BPSC TRE 3.O New Exam Date:बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) ने शिक्षक भर्ती परीक्षा (BPSC TRE 3.O) की नई तारीख का ऐलान कर दिया है. बिहार शिक्षक भर्ती परीक्षाएं अब 19 जुलाई से 22 जुलाई तक आयोजित की जाएगी. पहले 15 मार्च को आयोजित हुई टीआरई-3 परीक्षा को पेपर लीक के चलते रद्द कर दिया गया था. परीक्षा रद्द होने के बाद से परीक्षार्थियों को नई तारीखों का इंतजार था. बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (EOU) पेपर लीक की जांच कर रही है.
19-21 को सिंगल शिफ्ट और 22 जुलाई को दो शिफ्ट में होगी परीक्षा
बीपीएससी द्वारा जारी एक नए नोटिस के अनुसार, टीआरई-3 परीक्षाएं 19 जुलाई से 22 जुलाई तक आयोजित की जाएंगी. 19 से 21 जुलाई तक परीक्षा सिंगल शिफ्ट में होगी, जबकि 22 जुलाई को दो शिफ्ट में परीक्षा आयोजित की जाएगी.
पौने चार लाख उम्मीदवारों ने दी थी परीक्षा
अधिकारियों ने बताया कि बीपीएससी ने 15 मार्च को दो शिफ्ट में 415 परीक्षा केंद्रों पर टीआरई-3 परीक्षा आयोजित की थी, जिसमें लगभग 3.75 लाख उम्मीदवार शामिल हुए थे. उन्होंने बताया कि बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) द्वारा सौंपी गई रिपोर्ट का विश्लेषण करने के बाद परीक्षा रद्द करने का निर्णय लिया गया, जिसने प्रश्नपत्र लीक के आरोपों की जांच की थी.
BPSC पेपर लीक मामले में 266 लोग अरेस्ट
ईओयू ने अपनी रिपोर्ट में पाया था कि परीक्षा से पहले प्रश्नपत्र एक गिरोह तक पहुंच गए थे. इसने 16 मार्च को आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की थी और एक विशेष टीम का गठन किया था जिसने 266 लोगों को गिरफ्तार किया था.
यह भी पढ़ें: कोलकाता से पटना आते हुए NEET पेपर लीक 'मुखिया' ने उड़ाया था बिहार सिपाही भर्ती का पर्चा, EOU का खुलासा
पेपर लीक के पीछे संजीव मुखिया का गैंग, NEET-UG, BPSC समेत कई परीक्षाओं में सेंध
एक अधिकारी ने बताया कि ईओयू द्वारा टीआरई-3, बिहार सिपाही भर्ती परीक्षा और NEET-UG की प्रश्नपत्र लीक मामलों की जांच में पता चला है कि कुख्यात संजीव मुखिया गैंग के सदस्य जुड़े हुए थे. उन्होंने कहा, "यह पाया गया है कि संजीव मुखिया का गिरोह बिहार, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब और राजस्थान में फैला हुआ है. यह गिरोह हरियाणा पशु चिकित्सक भर्ती परीक्षा, हरियाणा अंग्रेजी शिक्षक भर्ती परीक्षा और यूपी में आयोजित कुछ भर्ती परीक्षाओं में भी पेपर लीक के पीछे था." उन्होंने बताया कि नीट-यूजी पेपर लीक मामले में सरग़ना के रूप में पहचाने गए संजीव मुखिया बिहार के नालंदा जिले के सरकारी कॉलेज में तकनीकी सहायक के पद पर तैनात था. NEET-UG मामले की जांच कर रही सीबीआई की टीम उसकी तलाश कर रही है.
अधिकारियों ने बताया कि पेपर लीक मामले में गिरफ्तार किए गए सभी लोगों ने संजीव मुखिया का नाम लिया है. उन्होंने कहा कि माना जाता है कि मुखिया गिरोह और रवि अत्री के नेतृत्व वाला एक अन्य गिरोह, जिसे पहले कुछ पिछली भर्ती परीक्षाओं के पेपर लीक में गिरफ्तार किया गया था, आपस में जुड़े हुए हैं. बता दें कि संजीव का बेटा डॉक्टर शिव कुमार उर्फ बिट्टू बीपीएससी एग्जाम पेपर लीक मामले में गिरफ्तार हुआ था, जो फिलहाल जेल में है. वहीं रवि अत्री भी यूपी पुलिस कॉन्स्टेबल भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में जेल में बंद हैं. यूपी एसटीएफ ने उसे 10 अप्रैल को मेरठ से गिफ्तार किया गया था.
+91 120 4319808|9470846577
स्वर्णिम भारत न्यूज़ हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं.