भारतीयों के लिए विदेश जाकर काम करने का एक सुनहरा मौका है. भारत और इजरायल के बीच हस्ताक्षरित समझौता ज्ञापन हुआ है जिसके तहत भारतीय श्रमिकों को रोजगार मिलेगा. महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शनिवार को घोषणा की कि इजरायल में निर्माण कार्यों के लिए लगभग 10,000 भारतीय श्रमिकों की भर्ती की जाएगी.
कैसे मिलेगा विदेश जाकर काम करने का मौका?
रोजगार के लिए इजरायल जाने वाले वर्कर्स का चयन एक इंटरव्यू के आधार पर किया जाएगा. इन पदों के लिए साक्षात्कार 17 सितंबर से पुणे के औंध औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई) में शुरू होंगे. औंध स्थित आईटीआई में लगभग 9,000 उम्मीदवारों के साक्षात्कार शुरू होने वाले हैं. डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट 'एक्स' (पहले ट्विटर) पर इसकी जानकारी दी है.
महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम ने दी ये जानकारी
डिप्टी सीएम ने एक्स पोस्ट में कहा, "इजरायल के साथ हस्ताक्षरित समझौता ज्ञापन के अनुसार, भारत से लगभग 10,000 निर्माण श्रमिकों की भर्ती की जाएगी. औंध स्थित आईटीआई में लगभग 9,000 उम्मीदवारों के साक्षात्कार शुरू होने वाले हैं. साक्षात्कार 17 सितंबर से शुरू होंगे और 25 सितंबर तक चलेंगे."
उन्होंने आगे लिखा, "केंद्र सरकार, MITRA और NSDC के सहयोग से महाराष्ट्र में 23 औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (ITI) में कौशल विकास शिविर आयोजित किए जाते हैं और प्रतिभागियों के लिए स्वास्थ्य शिविर भी आयोजित किए जाते हैं." इस भर्ती अभियान से दोनों देशों के बीच संबंधों को और मजबूत होने में मदद मिलेगी.
बता दें कि इजरायल ने भारत को रक्षा और राष्ट्रीय सुरक्षा में मदद की है, जबकि भारत ने आर्थिक सहयोग में इजरायल की मदद की है. अब भारत इजरायल का 10वां सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है. दोनों देशों ने विज्ञान और प्रौद्योगिकी में विकास किया है और अब अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के मामले में भी साथ मिलकर काम कर रहे हैं.
+91 120 4319808|9470846577
स्वर्णिम भारत न्यूज़ हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं.