China News: दक्षिण कोरियाई पुलिस तीन चीनी छात्रों की जांच कर रही है. उन पर कथित तौर पर ड्रोन के जरिए अमेरिका के एक एयरक्राफ्ट कैरियर की अवैध तस्वीरें लेने का आरोप है. कोरियाई मीडिया ने बुधवार को यह जानकारी दी.
कोरिया जोंगआंग डेली के अनुसार चीनी स्टूडेंट्स को 25 जून को दक्षिण-पूर्वी शहर बुसान में नेवल ऑपरेशन कमांड की ओर ड्रोन उड़ाते हुए पकड़ा गया था. उन पर आरोप है कि उन्होंने एयरक्राफ्ट कैरियर यूएसएस थियोडोर रूजवेल्ट (SS Theodore Roosevelt) की अवैध रूप से तस्वीरें खींची थीं, जो बेस पर खड़ा था.
22 जून को बुसान पहुंचा था जहाज यह जहाज, कैरियर स्ट्राइक ग्रुप 9 का एक परमाणु ऊर्जा चालित एयरक्राफ्ट कैरियर है. यह दक्षिण कोरिया, संयुक्त राज्य अमेरिका और जापान के नौसैनिक अभ्यास के लिए विध्वंसक यूएसएस हैल्सी और यूएसएस डैनियल इनौये के साथ 22 जून को बुसान नेवल बेस में पहुंचा था.
बुसान पुलिस ने कहा कि संदिग्धों पर सैन्य ठिकानों और प्रतिष्ठानों के संरक्षण अधिनियम के प्रवर्तन आदेश का उल्लंघन करने का आरोप लगाया गया है, जिसके अनुसार बिना अनुमति के सैन्य ठिकानों या सुविधाओं की तस्वीरें लेते हुए पकड़े जाने पर तीन साल की जेल या 30 मिलियन वॉन (21,700 अमेरिकी डॉलर) का जुर्माना हो सकता है.
छात्रों पर लगाया गया ये आरोप बुसान पुलिस ने कहा कि संदिग्धों पर सैन्य ठिकानों और प्रतिष्ठानों के संरक्षण अधिनियम के प्रवर्तन आदेश का उल्लंघन करने का आरोप लगाया गया है. इसमें प्रावधान है कि बिना अनुमति के सैन्य ठिकानों या सुविधाओं की तस्वीरें लेने वाले व्यक्ति को तीन साल की जेल या 30 मिलियन वॉन (21,700 अमेरिकी डॉलर) का जुर्माना हो सकता है.
योनहाप समाचार एजेंसी की चीनी वेबसाइट की एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार, 30 से 49 वर्ष की आयु के तीन चीनी नागरिकों ने कहा कि उनकी यह हरकत जिज्ञासा से प्रेरित थी. बुसान पुलिस और स्थानीय मीडिया आउटलेट ने उनकी पहचान छात्रों के रूप में की.
रिपोर्ट में कहा गया है कि ड्रोन ने एयरक्राफ्ट कैरियर और बेस की पांच मिनट से अधिक की फुटेज कैद की. आउटलेट के अनुसार, अनधिकृत तस्वीरें उसी दिन ली गईं, जिस दिन दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति यूं सुक येओल निरीक्षण के लिए एयरक्राफ्ट कैरियर के फ्लाइट डेक पर गए थे.
अमेरिका और दक्षिण कोरिया के गहरे सुरक्षा संबंध यह पहली बार था जब यूएसएस थियोडोर रूजवेल्ट ने दक्षिण कोरिया में बंदरगाह पर कदम रखा था. इसके साथ ही यह सात महीनों में किसी अमेरिकी एयरक्राफ्ट कैरियर का पहला दौरा है.
हाल के वर्षों में चीन और दक्षिण कोरिया के बीच अविश्वास बढ़ रहा है, सियोल ने संयुक्त अभ्यासों के माध्यम से अमेरिका और जापान के साथ अपने सुरक्षा संबंधों को गहरा किया है.
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