कब्जा करो न जाकर भाजपा कार्यालय पर...लोकसभा चुनाव के बीच पीएम मोदी की मुसलमानों से अपील, इनसाइड स्टोरी
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव को लेकर वोटिंग की प्रक्रिया को पूरी कराया जा रहा है। तीन चरणों की चुनावी प्रक्रिया को पूरा कराया गया है। मुस्लिम वोट बैंक एक बार फिर एकजुट होकर वोट करता नजर आ रहा है। पीएम
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लखनऊ: उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव को लेकर वोटिंग की प्रक्रिया को पूरी कराया जा रहा है। तीन चरणों की चुनावी प्रक्रिया को पूरा कराया गया है। मुस्लिम वोट बैंक एक बार फिर एकजुट होकर वोट करता नजर आ रहा है। पीएम नरेंद्र मोदी का इस बीच मुसलमानों को लेकर एक बड़ा बयान सामने आया है। टाइम्स नाउ को दिए गए इंटरव्यू में पीएम नरेंद्र मोदी ने मुस्लिम वोट बैंक को लेकर बड़ी बात कही। उनकी सामाजिक स्थिति का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि पहली बार मैं मुस्लिम समुदाय से आत्ममंथन करने को कह रहा हूं। आप यह सोचते रहेंगे कि सत्ता में किसे बिठाएंगे और किसे उतारेंगे? उसमें आप अपने बच्चों का भविष्य ही खराब करेंगे। पीएम मोदी के बयान को लेकर राजनीतिक विश्लेषकों का तर्क है कि भाजपा अभी भी मानकर चल रही है कि पार्टी को मुस्लिम वोट नहीं कर रहे हैं। भाजपा सरकार में मुस्लिम वर्ग को सरकारी योजनाओं का लाभ लगातार मिल रहा है। इसके अलावा मोदी सरकार ट्रिपल तलाक के खिलाफ कानून बनाया। इसके बाद भी वे मुस्लिम वोट बैंक को साधने में कामयाब नहीं रहे हैं।
पीएम नरेंद्र मोदी ने मुस्लिम वोट बैंक पर किए गए सवाल पर अलग ही अंदाज में जवाब दिया। उन्होंने कहा कि मैं आज पहली बार कह रहा हूं। मैंने पहले कभी इन विषयों पर बातचीत नहीं की। मैं मुस्लिम समाज और उनके पढ़े-लिखे लोगों से कहता हूं कि आप आत्ममंथन कीजिए। सोचिए, देश इतना आगे बढ़ रहा है। कमी अगर आपके समाज में महसूस होती है तो क्या कारण है? सरकार की व्यवस्थाओं का लाभ कांग्रेस के जमाने में आपको क्यों नहीं मिला? क्या कांग्रेस के कालखंड में इस दुर्दशा का शिकार हुए हैं? आपको आत्ममंथन करने की जरूरत है। एक बात तय कीजिए कि आपके मन में जो चल रहा है कि सत्ता पर हम बिठाएंगे, हम उतरेंगे। उससे आप अपने बच्चों का भविष्य खराब कर रहे हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि मुसलमान समाज दुनिया में बदल रहा है। आज मैं गल्फ देशों में जाता हूं। इतना सम्मान मुझे व्यक्तिगत रूप से मिलता है, भारत को सम्मान मिलता है। यह आज सबको महसूस होता है। यहां हमारे लिए विरोध हो रहा है। आप सऊदी अरब में जाएं। वहां योगा ऑफिशियल सिलेबस का सब्जेक्ट है। यहां आप नैरेटिव चलाते हैं कि योगा एंटी मुस्लिम है। गल्फ के देशों के अमीर लोगों का सवाल होता है, योगा कैसे करें? उनके परिवार के लोग इंडिया योगा सीखने आ रहे हैं। भारत में आपने योगा को हिंदू-मुसलमान बना दिया।
पीएम मोदी ने मुस्लिम समाज से कहा कि आप वोट बैंक की राजनीति का हिस्सा बनकर यह सब कर रहे हैं। अपने बच्चों की जिंदगी कर तो सोचिए। अपने भविष्य की तो सोचिए। मैं नहीं चाहता हूं कि कोई समाज बंधुआ मजदूर की तरह जिंदगी जिए। कोई आपको हमसे डरा रहा है तो दूसरों के साथ आप बैठना-उठाना शुरू करेंगे। अगर आपको भाजपा वालों से डर लगता हैं तो 50 लोग भाजपा कार्यालय में जाएं। एक दिन बैठे रहें। क्या वहां से कोई आपको निकाल देगा? आप वहां जाकर देखें, क्या चल रहा है? पीएम ने कहा कि आप कब्जा करो न बीजेपी कार्यालय में जाकर। कौन रोकता है आपको?
