Boeing MAX 737 Case: दो बड़े विमान हादसों के कारण विवादों में घिरी अमेरिकी विमान निर्माता कंपनी बोइंग को बड़ी राहत मिली है. रविवार (7 जुलाई) को कंपनी अपनी गलती मानकर आपराधिक मुकदमे से बचने में सफल रही. कंपनी ने दो 737 मैक्स हादसों में लापरवाही के आरोपों को स्वीकार कर लिया है. इन हादसों में कुल 346 लोगों की मौत हुई थी. याद दिला दें कि हादसे के बाद विमान में इंस्टॉल साफ्टवेयर MCAS की खामियों ने जांचकर्ताओं को हिलाकर रख दिया था. इससे भी ज्यादा हैरान करने वाली बात यह थी कि विमान के पायलटों को इस सॉफ्टवेयर के बारे में ज्यादा डिटेल नहीं दी गई थी. आइये जानते हैं 737 मैक्स विमानों के परेशान करने वाले इतिहास के बारे में..
346 लोगों की जान ले ली..
महज सात सालों की सेवा में ही इस विमान में हुए हादसों ने 346 लोगों की जान ले ली. इन हादसों के कारण बोइंग के प्रति यात्रियों में गहरा डर बैठ गया है. इसे बोइंग के लिए सुरक्षा चिंताओं का प्रतीक माना जाता है. आइये आपको बताते हैं 737 मैक्स से जुड़ी चौंका देने वाली घटनाओं की परेशान करने वाली टाइमलाइन...
30 अगस्त, 2011
एयरबस को अमेरिकन एयरलाइंस से A320neo के बड़े ऑर्डर मिलने के बाद, ईंधन की बचत करने वाले 737 विमान को अपडेट करने के लिए बोइंग ने 737 मैक्स लॉन्च किया. यह पूरी तरह से नया डिजाइन नहीं था बल्कि पुराने विमान में सिर्फ बड़े इंजन लगाए गए थे.
8 दिसंबर, 2015
रेंटन कारखाने से पहला 737 मैक्स विमान निकला. इसमें एक नया सॉफ्टवेयर "Maneuvering Characteristics Augmentation System" यानी MCAS शामिल किया गया. इस सॉफ्टवेयर को हादसों का कारण माना जाता है.
29 जनवरी, 2016
पहले 737 मैक्स विमान ने उड़ान भरी.
9 मार्च, 2017
संघीय उड्डयन प्रशासन (FAA) ने 737 मैक्स 8 को प्रमाणित किया और 11 महीने बाद इसके बड़े संस्करण 737 मैक्स 9 को भी मंजूरी दी.
17 मई, 2017
अमेरिकी कंपनी ने पहला मैक्स 8 विमान इंडोनेशिया की लायन एयर की सहयोगी कंपनी मलेशिया स्थित मालिंडो एयर को दिया.
30 सितंबर, 2018
महीने के अंत तक, बोइंग को लगभग 5,000 मैक्स विमानों के ऑर्डर मिल चुके थे.
20 अक्टूबर, 2018
जकार्ता से उड़ान भरने के कुछ मिनटों बाद ही लायन एयर फ्लाइट 610 (एक बोइंग 737 मैक्स 8) जावा सागर में दुर्घटनाग्रस्त हो गई. जिसमें सभी 189 लोग मारे गए.
6 नवंबर, 2018
शुरुआती जांच के बाद बोइंग की फ्लाइट-कंट्रोल प्रणाली और उसके स्वामित्व वाले सॉफ्टवेयर - MCAS पर फोकस गया. इंडोनेशियाई जांचकर्ताओं ने बताया कि दुर्घटनाग्रस्त विमान के पायलटों को नियंत्रण के लिए जूझना पड़ा, क्योंकि स्वचालित प्रणाली ने विमान को नीचे की ओर धकेल दिया.
MCAS क्या है?
चूंकि बोइंग ने उसी चेसिस में भारी लेकिन ईंधन-कुशल इंजन लगाया था, इसलिए हवाई जहाज के वजन वितरण में बदलाव आया. परीक्षणों से पता चला कि नया 737 कुछ स्थितियों में स्वचालित रूप से ऊपर की ओर उठ जाता था. ऐसी स्थिति को हवा में उत्पन्न होने से रोकने के लिए, बोइंग ने MCAS को शामिल किया. जो यह भांप लेने पर कि विमान की नाक बहुत ऊपर की ओर इशारा कर रही है, स्वचालित रूप से विमान की नाक को नीचे की ओर धकेल देगा. MCAS को लेकर पायलटों ने कहा था कि उन्हें इस बारे में सही जानकारी नहीं दी गई थी.
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