसमें 1 शतक और 2 अर्धशतक शामिल है।
वहीं दूसरी तरफ टीम के कप्तान रोहित शर्मा की बल्लेबाजी को देखें तो वह राहुल से भी काफी खराब है। टीम इंडिया के लिए पिछले 20 पारियों में रोहित शर्मा सिर्फ दो शतक और दो अर्धशतक लगा पाए हैं। इन 20 पारियों में रोहित शर्मा के रन बनाने का औसत सिर्फ 29.26 का रहा है। रोहित शर्मा पिछले 11 मैचों में सिर्फ 556 रन बना पाए हैं। रोहित का यह आंकड़ा साउथ अफ्रीका दौरे के बाद का है।
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संवाद सूत्र, गेड़ाबाड़ी (कटिहार)।कटिहार के कोढ़ा प्रखंड क्षेत्र के उत्तरी सिमरिया पंचायत के वार्ड संख्या 12 में बिजली विभाग की लापरवाही से उपभोक्ता मक्कू टुडू को पिछले चार महीनों का 18 लाख 56 हजार 132 रुपए का बिजली बिल आया है।