हरियाणा में हार पर कांग्रेस ने अचानक बदली रणनीति, EVM अटैक से पहले करेगी ये काम

हरियाणा में हार के लिए ईवीएम पर आरोप लगाने वाली कांग्रेस पार्टी ने अब रणनीति बदलने का फैसला किया है. मुख्य विपक्षी दल ने पहले ईवीएम पर दोष मढ़ते हुए चुनाव नतीजों को 'अस्वीकार्य' कह दिया था. अब पार्टी के रणनीतिकारों ने तय किया है कि पर्याप्त सबूत क

4 1 6
Read Time5 Minute, 17 Second

हरियाणा में हार के लिए ईवीएम पर आरोप लगाने वाली कांग्रेस पार्टी ने अब रणनीति बदलने का फैसला किया है. मुख्य विपक्षी दल ने पहले ईवीएम पर दोष मढ़ते हुए चुनाव नतीजों को 'अस्वीकार्य' कह दिया था. अब पार्टी के रणनीतिकारों ने तय किया है कि पर्याप्त सबूत के बिना वे EVM अटैक नहीं करेंगे. कांग्रेस पार्टी ने गुरुवार को हरियाणा की हार एक समीक्षा बैठक बुलाई थी. पार्टी अब अपना फोकस अंदरूनी गुटबाजी और दूसरी कमजोरियों पर करेगी जिसके कारण सफलता नहीं मिल सकी.

TOI की रिपोर्ट के मुताबिक कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की समीक्षा बैठक में हुए फैसले पर सभी वरिष्ठ नेता सहमत हुए हैं. इसके तहत फिलहाल वे कुछ भी गलत होने से संबंधित 'ठोस सबूत' जुटाने के बाद ही चुनावी हार के लिए ईवीएम पर दोष मढ़ेंगे. बाद में खरगे ऑफिस से जारी बयान में बताया गया कि पार्टी ने उम्मीदवारों की शिकायतों और विसंगतियों की जांच करने के लिए एक तकनीकी दल नियुक्त करने का फैसला किया है. इसमें कहा गया है, 'कांग्रेस मतगणना प्रक्रिया और इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों के कामकाज पर फैक्ट-फाइंडिंग टीम की रिपोर्ट के आधार पर विस्तृत प्रतिक्रिया देगी.

गौर करने वाली बात यह है कि हरियाणा के पूर्व सीए बीएस हुड्डा और उनके वफादारों के अलावा पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी सैलजा और उनके सहयोगी रणदीप सिंह सुरजेवाला को इस मीटिंग में नहीं बुलाया गया था. हरियाणा में हार के बाद इन दोनों गुटों के लोग एक दूसरे पर उंगली उठा रहे हैं. एक सूत्र ने बताया है कि मीटिंग में स्पष्ट मैसेज दिया गया कि पार्टी का हित सबसे ऊपर है.

राहुल गांधी ने सभी को अपने मतभेदों को भुलाने और पार्टी के हित के लिए एकजुट होने पर जोर दिया. खबर है कि हार में भूमिका निभाने वाले कारकों का अध्ययन करने के लिए प्रत्येक उम्मीदवार से एक रिपोर्ट मांगकर बूथ स्तर का मूल्यांकन करने की योजना बना रही है।

आज कांग्रेस अध्यक्ष श्री @kharge, नेता विपक्ष श्री @RahulGandhi, संगठन महासचिव श्री @kcvenugopalmp, ऑब्जर्वर्स श्री @ashokgehlot51 और मैंने, श्री @BabariaDeepak और कांग्रेस सचिवों ने हरियाणा चुनाव की समीक्षा की।

सभी जानते हैं कि हरियाणा चुनाव के नतीजे अप्रत्याशित थे। चुनाव के… pic.twitter.com/sbIF0I989o

