राज्य ब्यूरो, शिमला। राज्य सरकार मुख्य अध्यापक व प्रवक्ता को पदोन्नत कर प्रधानाचार्य बनाएगी। इसके लिए विभागीय स्तर पर प्रक्रिया शुरू हो गई है। इस बार भी नियमित पदोन्नति नहीं होगी (प्लेसमेंट होगी)। प्रधानाचार्य का पदनाम तो मिल जाएगा लेकिन वित्तीय लाभ नहीं मिलेगा। वर्ष 2016 से लेकर 2023 तक इसी तर्ज पर पदोन्नतियां हुई है।
लंबी है नियमित पदोन्नति की प्रक्रिया
सरकार इन पदोन्नतियों को नियमित करने की तैयारी में थी, लेकिन प्रक्रिया काफी लंबी है, इसलिए निर्णय लिया गया है कि इस बार पुराने तरीके से ही प्रधानाचार्य पद पर नियुक्ति दी जाएगी। शिक्षा विभाग ने इसका प्रस्ताव तैयार कर लिया है। पदोन्नति के लिए पात्र मुख्य अध्यापक व प्रवक्ताओं की वार्षिक गोपनीय रिपोर्ट सहित अन्य दस्तावेजों को जांचा जा रहा है।
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