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नई दिल्ली: ब्रिक्स समिट के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ द्विपक्षीय मुलाकात हुई। इस दौरान दोनों देशों के बीच कई मुद्दों पर सहमति बनी। बैठक के बाद पीएम मोदी ने स्पष्ट कहा कि भारत-चीन के संबंध वैश्विक शांति के लिए जरूरी हैं। हम खुले मन से बातचीत करेंगे। 5 साल बाद हमारी मुलाकात हुई। दुनिया के लिए हमारे संबंध जरूरी हैं। एक दूसरे का सम्मान होना चाहिए। सीमा पर मुद्दों को लेकर सहमति का स्वागत करते हैं।
लंबे समय बाद दोनों पड़ोसी एक साथ
नवंबर 2022 में, पीएम मोदी और शी जिनपिंग ने इंडोनेशिया के राष्ट्रपति की ओर से जी-20 नेताओं के लिए आयोजित रात्रिभोज में एक-दूसरे का अभिवादन किया। हालांकि, उस समय द्विपक्षीय वार्ता तो नहीं हुई। बस संक्षिप्त बातचीत दोनों नेताओं के बीच हुई थी। पिछले वर्ष अगस्त में भी भारतीय प्रधानमंत्री और चीनी राष्ट्रपति ने ब्रिक्स (ब्राजील-रूस-भारत-चीन-दक्षिण अफ्रीका) शिखर सम्मेलन के दौरान जोहांसबर्ग में मिले थे।
क्यों खास है ये मुलाकात
रूस के कजान शहर में हुई ये बैठक इसलिए खास है क्योंकि 5 साल बाद पीएम मोदी और जिनपिंग मिले हैं। मई 2020 में पूर्वी लद्दाख सीमा विवाद सामने आने के बाद दोनों देशों के राष्ट्राध्यक्षों की ये पहली द्विपक्षीय बैठक है। ये मुलाकात ऐसे वक्त में हुई जब एक दिन पहले ही भारत और चीन ने पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर अपनी सेनाओं की ओर से गश्त करने के समझौते पर सहमति जताई थी। यह चार साल से चल रहे गतिरोध को समाप्त करने की दिशा में एक बड़ी सफलता है।लंबे समय बाद दोनों पड़ोसी एक साथ
नवंबर 2022 में, पीएम मोदी और शी जिनपिंग ने इंडोनेशिया के राष्ट्रपति की ओर से जी-20 नेताओं के लिए आयोजित रात्रिभोज में एक-दूसरे का अभिवादन किया। हालांकि, उस समय द्विपक्षीय वार्ता तो नहीं हुई। बस संक्षिप्त बातचीत दोनों नेताओं के बीच हुई थी। पिछले वर्ष अगस्त में भी भारतीय प्रधानमंत्री और चीनी राष्ट्रपति ने ब्रिक्स (ब्राजील-रूस-भारत-चीन-दक्षिण अफ्रीका) शिखर सम्मेलन के दौरान जोहांसबर्ग में मिले थे।ब्रिक्स समिट के बीच मिले मोदी-जिनपिंग
हालांकि, उस समय भी दोनों नेताओं के बीच एक संक्षिप्त और अनौपचारिक बातचीत हुई थी। पीएम मोदी और शी जिनपिंग के बीच बुधवार को द्विपक्षीय बैठक कजान शहर में हुई। ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी ने अपनी बात रखी उसके बाद चीन के राष्ट्रपति से द्विपक्षीय वार्ता हुई।
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