हिमाचल प्रदेश के इस स्कूल में अभिभावक अपने बच्चों को नहीं भेजेंगे स्कूल, जानें क्या है मामला?

संवाद सहयोगी, सलूणी। स्कूलों में स्टाफ की कमी चल रही है जिस कारण बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। जिले में कई स्कूल प्रतिनियुक्ति के सहारे चल रहे हैं, जबकि कई स्कूलों में एक ही शिक्षक व्यवस्था संभाले हुए हैं। शिक्षा खंड सलूणी के अंतर्गत आने वा

4 1 7
Read Time5 Minute, 17 Second

संवाद सहयोगी, सलूणी। स्कूलों में स्टाफ की कमी चल रही है जिस कारण बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। जिले में कई स्कूल प्रतिनियुक्ति के सहारे चल रहे हैं, जबकि कई स्कूलों में एक ही शिक्षक व्यवस्था संभाले हुए हैं। शिक्षा खंड सलूणी के अंतर्गत आने वाली राजकीय प्राथमिक पाठशाला गरोहन-एक का भी यही हाल है। यह स्कूल करीब दो माह से प्रतिनियुक्ति के सहारे चल रहा है। मौजूदा समय में स्कूल में कुल 60 बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं, जिनमें से 33 बच्चे पहली से पांचवीं कक्षा में हैं, जबकि 27 छात्र प्री-प्राइमरी में हैं।

अभिभावकों ने प्रशासन के खिलाफ किया प्रदर्शन

सोमवार को अभिभावकों ने अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेजा, लेकिन खुद स्कूल पहुंच गए। अभिभावकों ने स्कूल प्रांगण में इकट्ठे होकर सरकार, मुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री सहित प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया। कहा, जब तक स्कूल में स्थायी शिक्षकों की तैनाती नहीं होती, तब तक वे इसी तरह से स्कूल में धरना-प्रदर्शन करने के साथ बच्चों को स्कूल नहीं भेजेंगे।

\\\"स्वर्णिम
+91 120 4319808|9470846577

स्वर्णिम भारत न्यूज़ हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं.

मनोज शर्मा

मनोज शर्मा (जन्म 1968) स्वर्णिम भारत के संस्थापक-प्रकाशक , प्रधान संपादक और मेन्टम सॉफ्टवेयर प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Laptops | Up to 40% off

अगली खबर

BRICS समिट में हो सकती है PM मोदी और चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग की मुलाकात, कजान में जुटेंगे 38 देशों के नेता

आपके पसंद का न्यूज

Subscribe US Now