क्या ट्रेनों को उड़ा ले जाएगा समुद्री चक्रवात दाना? ओडिशा में लैंडफॉल से पहले बंगाल में जंजीरों से बांधी गई ट्रेनें

कोलकाता: पश्चिम बंगाल में चक्रवात दाना को संभावित खतरे को देखते हुए जहां तमाम ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है तो वहीं दूसरी तरफ हावड़ा में ट्रेनों को सर्तकता के तौर पर जंजीरों से लॉक किया गया है। समुद्री चक्रवात दाना के ओडिशा के तट पर लैंडफॉल करने

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कोलकाता: पश्चिम बंगाल में चक्रवात दाना को संभावित खतरे को देखते हुए जहां तमाम ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है तो वहीं दूसरी तरफ हावड़ा में ट्रेनों को सर्तकता के तौर पर जंजीरों से लॉक किया गया है। समुद्री चक्रवात दाना के ओडिशा के तट पर लैंडफॉल करने की संभावना है। इसको लेकर मौसम विभाग (IMD) ने रेड अलर्ट के साथ चेतावनी जारी की है। ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण मांझी के अनुसार तीन लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया है। चक्रवात दाना को लेकर पश्चिम बंगाल भी अलर्ट पर है। इसी को देखते हुए पश्चिम बंगाल के हावड़ा में एहतियात के तौर पर शालीमार रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों को तेज हवाओं के कारण फिसलने से बचाने के लिए जंजीरों और तालों की मदद से रेलवे ट्रैक से बांध दिया गया।



शुक्रवार ओडिशा में लैंडफॉल
चक्रवात दाना के असर के चलते ओडिशा और पड़ाेसी राज्यों में तेज हवा और बारिश हो रही है। मौसम विभाग के अनुसार इसके शुक्रवार को ओडिशा के तट पर लैंडफॉल करने की संभावना है। इसको देखते हुए एनडीआरएफ से लेकर तमाम आपात स्थिति में बचाव कार्य करने वाली एजेंसियां अलर्ट पर हैं। गुरुवार दोपहर को भीषण चक्रवाती तूफान 'दाना' ओडिशा तट से 200 किलोमीटर के भीतर था। राज्य के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश, तेज हवाएं और समुद्र की खराब स्थिति देखी गई। भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, चक्रवात के शुक्रवार सुबह ओडिशा के भितरकनिका राष्ट्रीय उद्यान और धामरा बंदरगाह के बीच 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पहुंचने की उम्मीद है। IMD ने सात जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। इनमें मयूरभंज, कटक, जाजपुर, बालासोर, भद्रक, केंद्रपाड़ा और जगतसिंहपुर।


200 से अधिक ट्रेनें रद्द
चक्रवात दाना को प्रभाव को देखते हुए 200 से अधिक ट्रेनों के संचालन को रद्द कर दिया गया है। इनमें वंदे भारत सेलेकर सुपरफास्ट ट्रेनें शामिल है। ट्रेनों की सुरक्षा के लिए उन्हें ट्रैक पर बांधा जा रहा है। ऐसा उन क्षेत्रों में किया जा रहा है जहां पर आईएमडी ने तेज हवाएं चलने का अनुमान व्यक्त किया है। रेलवे के अधिकारियों का कहना है। डिजास्टर से निपटने के प्रोटोकॉल में यह शामिल है कि रेलवे के इंफ्रा को नुकसान नहीं पहुंचे और न ही रेलवे के इंफ्रास्ट्रक्चर से जानमाल और दूसरे संपत्तियों को नुकसान हो।

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मनोज शर्मा

मनोज शर्मा (जन्म 1968) स्वर्णिम भारत के संस्थापक-प्रकाशक , प्रधान संपादक और मेन्टम सॉफ्टवेयर प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं।

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