पीएम मोदी का बयान यूपी के परिपेक्ष्य से देखा जाए तो काफी अहम है। यूपी की 14 लोकसभा सीटों पर मुस्लिम आबादी निर्णायक भूमिका में दिखती है। ऐसे में पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने बयान के जरिए इस वर्ग को साधने की कोशिश की है। देश की 543 लोकसभा सीटों में 65 सीट ऐसे हैं, जहां मुस्लिम आबादी 35 फीसदी से अधिक है। यूपी की 80 में से 14 लोकसभा सीटों पर इस प्रकार के हालात हैं। दूसरे स्थान पर पश्चिम बंगाल है। पश्चिम बंगाल की 42 लोकसभा सीटों में से 13 पर मुस्लिम आबादी 35 फीसदी से अधिक हैं। इसके अलावा केरल की 8, असम की 7, जम्मू-कश्मीर की 5, बिहार की 4, मध्य प्रदेश की 3 और दिल्ली, गोवा, हरियाणा, महाराष्ट्र और तेलंगाना की 2-2 लोकसभा सीटों पर मुस्लिम वोट बैंक की आबादी 35 फीसदी से अधिक है। तमिलनाडु की एक लोकसभा सीट पर भी ऐसे हालात हैं।
यूपी की सहारनपुर, नगीना, बिजनौर, कैराना, पीलीभीत, रामपुर, मुरादाबाद और मुजफ्फरनगर लोकसभा सीट पर शुक्रवार को मतदान होगा। इन सभी सीटों पर बड़ी संख्या में मुस्लिम वोटर हैं। पीलीभीत को छोड़कर इनमें से अधिकांश सीटों मुसलमानों की आबादी 35 फीसदी से अधिक है। इन्हें साधने की कोशिश हर वर्ग की ओर की गई।
मुसलमानों के वोट को लेकर जिस प्रकार से तीन फेज की पोलिंग का ट्रेंड सामने आया है। उसने भाजपा के लिए कोई बेहतर संकेत नहीं दिए हैं। लोकसभा चुनाव के पहले बीजेपी ने अल्पसंख्यक मोर्चे के जरिए मुस्लिम वोट बैंक को भी साधने की कोशिश की है। पार्टी ने पसमांदा समाज का मामला गरमाया है। मोदी सरकार के बिना किसी भेदभाव सभी कल्याणकारी योजनाओं को हर वर्ग तक पहुंचाने की बात कही गई है। यूपी में अखिलेश यादव ने पीडीए यानी पिछड़ा दलित अल्पसंख्यक और मायावती ने दलित-अल्पसंख्यक समीकरण के साथ इस वर्ग को साधने की कोशिश की है। वहीं, मुस्लिम समाज के धार्मिक नेता लगातार भाजपा विरोध की राजनीति कर रहे हैं। इससे विवाद गहराया है।
पीएम मोदी ने क्या कहा?
