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नई दिल्ली: कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो के आरोपों पर भारतीय विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को जवाब दिया। मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि दोनों देशों में गहरे संबंध हैं और मौजूदा विवाद ट्रुडो सरकार के निराधार आरोपों से पैदा हुआ है। जो भी गंभीर आरोप लगाए हैं, उनका कनाडा ने कोई सबूत नहीं दिया।
झूठे आरोप भारत को अस्वीकार
हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के में राजनयिकों के नाम पर भारत ने कहा कि झूठे आरोपों को हम अस्वीकार करते हैं। कनाडा के PM जस्टिन ट्रूडो ने खुद माना है कि भारत के खिलाफ आरोपों का उनके पास सबूत नहीं है। हमारा पक्ष एकदम साफ है कि पिछले साल सितंबर से ही कनाडा सरकार ने कोई जानकारी हमारे साथ साझा नहीं की है। हमें भरोसा नहीं है कि कनाडा सरकार हमारे राजनयिकों की सुरक्षा का ध्यान रखेगी इसलिए हमने उन्हें वापस बुलाने का फैसला किया था।
उन्होंने कहा कि भारत ने कई आरोपियों को भारत डिपोर्ट करने के लिए 26 अनुरोध कनाडा को भेजे। इनमें से कई तो पिछले दशक या उससे ज्यादा समय से पेंडिंग हैं। हमने लॉरेंस बिश्नोई समेत कई गैंग के सदस्यों को लेकर कनाडा से जानकारी साझा की। उन्हें गिरफ्तार करने या कार्रवाई करने का अनुरोध किया। इस पर पर कनाडा ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है, यह बहुत गंभीर है।झूठे आरोप भारत को अस्वीकार
हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के में राजनयिकों के नाम पर भारत ने कहा कि झूठे आरोपों को हम अस्वीकार करते हैं। कनाडा के PM जस्टिन ट्रूडो ने खुद माना है कि भारत के खिलाफ आरोपों का उनके पास सबूत नहीं है। हमारा पक्ष एकदम साफ है कि पिछले साल सितंबर से ही कनाडा सरकार ने कोई जानकारी हमारे साथ साझा नहीं की है। हमें भरोसा नहीं है कि कनाडा सरकार हमारे राजनयिकों की सुरक्षा का ध्यान रखेगी इसलिए हमने उन्हें वापस बुलाने का फैसला किया था।'पाकिस्तान से कोई बात नहीं हुई'
विदेश मंत्रालय ने कहा कि विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने पाकिस्तान के साथ कोई द्विपक्षीय बैठक नहीं की। उनकी इस्लामाबाद यात्रा सिर्फ शंघाई सहयोग संगठन की बैठक के लिए थी। भोज के दौरान जो बातचीत होती है वही हुई। मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, 'विदेश मंत्री की एकमात्र द्विपक्षीय बैठक मंगोलिया के साथ थी।' चीन-पाकिस्तान के संयुक्त बयान में कश्मीर के जिक्र पर मंत्रालय ने कहा, 'कश्मीर के मुद्दे पर, आप हमारा रुख जानते हैं। कश्मीर हमारा है और हमारा रहेगा। यह हमारा बयान है और यह हमारा रुख है। अगर कोई कुछ कहता है, तो इससे कुछ नहीं बदलता है।'पन्नू केस में बैठक सार्थक रही: US
अमेरिका ने गुरुवार को कहा कि गुरपतवंत सिंह पन्नून की कथित हत्या की साजिश के संबंध में भारतीय जांच समिति के साथ बैठक सार्थक रही। वे सहयोग से संतुष्ट हैं। अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा, 'हमें बताया गया कि जिस व्यक्ति का नाम न्याय विभाग के अभियोग में था, वह अब भारत सरकार का कर्मचारी नहीं है। हम उनके साथ काम जारी रखेंगे। हम सहयोग की सराहना करते हैं।' विदेश मंत्रालय ने भी गुरुवार को इसकी पुष्टि की। अमेरिकी न्याय विभाग ने दावा किया है कि भारत के एक कर्मी (जिसका नाम CC-1 है) ने निखिल गुप्ता को एक हिटमैन को काम पर रखने के लिए भर्ती किया था।
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