पीटीआई, कोटा। लोकसभा अध्यक्ष पद पर चुनाव को ओम बिरला ने जीवंत और संपन्न लोकतंत्र का संकेत बताया। लोकसभा अध्यक्ष पद पर पिछला चुनाव 1976 में हुआ था। इस बार विपक्ष ने ओम बिरला के खिलाफ कांग्रेस सांसद के. सुरेश को उम्मीदवार बनाया था। हालांकि मत विभाजन की नौबत नहीं आई और बिरला ने ध्वनिमत से चुनाव जीता था।
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