— Congress (@INCIndia) October 10, 2024

बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए अजय माकन ने कहा, 'कांग्रेस अध्यक्ष खरगे, नेता विपक्ष राहुल गांधी, महासचिव केसी वेणुगोपाल, पर्यवेक्षक अशोक गहलोत और दीपक बाबरिया और कांग्रेस सचिवों ने हरियाणा चुनाव की समीक्षा की. सभी जानते हैं कि हरियाणा चुनाव के नतीजे अप्रत्याशित थे. चुनाव के एग्जिट पोल और रिजल्ट में जमीन-आसमान का अंतर था. हमने चुनाव परिणाम से जुड़े अलग-अलग कारणों की चर्चा की है, जिसके ऊपर हम आगे और कार्रवाई करेंगे.

बैठक की जानकारी रखने वाले एक नेता ने बताया, ‘हरियाणा विधानसभा चुनाव में अप्रत्याशित हार के कारणों का पता करने के लिए जल्द ही एक तथ्यान्वेषी समिति गठित होगी. यह समिति प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नेताओं और उम्मीदवारों से बात करेगी और अपनी रिपोर्ट पार्टी को सौंपेगी.’ सूत्रों का कहना है कि राहुल गांधी इस चुनाव परिणाम के कारणों के तह तक जाने और जवाबदेही तय करने को लेकर गंभीर हैं.

कांग्रेस ने हरियाणा विधानसभा चुनाव के परिणाम से जुड़ी शिकायतों के बारे में बुधवार को निर्वाचन आयोग को अवगत कराया था और इनकी जांच की मांग की थी. मुख्य विपक्षी दल के वरिष्ठ नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयोग से यह आग्रह भी किया था कि उन इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) को जांच पूरी होने तक सील करके सुरक्षित रखा जाए, जिनको लेकर सवाल उठे हैं. कांग्रेस ने हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजों को ‘अप्रत्याशित’ और ‘लोक भावना के खिलाफ’ करार देते हुए मंगलवार को कहा था कि इस जनादेश को स्वीकार नहीं किया जा सकता क्योंकि राज्य में ‘तंत्र की जीत और लोकतंत्र की हार’ हुई है. कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने दावा किया था कि कई विधानसभा क्षेत्रों से ईवीएम को लेकर शिकायतें आई हैं तथा जिन ईवीएम की बैट्री 99 प्रतिशत चार्ज थी उनमें कांग्रेस उम्मीदवारों की हार हुई है, लेकिन जिनकी बैट्री 60-70 प्रतिशत चार्ज थी उनमें कांग्रेस की जीत हुई है.

इसी साल जून में लोकसभा चुनाव के परिणाम के बाद हरियाणा में भाजपा और कांग्रेस के बीच हुई पहली बड़ी सीधी लड़ाई में सत्तारूढ़ पार्टी भाजपा ने 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए हुए चुनाव में 48 सीट पर जीत दर्ज की जबकि 2019 में उसे 41 सीट मिली थी. कांग्रेस को 37 सीटों से संतोष करना पड़ा. (TOI, एजेंसी इनपुट के साथ)

स्वर्णिम भारत न्यूज़ हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं.

मनोज शर्मा

मनोज शर्मा (जन्म 1968) स्वर्णिम भारत के संस्थापक-प्रकाशक , प्रधान संपादक और मेन्टम सॉफ्टवेयर प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Laptops | Up to 40% off

अगली खबर

Rajasthan: बेटों ने जायदाद के लिए किया प्रताड़ित, मां-बाप ने कर ली आत्महत्या; बोलते थे- एक कटोरा लो और भीख मांगो

स्वर्णिम भारत न्यूज़ डेस्क, जयपुर। मां बाप अपने बच्चे को पढ़ाते हैं कि वो उनके बुढ़ापे का सहारा बने जब वही बच्चा उनके मौत का कारण बन जाए तो इसको लेकर आप क्या कहेंगे। ऐसा राजस्थान में हुआ है यहां मां-बाप ने अपने बच्चों से तंग आकर आत्महत्या कर ली।

आपके पसंद का न्यूज

Subscribe US Now