यूपी चुनाव- अपरकास्ट, OBC और SC का संतुलन... RSS और ग्राउंड फीडबैक, BJP प्रत्याशियों की लिस्ट कुछ कह रही

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के राजनीतिक गलियारों में गुरुवार को वो दिन आ ही गया, जब सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) की तरफ से उपचुनाव के लिए प्रत्याशियों की लिस्ट जारी कर दी गई। कुल 10 खाली सीटों में मिल्कीपुर में उपचुनाव की घोषणा नहीं हुई, मीरापुर सी

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लखनऊ: उत्तर प्रदेश के राजनीतिक गलियारों में गुरुवार को वो दिन आ ही गया, जब सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) की तरफ से उपचुनाव के लिए प्रत्याशियों की लिस्ट जारी कर दी गई। कुल 10 खाली सीटों में मिल्कीपुर में उपचुनाव की घोषणा नहीं हुई, मीरापुर सीट पर रालोद प्रत्याशी के लिए छोड़ दिया और सीसामऊ पर अभी भाजपा प्रत्याशी का ऐलान नहीं हुआ है। बाकी 7 सीटों पर टिकट बंटवारे में भाजपा की तरफ से जिन प्रत्याशियों का चयन किया गया है, उससे यह तो स्पष्ट है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के साथ ही पार्टी की तरफ से ग्राउंड फीडबैक का भी अहम योगदान है।
यूपी में उपचुनाव की 7 सीटों पर भाजपा ने काफी मंथन के बाद टिकट बंटवारे का ऐलान कर दिया है। इसमें अपरकास्ट के साथ ही पिछड़े और दलित वर्ग का ख्याल भी रखा गया है। भाजपा ने मुरादाबाद की कुंदरकी सीट से रामवीर सिंह ठाकुर को टिकट दिया है, जो क्षत्रिय बिरादरी से आते हैं। वहीं गाजियाबाद से संजीव शर्मा को टिकट दिया है, जो कि ब्राह्मण हैं।
UP BJP Candidates List: करहल से अनुजेश यादव, मझवां से सुचिस्मिता मौर्या, यूपी उपचुनाव के लिए आई बीजेपी उम्‍मीदवारों की लिस्‍ट
अलीगढ़ की खैर सुरक्षित सीट से दलित उम्मीदवार सुरेंद्र दिलेर को प्रत्याशी बनाया है। वहीं मैनपुरी की करहल सीट से अनुजेश यादव और प्रयागराज की फूलपुर सीट से दीपक पटेल को टिकट मिला है। अकबरपुर की कटेहरी सीट से धर्मराज निषाद और मिर्जापुर की मझवां सीट से सुचिस्मिता मौर्या को टिकट दिया है। यह सभी ओबीसी बिरादसी से आते हैं।

सामाजिक समीकरण साधने का प्रयास
ओबीसी में भी यादव, पटेल, निषाद और मौर्य के जरिए भाजपा ने राजनीतिक लिहाज से अहम पिछड़े वर्ग के अलग-अलग वर्ग को साधने का प्रयास किया है। अभी सात सीटों पर प्रत्‍याशी उतारे गए हैं। मीरापुर (मुजफ्फरनगर) और सीसामऊ (कानपुर) विधानसभा सीट पर उम्‍मीदवार घोषित करने बाकी हैं। गौरतलब है कि बीजेपी ने गठबंधन के तहत मीरापुर विधानसभा सीट राष्ट्रीय लोकदल को दी है। रालोद तय रणनीति के तहत आखिरी समय में अपना पत्ता खोलेगी।

RSS से लेकर ग्राउंड तक काम
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ भी बीते दिनों में यूपी में सक्रिय हुआ। मोहन भागवत की संगठन के साथ ही प्रदेश के बड़े नेताओं के साथ गहन चर्चा भी हुई। लोकसभा रिजल्ट के बाद से खफा बताए जा रहे दोनों डेप्युटी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक के सुझावों का भी खास ख्याल रखा गया है। जमीनी स्तर पर जमीन को मजबूत करने के साथ ही सपा की पीडीए पॉलिटिक्स का काट खोजने का प्रयास किया गया है।

वफादारों को BJP की तरजीह
इसी साल लोकसभा चुनाव के परिणाम से सबक लेते हुए भाजपा ने पुराने कार्यकर्ताओं को तरजीह दी है। इसकी बानगी अलीगढ़ जिले की खैर विधानसभा सीट पर दिखती है, जहां दिलेर परिवार को राजनीतिक विरासत की वफादारी का लाभ मिला है। हाथरस लोकसभा से भाजपा के पूर्व सांसद राजवीर सिंह दिलेर के बेटे सुरेंद्र सिंह दिलेर को टिकट देकर मैदान में उतारा है। उनके दादा किशन लाल दिलेर भी हाथरस से भाजपा के टिकट पर 4 बार सांसद रह चुके थे।

संगठन से जुड़े नेताओं को इनाम
वहीं गाजियाबाद से टिकट पाने वाले संजीव शर्मा 17 साल से गाजियाबाद महानगर में संगठन को मजबूत करने बड़ी भूमिका निभाई। जमीन पर रहकर काम किया। उन्होंने सूचना एवं रोजगार प्रकोष्ठ से लेकर महानगर महामंत्री और प्रचार प्रसार विभाग के क्षेत्रीय संयोजक का कार्यभार भी संभाला। मुरादाबाद की कुंदरकी सीट पर रामवीर सिंह ठाकुर भी पुराने नेता हैं और 3 बार भाजपा के टिकट पर दांव आजमा चुके हैं। पार्टी ने फिर उनके ऊपर भरोसा जताया है।

यादवलैंड में चल दिया बड़ा दांव
मुलायम परिवार का गढ़ कहे जाने वाले मैनपुरी की करहल सीट से भाजपा ने अखिलेश यादव के दूर के रिश्तेदार को ही टिकट दे दिया है। बीजेपी ने मुलायम सिंह यादव की भतीजी संध्‍या यादव के पति अनुजेश यादव को अपना उम्‍मीदवार बना दिया है। संध्या उर्फ बेबी यादव 2015 से 2020 तक मैनुपुरी में जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुकी हैं। अनुजेश यादव भी फिरोजाबाद से जिला पंचायत सदस्य रह चुके हैं। सपा के गढ़ में अनुजेश लंबे समय से सक्रिय हैं।

प्रयागराज की फूलपुर सीट से दीपक पटेल पर भाजपा ने दांव खेला है, जो पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष और फूलपुर की पूर्व सांसद केसरी देवी पटेल के पुत्र हैं। दीपक खुद बसपा के टिकट पर 2012 में करछना विधानसभा से विधायक निर्वाचित हुए थे। दीपक 2018 में भाजपा में शामिल हुए।

वहीं मझवां से सुचिस्मिता मौर्य खुद 2017 में विधायक चुनी गई थीं। उनके ससुर रामचंद्र मौर्य मझवां सीट से भाजपा के टिकट पर विधायक चुने गए थे। ससुर की मौत के बाद सुचिस्मिता राजनीति में सक्रिय हुईं। अंबेडकरनगर की कटेहरी सीट पर धर्मराज निषाद बसपा सरकार में मंत्री रहे कद्दावर नेता रहे हैं। उनके जरिए निषाद समुदाय को साधने का प्रयास हुआ है।

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मनोज शर्मा

मनोज शर्मा (जन्म 1968) स्वर्णिम भारत के संस्थापक-प्रकाशक , प्रधान संपादक और मेन्टम सॉफ्टवेयर प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं।

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