पीएम नरेंद्र मोदी ने मुस्लिम वोट बैंक पर किए गए सवाल पर अलग ही अंदाज में जवाब दिया। उन्होंने कहा कि मैं आज पहली बार कह रहा हूं। मैंने पहले कभी इन विषयों पर बातचीत नहीं की। मैं मुस्लिम समाज और उनके पढ़े-लिखे लोगों से कहता हूं कि आप आत्ममंथन कीजिए। सोचिए, देश इतना आगे बढ़ रहा है। कमी अगर आपके समाज में महसूस होती है तो क्या कारण है? सरकार की व्यवस्थाओं का लाभ कांग्रेस के जमाने में आपको क्यों नहीं मिला? क्या कांग्रेस के कालखंड में इस दुर्दशा का शिकार हुए हैं? आपको आत्ममंथन करने की जरूरत है। एक बात तय कीजिए कि आपके मन में जो चल रहा है कि सत्ता पर हम बिठाएंगे, हम उतरेंगे। उससे आप अपने बच्चों का भविष्य खराब कर रहे हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि मुसलमान समाज दुनिया में बदल रहा है। आज मैं गल्फ देशों में जाता हूं। इतना सम्मान मुझे व्यक्तिगत रूप से मिलता है, भारत को सम्मान मिलता है। यह आज सबको महसूस होता है। यहां हमारे लिए विरोध हो रहा है। आप सऊदी अरब में जाएं। वहां योगा ऑफिशियल सिलेबस का सब्जेक्ट है। यहां आप नैरेटिव चलाते हैं कि योगा एंटी मुस्लिम है। गल्फ के देशों के अमीर लोगों का सवाल होता है, योगा कैसे करें? उनके परिवार के लोग इंडिया योगा सीखने आ रहे हैं। भारत में आपने योगा को हिंदू-मुसलमान बना दिया।
पीएम मोदी ने मुस्लिम समाज से कहा कि आप वोट बैंक की राजनीति का हिस्सा बनकर यह सब कर रहे हैं। अपने बच्चों की जिंदगी कर तो सोचिए। अपने भविष्य की तो सोचिए। मैं नहीं चाहता हूं कि कोई समाज बंधुआ मजदूर की तरह जिंदगी जिए। कोई आपको हमसे डरा रहा है तो दूसरों के साथ आप बैठना-उठाना शुरू करेंगे। अगर आपको भाजपा वालों से डर लगता हैं तो 50 लोग भाजपा कार्यालय में जाएं। एक दिन बैठे रहें। क्या वहां से कोई आपको निकाल देगा? आप वहां जाकर देखें, क्या चल रहा है? पीएम ने कहा कि आप कब्जा करो न बीजेपी कार्यालय में जाकर। कौन रोकता है आपको?
मोदी का बयान क्यों है अहम?
पीएम मोदी का बयान यूपी के परिपेक्ष्य से देखा जाए तो काफी अहम है। यूपी की 14 लोकसभा सीटों पर मुस्लिम आबादी निर्णायक भूमिका में दिखती है। ऐसे में पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने बयान के जरिए इस वर्ग को साधने की कोशिश की है। देश की 543 लोकसभा सीटों में 65 सीट ऐसे हैं, जहां मुस्लिम आबादी 35 फीसदी से अधिक है। यूपी की 80 में से 14 लोकसभा सीटों पर इस प्रकार के हालात हैं। दूसरे स्थान पर पश्चिम बंगाल है। पश्चिम बंगाल की 42 लोकसभा सीटों में से 13 पर मुस्लिम आबादी 35 फीसदी से अधिक हैं। इसके अलावा केरल की 8, असम की 7, जम्मू-कश्मीर की 5, बिहार की 4, मध्य प्रदेश की 3 और दिल्ली, गोवा, हरियाणा, महाराष्ट्र और तेलंगाना की 2-2 लोकसभा सीटों पर मुस्लिम वोट बैंक की आबादी 35 फीसदी से अधिक है। तमिलनाडु की एक लोकसभा सीट पर भी ऐसे हालात हैं।
यूपी की सहारनपुर, नगीना, बिजनौर, कैराना, पीलीभीत, रामपुर, मुरादाबाद और मुजफ्फरनगर लोकसभा सीट पर शुक्रवार को मतदान होगा। इन सभी सीटों पर बड़ी संख्या में मुस्लिम वोटर हैं। पीलीभीत को छोड़कर इनमें से अधिकांश सीटों मुसलमानों की आबादी 35 फीसदी से अधिक है। इन्हें साधने की कोशिश हर वर्ग की ओर की गई।
भाजपा की कोशिश नहीं हो पाई सफल
मुसलमानों के वोट को लेकर जिस प्रकार से तीन फेज की पोलिंग का ट्रेंड सामने आया है। उसने भाजपा के लिए कोई बेहतर संकेत नहीं दिए हैं। लोकसभा चुनाव के पहले बीजेपी ने अल्पसंख्यक मोर्चे के जरिए मुस्लिम वोट बैंक को भी साधने की कोशिश की है। पार्टी ने पसमांदा समाज का मामला गरमाया है। मोदी सरकार के बिना किसी भेदभाव सभी कल्याणकारी योजनाओं को हर वर्ग तक पहुंचाने की बात कही गई है। यूपी में अखिलेश यादव ने पीडीए यानी पिछड़ा दलित अल्पसंख्यक और मायावती ने दलित-अल्पसंख्यक समीकरण के साथ इस वर्ग को साधने की कोशिश की है। वहीं, मुस्लिम समाज के धार्मिक नेता लगातार भाजपा विरोध की राजनीति कर रहे हैं। इससे विवाद गहराया है।
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