इजरायल-ईरान तनाव भड़का तो शुरू होगा तेल का खेल, किसे फायदा किसे नुकसान? समझ‍िए

नई दिल्‍ली: इजरायल और ईरान के बीच बढ़ते तनाव से भारतीय शेयर बाजार में उथल-पुथल मचने की आशंका है। मंगलवार रात को ईरान ने इजरायल पर कई मिसाइलें दागीं। यह इस साल दूसरा हमला था। इससे पहले 13 अप्रैल को भी ईरान ने इजरायल पर हमला किया था। इस तनाव के का

4 1 8
Read Time5 Minute, 17 Second

नई दिल्‍ली: इजरायल और ईरान के बीच बढ़ते तनाव से भारतीय शेयर बाजार में उथल-पुथल मचने की आशंका है। मंगलवार रात को ईरान ने इजरायल पर कई मिसाइलें दागीं। यह इस साल दूसरा हमला था। इससे पहले 13 अप्रैल को भी ईरान ने इजरायल पर हमला किया था। इस तनाव के कारण कच्चे तेल की कीमतों में उछाल आया है। सप्‍लाई बाधित होने की आशंका बढ़ गई है। भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा तेल आयातक होने के कारण कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों से सबसे ज्‍यादा प्रभावित होगा।
बुधवार को 2 अक्टूबर को गांधी जयंती के कारण शेयर बाजार बंद रहा। लेकिन, गुरुवार को जब बाजार खुलेगा तो इस तनाव का असर देखने को मिल सकता है।

रॉयटर्स के अनुसार, ब्रेंट क्रूड वायदा 83 सेंट यानी 1.13% बढ़कर 74.39 डॉलर प्रति बैरल बोला गया। यूएस वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (WTI) क्रूड 88 सेंट यानी 1.26% बढ़कर 70.71 डॉलर प्रति बैरल हो गया। मंगलवार को कारोबार के दौरान दोनों क्रूड बेंचमार्क 5% से अधिक बढ़ गए थे।

एंजेल वन में डी.वी.पी.- रिसर्च, नॉन-एग्री कमोडिटीज एंड करेंसीज के प्रथमेश मल्या ने कहा, 'इजरायल की ओर से इस क्षेत्र में ईरानी समर्थित बलों पर हमले बढ़ाने के बाद मध्य पूर्व के उत्पादकों से संभावित आपूर्ति दबाव को लेकर बढ़ती चिंताओं के कारण कच्चे तेल की कीमतों में तेजी आने की संभावना है।'

तेल की बढ़ती कीमतों का भारत पर क्या असर होगा?

तेल की बढ़ती कीमतें भारत के लिए चिंता का विषय हैं। एक उपभोक्ता देश होने के कारण कीमतों में किसी भी बढ़ोतरी से महंगाई दर और अर्थव्यवस्था पर इसके प्रभाव के बारे में चिंताएं बढ़ जाती हैं। तेल की ऊंची कीमतें परिवहन और उत्पादन लागत को बढ़ा सकती हैं। इससे कई क्षेत्र प्रभावित हो सकते हैं। संभावित रूप से उपभोक्ता व्यय और आर्थिक विकास धीमा हो सकता है।

जानकार कहते हैं कि तनाव भड़कता है और ईरानी तेल सप्‍लाई प्रभावित होती है या अन्य तेल उत्पादक देश भी संघर्ष में कूदते हैं तो तेल की कीमतें भी बढ़ेंगी। भारत तेल का बड़ा आयातक है। इस कारण उसके चालू खाते के घाटे पर गंभीर असर पड़ सकता है। ऐसा माना जाता है कि तेल की कीमतों में 10 डॉलर की बढ़ोतरी से हमारी जीडीपी में 0.5% की कमी आती है।

किन शेयरों पर पड़ेगा असर?

सेबी-रजिस्‍टर्ड इन्‍वेस्‍टमेंट एडवाइजर गौरव गोयल के मुताबिक, सबसे ज्‍यादा नुकसान तेल मार्केटिंग कंपनियों जैसे बीपीसीएल, एचपीसीएल, आईओसी को होगा।

दूसरी ओर, ओएनजीसी जैसी कंपनियां जो उत्पादन और खोज में शामिल हैं, उन्हें फायदा होगा। पेंट्स और एविएशन जैसे संबद्ध क्षेत्रों को भी नुकसान होगा। भारत में त्योहारी सीजन नजदीक है। यह एशियन पेंट्स, नीरोलैक, बर्जर पेंट्स, इंडिगो और स्पाइसजेट जैसी कंपनियों का उत्साह कम कर सकता है। इजरायल-ईरान तनाव और किन शेयरों पर सीधे असर डालेगा, आइए यहां जानते हैं।

