इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2025 की मेगा नीलामी से पहले प्लेयर्स रिटेंशन को लेकर सस्पेंस खत्म हो गया है. आईपीएल की संचालन परिषद ने शनिवार (28 सितंबर)को फैसला किया कि सभी 10 टीमें को अधिकतम छह-छहखिलाड़ियों को बरकरार रखने (रिटेन) की अनुमति होगी. 'राइट टू मैच'(RTM) कार्डभी इस बार ऑक्शन में लौट रहा है.
फ्रेंचाइजी टीमें जिन छह खिलाड़ियों को रिटेन कर सकती हैं, वो या तो रिटेंशन के जरिए या राइट टू मैच (RTM) कार्डका उपयोग करके किया जा सकता है.RTM कार्ड टीमों को नीलामी से पहले रिलीजकिए गए खिलाड़ी के लिए सबसे ऊंची बोली से मिलान करने की अनुमति देता है.
रिटेंशन और आरटीएम के लिए संयोजन चुनना आईपीएल फ्रेंचाइजी के विवेक पर निर्भर करता है. यदि कोई फ्रेंचाइडीछह के बजाय केवल तीन खिलाड़ियों को रिटेन करतीहै, तो उन्हें मेगा नीलामी के लिए तीन RTMकार्ड दिए जाएंगे.भारतीय/विदेशी खिलाड़ियों को रिटेन करने की कोई निर्धारित सीमा नहीं है और टीमें अपने छह रिटेंशन में जितना चाहें उतने भारतीय/विदेशी खिलाड़ियों को शामिल करसकती हैं. हालांकिटीमें अधिकतम पांच कैप्ड प्लेयर्सऔर अधिकतम दो अनकैप्ड खिलाड़ियों को ही रिटेन करसकती हैं.
यदि कोई फ्रेंचाइजी 5खिलाड़ियों को रिटेन करतीहै, तो पर्स से इतनीराशि काट ली जाएगी:
पहले तीन रिटेंशन के लिए- 18 करोड़ रुपये, 14 करोड़ रुपये और 11 करोड़ रुपये.
बाकी दो के लिए - 18 करोड़ रुपये और 14 करोड़ रुपये.
इसका मतलब यह है कि नीलामी से पहले पांच खिलाड़ियों को बरकरार रखने वाली फ्रेंचाइजी को 120 करोड़ रुपये की कुल राशि में से 75 करोड़ रुपये खर्च करने पड़ेंगे. अनकैप्ड खिलाड़ी के लिएआईपीएल ने 4 करोड़ रुपये ही रखे हैं, जैसा कि 2021 की मेगा नीलामी में था.इसका मतलब है कि छह खिलाड़ियों को रिटेन करने वाली फ्रेंचाइजीको अपने पर्स से 79 करोड़ रुपये खर्च करने होंगेऔर नीलामी में वो सिर्फ41 करोड़ रुपये के साथ उतरेगी.
पर्स लिमिट में 20 करोड़ रुपये का इजाफा
बता दें कि टीमों के लिए पर्स लिमिट बढ़ाकर 120 करोड़ रुपये कर दी गई है. पहले पर्स लिमिट 100 करोड़ रुपये था. समझा जाता है कि मुंबई इंडियंस (MI), कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR)और सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) जैसी अधिकांश फ्रेंचाइजी छह से आठ खिलाड़ियों को रिटेन करने के पक्ष में थीं, जबकि कुछ अन्य फ्रेंचाइजी के पास ज्यादा 'स्टार पावर' नहीं है.
धोनी अब अनकैप्ड खिलाड़ी के तौर पर होंगे रिटेन?
पांच बार की आईपीएल चैम्पियन चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) अब पूर्व कप्तान एमएस धोनी को अनकैप्ड खिलाड़ी के रूप में बरकरार रख सकती है. दरअसल आईपीएल ने 2008 में बनाए गए उस नियम को वापस लाने का फैसला किया है, जिसके तहत कम से कम पांच साल पहले इंटरनेशनलक्रिकेट से संन्यास लेने वाले भारतीय खिलाड़ियों को अनकैप्ड खिलाड़ी के तौर पर नीलामी में शामिल होने की अनुमति दी जाती थी.
आईपीएल के इतिहास में पहली बार मैच फीस की शुरुआत की गई है. प्रत्येक खिलाड़ी (इम्पैक्ट प्लेयर सहित) को प्रति मैच 7.5 लाख रुपये की मैच फीस मिलेगी.यह उनकी अनुबंधित राशि के अतिरिक्त होगी. उधर विदेशी खिलाड़ी को मेगानीलामी के लिए पंजीकरण करानाहोगा. यदि विदेशी खिलाड़ी पंजीकरण नहीं कराता है, तो वह अगले वर्ष की खिलाड़ी नीलामी में पंजीकरण के लिए अयोग्य हो जाएगा.
यदि कोई खिलाड़ी नीलामी के लिएपंजीकरण करता है और नीलामी में चुने जाने के बाद आईपीएल सीजन के लिए खुद को अनुपलब्ध कर देता है, तो उसे 2 सीजन के लिए टूर्नामेंट और नीलामी में भाग लेने से प्रतिबंधित कर दिया जाएगा.
आईपीएल 2025 में फ्रेंचाइजी के लिए सैलरी पर्स 120 करोड़ रुपये निर्धारित की गई है. कुल सैलरी कैप में अब नीलामी राशि, इंक्रीमेंट परफॉर्मेंसवेतनऔर मैच फीस शामिल होगी. 2024 में कुल सैलरी कैप (नीलामी राशि+ इंक्रीमेंट परफॉर्मेंसवेतन) 110 करोड़ रुपये थी, जो अब 146 करोड़ रुपये (2025), 151 करोड़ रुपये (2026) और 157 करोड़ रुपये (2027) होगी.
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