1. अडानी पोर्ट्स

अडानी ग्रुप की अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन उत्तरी इजरायल में हाइफा बंदरगाह की मालिक है। इसने जनवरी 2024 में लगभग 1.03 अरब डॉलर में खरीदारी पूरी की थी। बंदरगाह का संचालन स्थानीय कंपनी के साथ साझेदारी में किया जाता है। हालांकि, बंदरगाह अभी तक चल रहे संघर्ष से प्रभावित नहीं हुआ है। लेकिन, बढ़ते तनाव से इस बंदरगाह जैसे इजरायल के बुनियादी ढांचे को खतरा हो सकता है।

2. ओएमसी स्टॉक: एचपीसीएल, बीपीसीएल, इंडियन ऑयल, ऑयल इंडिया

ईरान और इजरायल के बीच नए सिरे से संघर्ष का असर तेल माकेर्टिंग कंपनियों (ओएमसी) जैसे हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन (एचपीसीएल), इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (आईओसीएल), भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन (बीपीसीएल) और ऑयल इंडिया लिमिटेड (ऑयल) पर पड़ने की आशंका है। ओएमसी को बढ़ती इनपुट लागत का सामना करना पड़ सकता है। अगर वे इन लागतों को उपभोक्ताओं पर डालने में असमर्थ रहीं तो उनके प्रॉफिट मार्जिन कम हो सकते हैं।

3. पेंट स्टॉक: एशियन पेंट्स, बर्जर पेंट्स, एक्‍जो नोबेल, इंडिगो पेंट्स, नेरोलैक

तेल की कीमतों में बढ़ोतरी का मतलब है इस पर निर्भर पेंट जैसे क्षेत्रों के लिए इनपुट लागत में बढ़ोतरी। एशियन पेंट्स, बर्जर पेंट्स, एक्जो नोबेल, शालीमार पेंट्स, इंडिगो पेंट्स और कंसाई नेरोलैक जैसी पेंट कंपनियों के स्टॉक काफी हद तक कच्चे तेल की कीमतों पर निर्भर हैं।

4. एविएशन स्टॉक: इंटरग्लोब एविएशन, स्पाइसजेट, जेट एयरवेज

चूंकि ईंधन एयरलाइनों के लिए प्रमुख लागत है। लिहाजा, बढ़ती कीमतों से भारतीय वाहकों के लिए लाभ मार्जिन कम हो सकता है। इससे संभावित रूप से उनके शेयर की कीमतों में गिरावट आ सकती है।

एयरलाइनों को परिचालन संबंधी चुनौतियों का सामना भी करना पड़ सकता है। खासकर अगर इस क्षेत्र में हवाई क्षेत्र प्रतिबंधित हो जाता है या अगर संघर्ष क्षेत्रों के पास यात्रा करने वाली उड़ानों की सुरक्षा को लेकर चिंताएं हैं।

(डिस्क्लेमर: इस विश्लेषण में दिए गए सुझाव व्यक्तिगत विश्लेषकों या ब्रोकिंग कंपनियों के हैं, एनबीटी के नहीं। हम निवेशकों को सलाह देते हैं कि किसी भी निवेश का निर्णय लेने से पहले प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श कर लें क्योंकि शेयर बाजार की परिस्थितियां तेजी से बदल सकती हैं।)

\\\"स्वर्णिम
+91 120 4319808|9470846577

स्वर्णिम भारत न्यूज़ हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं.

मनोज शर्मा

मनोज शर्मा (जन्म 1968) स्वर्णिम भारत के संस्थापक-प्रकाशक , प्रधान संपादक और मेन्टम सॉफ्टवेयर प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Laptops | Up to 40% off

अगली खबर

Gujarat: यात्रियों को लूटने के लिए ट्रेन को पटरी से उतारने की रची साजिश, एनआइए की जांच में बड़ा खुलासा

राज्य ब्यूरो, अहमदाबाद। गुजरात के बोटाद में एक यात्री ट्रेन को लूटने के लिए दो युवकों ने पटरी पर लोहे के टुकड़े रख दिए। दोनों आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बोटाद जिला पुलिस ने बताया कि रमेश सालिया व जयेश बावलिया नाम के दो युवकों ने आर

आपके पसंद का न्यूज

Subscribe US Now